राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर में गैंगस्टर्स के 50 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की है। एनआईए की छापेमारी आतंकियों, गैंगस्टर्स, नशा तस्करों के बीच बने गठजोड़ को तोड़ने के मकसद से की गई है। 14 अक्टूबर को भी एनआईए ने जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में छापेमारी की थी। इससे पहले सितंबर महीने में देश भर में 60 से ज्यादा जगहों पर एनआईए ने इसी तरह की छापेमारी की थी।
बताना होगा कि अगस्त महीने में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग, बंबीहा गैंग और नीरज बवाना गैंग से जुड़े 10 गैंगस्टर्स के खिलाफ यूएपीए कानून के तहत दो एफआईआर दर्ज की हैं।
एफआईआर के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़, विक्रम बराड़, जग्गू भगवानपुरिया, संदीप और अनमोल बिश्नोई कनाडा, पाकिस्तान, दुबई के साथ ही देश की कई जेलों से अपना गैंग चला रहे हैं।
एफआईआर में कहा गया है कि लॉरेंस बिश्नोई खालिस्तानी आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा का करीबी है। रिंदा के बारे में कहा जाता है कि वह पाकिस्तान में रहता है।
एफआईआर दर्ज करने के बाद एनआईए ने गैंग के कई लीडर और उनके गुर्गों की पहचान की है और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। एनआईए के मुताबिक, ये गैंगस्टर अपने अपराधों का प्रचार करने के लिए साइबर स्पेस का इस्तेमाल कर रहे हैं और व्यवसायियों से रंगदारी मांग रहे हैं। एनआईए को जांच में पता चला है कि कई गैंगस्टर और उनके गुर्गे भारत छोड़कर भाग गए हैं और पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया में बैठकर अपना गैंग चला रहे हैं।
इंडिया टुडे के मुताबिक, हरियाणा के झज्जर में रहने वाले गैंगस्टर नरेश सेठी के घर पर मंगलवार सुबह एनआईए की टीम पहुंची। इस दौरान उनके साथ स्थानीय पुलिस के अफसर भी शामिल थे। एनआईए ने सेठी के परिजनों से उसकी संपत्ति से जुड़े कागजातों की जानकारी मांगी। नरेश सेठी हत्या और रंगदारी के कई मामलों में शामिल रहा है और इस समय दिल्ली की तिहाड़ जेल में है। उसके बारे में कहा जाता है कि वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है।
आईएसआई का आया था नाम
पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने कहा था कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला केस में गिरफ्तार किए गए गैंगस्टर और आतंकी संगठनों के बीच मजबूत संबंध हैं। डीजीपी ने कहा था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई इनकी सांठगांठ का फायदा उठा रही है।
बदमाशों पर थी नजर
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से ही पुलिस और एजेंसियां नीरज बवाना, टिल्लू ताजपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी-गोल्डी बराड़ के गैंग के अपराधियों से जुड़े बदमाशों पर निगाह रख रही थीं।
कौन है लॉरेंस बिश्नोई?
लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ दिल्ली, राजस्थान और पंजाब में कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस उससे लगातार कई मामलों में पूछताछ भी कर रही है। लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में बड़ी संख्या में प्रोफेशनल शूटर हैं और पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में इनका नेटवर्क फैला हुआ है। लॉरेंस बिश्नोई का काला जठेड़ी के गैंग के साथ गठजोड़ है।
खबरों के मुताबिक, नीरज बवाना और लॉरेंस बिश्नोई के गैंग की आपस में लड़ाई चल रही है। मूसेवाला की हत्या के बाद नीरज बवाना के गैंग ने कहा था कि वह मूसेवाला की हत्या का बदला लेगा।