पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ सकते हैं नीतीश कुमार या प्रियंका गांधी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आगामी लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या फिर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उम्मीदवार हो सकती है।
एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है कि पीएम नरेंद्र मोदी को उनके लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में चुनौती देने के लिए इंडिया गठबंधन राजनीतिक सुपरस्टारों की एक लिस्ट पर विचार कर रहा है। वीआईपी सीट वाराणसी के लिए विपक्ष के दो नाम प्रस्तावित किए गए हैं ये नाम नीतीश कुमार और प्रियंका गांधी वाड्रा हैं।
यह जानकारी तब सामने आई है जब लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा से मुकाबला करने के लिए इंडिया गठबंधन तो बन चुका है लेकिन इसके घटक दलों के बीच सीट-शेयरिंग और पीएम उम्मीदवार जैसे सवालों पर अब तक कोई सहमति नहीं बन पाई है। इंडिया गठबंधन की 19 दिसंबर को हुई बैठक में इसको लेकर प्रस्ताव आने की बात कही जा रही है।
एनडीटीवी के मुताबिक प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने आगे बढ़ाया है। ममता ने ही इंडिया गठबंधन की तरफ से पीएम पद के उम्मीदवार के लिए मल्लिकार्जुन खरगे का नाम आगे बढ़ाया था।
उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट पर इसलिए भी बेहद खास है क्योंकि 1991 के बाद से (2004 को छोड़कर) हर चुनाव में बीजेपी की जीत हुई है। पीएम नरेंद्र मोदी को 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर प्रचंड जनादेश मिला था।
वाराणसी सीट को जीतना इंडिया गठबंधन के लिए बेहद मुश्किल सीट मानी जाती है। नरेंद्र मोदी यहां से न सिर्फ दो बार भारी बहुमत से जीत चुके बल्कि अयोध्या में राम मंदिर और उससे पहले काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण होने के बाद इस लोकसभा सीट पर पहले से ज्यादा लोकप्रिय साबित हो सकते हैं।
नीतीश कुमार की पहल पर बना था इंडिया गठबंधन
भाजपा को लोकसभा चुनाव 2024 में हराने के मकसद से ही इंडिया गठबंधन का गठन किया गया है। माना जाता है कि इसका गठन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर हुआ है। नीतीश कुमार ही वह नेता हैं जिन्होंने देश भर में घूम-घूम कर विपक्षी दलों के नेताओं को एकजुट किया था।इसके बाद विपक्षी दलों की पहली बैठक पटना में करवाई थी। इसके बाद बेंगलुरु की बैठक में विपक्षी दलों के इस गठबंधन का नाम इंडिया गठबंधन पड़ा था। इस गठबंधन के संयोजक पद के लिए शुरुआत से ही नीतीश कुमार का नाम आता रहा है लेकिन अब तक उन्हें गठबंधन का संयोजक नहीं बनाया गया है।
नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के कई नेता उन्हें संयोजक बनाए जाने की मांग करते रहे हैं। कुछ जदयू नेता तो उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार भी बता चुके हैं। इंडिया गठबंधन के कद्दावर नेता नीतीश कुमार अगर वाराणसी से चुनाव लड़ते हैं तो पीएम पद के लिए उनकी दावेदारी भी मजबूत होगी।
उनकी साफ सुथरी छवि उन्हें चुनाव जीताने में मददगार साबित हो सकती है। इसके साथ ही बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश तक उनकी लोकप्रियता बढ़ सकती है।
प्रियंका पहली बार लड़ सकती हैं लोकसभा चुनाव
प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस की महासचिव हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में उनकी गिनती होती है। इसके बावजूद उन्होंने अब तक कोई चुनाव नहीं लड़ा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी अटकले लगाई जा रही थी कि प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ सकती हैं।तमाम अटकलों को तब विराम देते हुए कांग्रेस ने 2019 में वाराणसी लोकसभा सीट से अपने पुराने नेता अजय राय को मैदान में उतारा था। अजय राय उस चुनाव में पीएम मोदी को हरा नहीं पाए। वह पीएम मोदी से 5 लाख से अधिक वोटों से पीछे होकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक चार साल पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था कि जब भी पार्टी निर्णय लेगी, वह चुनावी शुरुआत करने के लिए तैयार हैं, जब उनसे पूछा गया था कि क्या वह वाराणसी से चुनाव लड़ेंगी, तो उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा था कि "क्यों नहीं"।
यह रिपोर्ट कहती है कि संकेत मिलता है कि उनका नाम तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा प्रस्तावित किया गया था, जिन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे को भारत के संभावित पीएम उम्मीदवार के रूप में भी सुझाया था। इस साल की शुरुआत में भी ऐसी चर्चा थी कि प्रियंका गांधी वाड्रा को वाराणसी से मैदान में उतारा जाएगा।