जम्मू-कश्मीर: राजौरी की मुठभेड़ में पाक आतंकवादी समेत दो ढेर
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सुरक्षा बलों के साथ चल रही मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया है। आतंकवादी की पहचान पाकिस्तानी नागरिक क्वारी के रूप में की गई है, जो लश्कर-ए-तैयबा में उच्च पद पर था। अधिकारियों के अनुसार क्वारी आईईडी में विशेषज्ञ था, गुफाओं में छिपकर काम करता था और एक प्रशिक्षित स्नाइपर भी था।
एक रिपोर्ट के अनुसार क्वारी नाम के इस आतंकवादी को पाकिस्तान और अफगान मोर्चे पर प्रशिक्षित किया गया था और वह लश्कर-ए-तैयबा का वरिष्ठ लीडर था। वह पिछले साल से राजौरी-पुंछ क्षेत्र में सक्रिय था। कहा जा रहा है आतंकवाद को बढ़ाने के लिए उसको भेजा गया था। लेकिन वह मुठभेड़ में गुरुवार को मारा गया। बुधवार से चल रही इस मुठभेड़ में सेना के पाँच जवान शहीद हो गए हैं।
क्वारी को ढांगरी और कांडी दोहरे हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है जिसमें सात लोग मारे गए थे और 14 ग्रामीण घायल हो गए थे।
राजौरी में बुधवार को मुठभेड़ शुरू हुई थी। इसमें विशेष बलों के दो कैप्टन समेत सेना के चार जवान मारे गए थे। गुरुवार को सेना के एक अन्य जवान ने दम तोड़ दिया। जिले में बाजीमल इलाके में गोलीबारी रात भर रुकने के बाद गुरुवार सुबह फिर से शुरू हो गई। यह सुनिश्चित करने के लिए कि मुठभेड़ में शामिल आतंकवादी भाग न पाएँ, अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी और इसके साथ पूरे जंगली क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई थी।
बता दें कि राजौरी जिले के बाजी मॉल जंगलों में यह भीषण मुठभेड़ हुई। आतंकवादी खुद को छुपाने के लिए घने जंगलों का उपयोग करते हैं। वन क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी मिलने के बाद सेना के विशेष बलों और पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान शुरू किया गया था।
इससे पहले शुक्रवार को राजौरी के बुद्धल इलाके में एक आतंकी मारा गया था। मारे गए आतंकवादी के पास से एक एके-47 राइफल, तीन मैगजीन, तीन ग्रेनेड और एक थैली बरामद हुई थी। उसके साथी भाग गए थे।
दो महीने पहले भी जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के साथ भीषण गोलीबारी में तीन अधिकारी शहीद हो गए थे। शहीद हुए तीन अधिकारियों में एक कर्नल व एक मेजर और एक पुलिस उपाधीक्षक शामिल थे। तब अनंतनाग जिले के कोकेरनाग इलाक़े में वह मुठभेड़ हुई थी।
तब कार्रवाई में सेना के राजस्थान राइफल्स यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर (कर्नल), एक कंपनी कमांडर (मेजर) और एक जम्मू-कश्मीर पुलिस डीएसपी शहीद हो गए थे। कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हुए थे और बाद में उनकी मृत्यु हो गई थी।'
पिछले हफ्ते ही जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में दो दिनों तक मुठभेड़ में पाँच आतंकवादियों को ढेर कर दिया था। पुलिस ने शुक्रवार को कहा है कि आतंकिवादियों के पास से आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। आशंका जताई गई कि आतंकवादियों का संबंध लश्कर से हो सकता है।
क़रीब एक पखवाड़ा पहले ही दक्षिण कश्मीर के शोपियां में मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था। जम्मू कश्मीर पुलिस ने कहा था कि मारा गया आतंकवादी द रेजिस्टेंस फ्रंट का था। इस फ्रंट के बारे में पुलिस का दावा है कि यह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा समूह है।