18 पुरुष, 0 महिला और मोदी पर टूट पड़ा सोशल मीडिया
बॉलिवुड महिलाओं के साथ ऐसा क्या हुआ कि ट्विटर सेना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही टूट पड़ी दरअसल, भारतीय फ़िल्म एवं मनोरंजन जगत के एक प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की। अभिनेता अक्षय कुमार, अजय देवगन, फिल्म निर्माता करण जौहर, राकेश रोशन, सेंसर बोर्ड प्रमुख प्रसून जोशी और प्रड्यूसर गिल्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सिद्धार्थ रॉय कपूर मोदी से मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल का हिस्सा थे, लेकिन इसमें एक भी महिला नहीं थी। इसी बात पर सोशल मीडिया पर लोग भड़क गए। लोगों ने सवाल उठाए कि प्रतिनिधि मंडल में एक भी महिला क्यों नहीं शामिल की गई।
लोगों ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ दीं। नेहा शर्मा ने लिखा, "18 पुरुष. 0 महिला।"
18 men. zero women. https://t.co/Bm0Jx7IaG0
— Neha Sharma (@mmiinniii) December 18, 2018
प्रियंका नाम के ट्विटर यूज़र ने लिखा कि इसका हिस्सा बनने के लिए किसी महिला को ढूँढना बड़ा मुश्किल काम रहा होगा। उन्होंने आगे लिखा कि क्या कभी किसी ने किसी महिला अभिनेत्री, महिला निर्देशक, महिला निर्माता, महिला पटकथा लेखक का नाम सुना है! मनोरंजन उद्योग में यह 'पुरुषवादी कार्यक्रम' है।
Must be really hard finding a woman to be part of this. Who has ever heard of woman actor/director/filmmaker/scriptwriter etc. Its a sausage fest in entertainment industry.
— Priyanka (@autumnrainwish) December 19, 2018
'समस्या समाधान के लिए तो मिल लें'
अमित मिश्रा नाम के एक ट्विटर यूजर ने मोदी पर तंज कसते हुए लिखा है कि प्रधानमंत्री जी एक्ट्रेस सायरा बानो भी आपसे मिलना चाहती हैं। उन्होंने आगे लिखा है कि सायरा फ़ोटो खींचवाने के लिए नहीं, बल्कि समस्या समाधान के लिए मिलना चाहती हैं।प्रधानमंत्री जी फिल्म इंडस्ट्री के पुराने और महानायक @TheDilipKumar की पत्नी और एक्ट्रेस सायरा बानो भी आपसे एक अहम मुद्दे पर मिलने की रिक्वेस्ट कर रही है, वह फोटो खिंचवाने के लिए नहीं अपनी प्रॉब्लम डिस्कस करने के लिए मिलना चाहती है। कृपया उनको भी समय देने का कष्ट करें..🙏🙏 pic.twitter.com/NiCsg4QnDV
— Amit Mishra (@Amitjanhit) December 19, 2018
'अगली बार महिलाओं को भी बुलाइएगा'
कोयना मित्रा ने लिखा है कि सर मुझे निश्चित तौर पर लगता है कि फ़िल्म के इन लोगों ने #MeToo, पे गैप, भेदभाव, पुरुषों का वर्चस्व, गुंडागर्दी के समाधान की बात की होगी। अगली बार कृपया महिलाओं को भी आमंत्रित कीजिएगा। महिलाओं के बिना ये पुरुष इस धँधे को नहीं चला पाएँगे। भारतीय फ़िल्म जगत बिना महिलाओं के आगे बढ़ ही नहीं सकता है।Sir, im sure our Industry men must have adressed issues like #MeToo pay gap,discriminations, male domination and gunda gardi. Next time please invite women as well, these men wont be able to run the buisness without women. Indian film Industry wont survive without women . https://t.co/1IGbyAp480
— Koena Mitra (@koenamitra) December 19, 2018
'बॉलीवुड में पुरुषों का वर्चस्व'
नीरज नाम के एक यूजर ने लिखा है कि किसी भी महिला के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा नहीं होने का सीधा संदेश है कि बॉलीवुड में पुरुषों का वर्चस्व है।No women as part of the meeting reinforces the message that Bollywoood is a male dominated industry..
— नीरज । (@neerajmahant) December 19, 2018
प्रधानमंत्री को रिप्लाई करते हुए आशीष दवे ने लिखा है कि फ़िल्म उद्योग से महिलाएँ कहाँ हैं वे इस बैठक के लिए क़ाबिल नहीं थीं क्या आपको फ़िल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के कास्टिंग काउच से जुड़े मुद्दे भी उठाने चाहिए थे।
@ZoyaAkhtarOff @deepikapadukone @priyankachopra @TimesNow @timesofindia @ndtv @Republic_Bharat @iam_juhi Whr r Womens 4m Film Ind Aren’t they eligible for this meet U shud also hv tkn topic of casting couch concerning Womens of film Ind.
— Ashish Dave (@rulingashish) December 19, 2018
बता दें कि प्रधानमंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल ने मनोरंजन उद्योग के लिए जीएसटी की दरें कम व एक समान रखने की माँग की। पीआईबी द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक़, प्रतिनिधि मंडल ने मोदी को भारत में मीडिया व मनोरंजन उद्योग में विकास की व्यापक संभावनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की।