सोमवार शाम नीतीश कुमार के साथ 14 विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ बीजेपी के तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी भी शपथ ग्रहण करेंगी। वे दोनों उप मुख्यमंत्री बन सकते हैं, हालांकि शपथ ग्रहण में उप मुख्यमंत्री पद नहीं होता है, लोग सिर्फ मंत्रिपरिषद के सदस्य के रूप में शपथ लेते हैं।
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहेंगे। शपथ ग्रहण समारोह पटना के राजभवन में शाम 4.30 पर होगा। राज्यपाल फागु चौहान सभी मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
जिन लोगों के शपथ लेने की संभावना है, उनमें हैं जदयू के विजेंद्र यादव, विजय चौधरी, अशोक चौधरी, मेवालाल चौधरी, और शीला मंडल। शपथ लेने वाले बीजेपी विधायकों में मंगल पांडेय, रामप्रीत पासवान हो सकते हैं। इसके अलावा हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संतोष मांझी और विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश मल्लाह भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
आरजेडी का बायकॉट
राष्ट्रीय जनता दल ने शपथ ग्रहण समारोह के बायकॉट करने का फ़ैसला किया है। पार्टी ने ट्वीट कर इसका कारण बताया और कहा कि जनादेश एनडीए के ख़िलाफ़ है।नियम के अनुसार, मंत्रियों की संख्या विधानसभा सदस्यों की संख्या का 15 प्रतिशत से ज़्यादा नहीं हो सकती। बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं, इस लिहाज से बिहार में कुल 36 मंत्री हो सकते हैं। मीडिया ख़बरों में कहा जा रहा है कि कुल मिला कर बीजेपी के 18 और जदयू के 12 मंत्री हो सकते हैं, वीआईपी और 'हम' को एक-एक पद मिल सकता है। अब तक नीतीश कुमार समेत 15 लोगों के शपथ लेने की बात कही जा रही है।
बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद ने पत्रकारों से कहा, "ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि रेणु जी (बीजेपी नेता रेणु देवी) और मैं बिहार के उप-मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।" वहीं, बीजेपी नेता रेणु देवी ने कहा, "यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। अगर लोगों ने हमें चुना और एनडीए पर भरोसा जताया है, तो हम उनकी उम्मीदों को पूरा करने के लिए मिलकर काम करेंगे।"