ओडिशा में बीजेपी और बीजेडी के बीच गठबंधन की अटकले बीते करीब दो सप्ताह से चल रही हैं। इस बीच खबर आ रही है कि दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। इस पर अगर सहमति बन जाए तो दोनों के बीच गठबंधन हो सकता है। सीटों को लेकर खींचतान बरकरार रही तो दोनों दलों का गठबंधन नहीं हो पायेगा।
सूत्रों का कहना है कि अभी दोनों दलों के बीच अंदरखाने सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है। अगर दोनों के बीच सहमति बन जाती है तब बुधवार 20 मार्च को ही गठबंधन की घोषणा की जा सकती है।
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि ओडिशा में भाजपा और नवीन पटनायक के नेतृत्व वाले बीजू जनता दल (बीजेडी) के बीच गठबंधन की चर्चा मंगलवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री के करीबी सहयोगी वीके पांडियन की टिप्पणियों के बाद तेज हो गई।
अपने ब्यान में उन्होंने संकेत दिया है कि दोनों दलों का गठबंधन हो सकता है। सूत्रों ने कहा है कि गठबंधन की घोषणा बुधवार को हो सकती है। दोनों दलों के बीच कुछ हफ़्ते पहले इसको लेकर हुई बातचीत में तेज़ी आई थी लेकिन विधानसभा चुनाव में प्रत्येक पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इस पर मतभेद के कारण इसे रोक दिया गया था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा के अंदरूनी सूत्रों ने कहा है कि ओडिशा भाजपा प्रभारी सुनील बंसल, राज्य इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल और राज्य के बैजयंत पांडा और धर्मेंद्र प्रधान जैसे वरिष्ठ नेताओं ने गठबंधन के बारे में पार्टी कार्यालय में कम से कम चार लंबी बैठकें की है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीजेडी कथित तौर पर कुल 147 विधानसभा सीटों में से 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। वहीं लोकसभा के लिए, इस बात पर समग्र सहमति है कि भाजपा दो-तिहाई सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
ओडिशा में 21 लोकसभा सीटें और 147 विधानसभा सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेडी ने 12 और भाजपा ने 8 सीट जीती थी। वहीं विधानसभा चुनाव में बीजेडी ने 112 और भाजपा ने 23 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी।
इनके बीच बेहद अच्छी मित्रता है
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार को नई दिल्ली में एक मीडिया सम्मेलन में वीके पांडियन ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए भाजपा और बीजेडी को एक-दूसरे की जरूरत नहीं है, “नवीन पटनायक निस्संदेह राज्य के सीएम बनने जा रहे हैं और नरेंद्र मोदी देश के पीएम बनने जा रहे हैं।लेकिन कुछ चीजें राजनीति से परे होती हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक बड़े लक्ष्य के लिए एक साथ आना चाहते हैं। नवीन पटनायक और पीएम मोदी के बीच बेहद अच्छी मित्रता है।
वीके पांडियन ने मंगलवार को नई दिल्ली में कहा कि कोई गठबंधन में शामिल होना चाहता है, क्योंकि वे राजनीतिक के नक्शे पर अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं।ओडिशा में एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो राज्य में काफी लोकप्रिय हैं। विधानसभा चुनावों में हर बार उन्हें तीन-चौथाई बहुमत मिलता है। हाल में हुए पंचायत चुनाव में बीजेडी को 90 प्रतिशत सीटें मिली हैं।
नवीन पटनायक को लोगों की सेवा के लिए सत्ता में वापसी के खातिर गठबंधन की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी के बारे में भी यही बात कहूंगा।