अंतिम सांस तक बाप-बेटी ने नहीं छोड़ा एक-दूसरे का साथ, भावुक हुए लोग
अमरीका से आई एक तसवीर को देखकर दुनिया भर में लोग बेहद भावुक हो गए हैं। तसवीर है ही ऐसी। तसवीर में एक पिता और उसकी टी-शर्ट में लिपटी हुई उसकी बेटी की लाश है। इस तसवीर ने सोशल मीडिया पर लोगों की आँखों को नम कर दिया है। लोग इसे शेयर और री-ट्वीट कर रहे हैं।
यह तसवीर मध्य अमरीका के पास के ही के एक देश एल सल्वाडोर के रहने वाले 25 साल के ऑस्कर एलबेर्तो मारटिनेज़ रैमिरेज़ और उनकी 23 महीने की मासूम बेटी वलेरिया की है। तसवीर में दिख रहा है कि रैमिरेज़ और वलेरिया रियो ग्रैंड नदी के किनारे पानी में मुँह के बल गिरे हुए हैं।
तसवीर बताती है कि बेटी और पिता, दोनों ने ही अंतिम सांस तक एक-दूसरे को नहीं छोड़ा। पिता ने इसीलिए बेटी को अपनी टी-शर्ट के अंदर छुपा लिया था कि नदी पार करते वक़्त उसे भले ही कुछ हो जाए लेकिन बेटी को कुछ नहीं होना चाहिए। दोनों ने ही अपनी जिंदगी को बचाने की भरपूर जद्दोजहद की और शायद एक-दूसरे से यह भी वादा किया होगा कि वे एक-दूसरे को नहीं छोड़ेंगे।
तसवीर में बेटी का सिर बाप की टी शर्ट के अंदर है और उसका एक हाथ पिता की गर्दन के पास है। पिता ने बेटी को कंधे पर बैठाकर नदी पार करने की कोशिश की और सोचा होगा कि वे ऐसा कर लेंगे, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
एलबेर्तो और उनकी बेटी के रियो ग्रैंड नदी में तैरते शव की तसवीर पत्रकार जुलिया ली डक ने ली और सबसे पहले इसे मैक्सिको के एक अख़बार ला जोर्नाडा ने छापा था।
मैक्सिको से हर साल हज़ारों लोग ग़ैर क़ानूनी ढंग से अमरीका में दाख़िल होने की कोशिश करते हैं। शायद वे बेहतर जिंदगी की आस में ऐसा करते हैं। रैमिरेज़ ने भी कुछ ऐसा ही सोचा होगा और वह बेटी वलेरिया और पत्नी तानिया वनेसा एवलोस के साथ पिछले हफ़्ते के आख़िर में मैक्सिको की सीमा पर पड़ने वाले शहर मतामोरोस पहुँच गए थे। वे इस उम्मीद में थे कि वहाँ पहुँचकर वे अमरीका में शरणार्थी बनने के लिए आवेदन कर सकेंगे। लेकिन इंटरनैशनल ब्रिज सोमवार तक बंद था, लिहाज़ा वे तीनों नदी के किनारे पर ही घूमते रहे और कुछ समय बाद उन्होंने नदी पार करने का फ़ैसला किया।
एवलोस ने मैक्सिको सरकार के अधिकारियों को बताया कि रैमिरेज़ ने वलेरिया को अपनी पीठ पर रखा और नदी पार करना शुरू किया। एवलोस भी एक पारिवारिक दोस्त की पीठ पर चढ़कर नदी पार कर रही थीं। थोड़ा आगे बढ़ने पर एवलोस और उनके दोस्त ने वापस लौटने का फ़ैसला किया क्योंकि उन्हें लग रहा था कि नदी पार करना मुश्किल होगा। लेकिन रैमिरेज़ वलेरिया को लेकर आगे बढ़ते रहे।
एवलोस ने बताया कि उन्होंने मैक्सिको के किनारे पर वापस पहुँचकर अपने पति और बेटी को देखा, वे दोनों अमरीकी किनारे पर पहुँचने ही वाले थे कि डूब गये। सोमवार को मैक्सिको के अधिकारियों ने उन दोनों की लाश को बरामद किया। मैक्सिको के राष्ट्रपति आंद्रे मैनुएल लोपेज़ ओब्राडोर ने इस घटना पर दुख जताया है।
पिछले कुछ हफ़्तों में इस सीमा पर कुछ ऐसी ख़तरनाक घटनाएँ हुई हैं। रविवार को तीन बच्चे और एक औरत रियो ग्रैंड की घाटी में मरे हुए मिले थे। बताया जाता है कि ये लोग गर्मी से परेशान थे। इस महीने की शुरुआत में भारत का भी एक बच्चा अरिजोना में मृत अवस्था में मिला था। दो महीने पहले तीन बच्चे और एक व्यस्क व्यक्ति रियो ग्रैंड को पार करते समय मारे गए थे।
इस तसवीर के सामने आने के बाद 2015 में भी सीरियाई बच्चे एलन कुर्दी की समंदर किनारे पड़ी लाश की तसवीर की भी याद आई है, जिसे देखकर दुनिया भर में लोग भावुक हो गए थे।
बता दें कि डोनल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बनने के बाद से ही अमरीका में आने वाले प्रवासियों को लेकर बेहद सख़्त हैं। ट्रंप ने चुनाव के दौरान अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए मैक्सिको से लगने वाली सीमा पर दीवार बनाने का वादा किया था। बाद में इसे बनाने को लेकर दोनों देशों के बीच तनातनी भी हुई थी। हाल ही में मैक्सिको और अमरीका के बीच एक समझौता हुआ था, जिसमें ग़ैर क़ानूनी रूप से देश में घुसपैठ करने वाले अप्रवासियों के आने पर लगाम लगाने की बात कही गई थी।