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विपक्षी दलों ने निकाला विजय चौक से संसद तक पैदल मार्च

विपक्षी दलों ने निकाला विजय चौक से संसद तक पैदल मार्च

मानसून सत्र में सरकार को लगातार अपनी सियासी क़दमताल से हिलाने वाले विपक्षी दलों ने गुरूवार को विजय चौक से संसद तक मार्च निकाला है। 

संसद के मानसून सत्र में सरकार को लगातार अपनी सियासी क़दमताल से हिलाने वाले विपक्षी दलों ने गुरूवार को विजय चौक से संसद तक पैदल मार्च निकाला। मार्च में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, आरजेडी सांसद मनोज झा सहित 15 दलों के सांसद व नेता शामिल रहे। पैदल मार्च से पहले विपक्षी दलों के सांसदों ने बैठक भी की। 

'देश को बेच रहे हैं मोदी'

इसके बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेन्स में राहुल गांधी ने कहा कि जनता की आवाज़ को दबाया जा रहा है। 

राहुल ने एक बार फिर पेगासस जासूसी मामले को उठाया और कहा कि लोगों के फ़ोन में पेगागस स्पाईवेर है और प्रधानमंत्री देश को बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में पहली बार सांसदों की पिटाई की गई, बाहर से लोगों को बुलाकर सांसदों के साथ मारपीट की गई है। उन्होंने कहा कि सभापति की जिम्मेदारी सदन को चलाने की है लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। 

शिव सेना सांसद संजय राउत ने कहा कि मानसून सत्र के दौरान विपक्ष को बात रखने का मौक़ा नहीं दिया गया। राज्यसभा में मार्शलों ने महिला सांसदों से बदसलूकी की और ऐसा करके लोकतंत्र की हत्या की गई है। आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि संसद में मार्शल लॉ लगाया गया। 

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इसके बाद राहुल गांधी दिल्ली के नांगल राव गांव में दलित बच्ची के साथ हुई बलात्कार और हत्या की वारदात के विरोध में कांग्रेस के दलित प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित 'संसद घेराव' प्रदर्शन में हिस्सा लेने जंतर-मंतर पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का दलित विरोधी चेहरा देश के सामने है और दलितों के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों के ख़िलाफ़ कांग्रेस पार्टी आवाज बुलंद करती रहेगी।

राहुल गांधी कुछ दिन पहले विपक्षी दलों के नेताओं से नाश्ते की टेबल पर मिले थे। इसके बाद सभी विपक्षी दलों के नेता साइकिल से संसद पहुंचे थे। कुछ दिन पहले राहुल गांधी ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे थे। तब कांग्रेस ने यह संदेश देने की कोशिश थी कि वह किसानों की आवाज़ को पुरजोर तरीक़े से उठाती रहेगी। 

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बता दें कि संसद के मानसून सत्र में मोदी सरकार विपक्ष के हमलों से बुरी तरह घिर गई है। पेगासस जासूसी मामला, किसान आंदोलन सहित कई और मुद्दों पर विपक्ष एकजुट है। 

विपक्षी दलों में विशेषकर कांग्रेस पेगासस जासूसी के मामले को लेकर कांग्रेस सड़क से संसद तक मोदी सरकार पर हमलावर है। पेगासस जासूसी मामले में 22 जुलाई को देश के कई राज्यों में कांग्रेस इकाइयों ने राजभवन की ओर कूच किया था। इस दौरान पुलिस से उनकी झड़प हुई थी और कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया था। 

जारी है ‘किसान संसद’

केंद्र सरकार के कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे किसानों की संसद जारी है। इस संसद का आयोजन संसद से कुछ ही दूरी पर स्थित जंतर-मंतर पर किया जा रहा है। किसानों की यह संसद 13 अगस्त तक चलेगी। बारिश के बीच भी किसान आंदोलन और संसद में डटे हुए हैं। 

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