आर्यन को क्लीनचिट तो समीर वानखेड़े पर कब होगी कार्रवाई?
कॉर्डेलिया क्रूज़ ड्रग्स मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने फ़िल्म अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान सहित छह आरोपियों को क्लीन चिट दे दी है। आर्यन खान को पिछले साल क्रूज़ से ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उस समय एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों पर फर्जीवाड़ा करके आर्यन खान को फँसाने का आरोप लगाया था। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने शुक्रवार को मुंबई की एनडीपीएस अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी जिसमें आर्यन खान पर ड्रग्स नहीं मिलने का खुलासा किया है।
आर्यन को जब इस मामले में एनसीबी ने गिरफ्तार किया था तो बॉलीवुड में हंगामा मच गया था। हालाँकि उस समय आर्यन ने अपने आपको बेकसूर बताया था लेकिन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों ने अदालत में यह साबित करने की कोशिश की थी कि आर्यन खान के संबंध अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करों से हैं। लेकिन वही एनसीबी अब उस नतीजे पर पहुंची है जिसमें उसने अदालत को बताया है कि आर्यन खान, रिजवान मर्चेंट और दूसरे अन्य आरोपियों के पास से कोई ड्रग्स नहीं मिला है।
यही कारण है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों ने शुक्रवार को मुंबई की एनडीपीएस अदालत में दायर की चार्जशीट में आर्यन खान सहित छह लोगों को क्लीन चिट दे दी है। लेकिन आर्यन खान को क्लीन चिट मिलने के बाद अब मुंबई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर भी सवाल उठने लगे हैं। सवाल ये भी उठ रहे हैं कि जब आर्यन ख़ान और अन्य जिन आरोपियों से ड्रग्स मिला ही नहीं था तो फिर उन्हें गिरफ्तार क्यों किया गया?
जिस समय आर्यन खान को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था उस समय यह केस राजनीति का अखाड़ा बन गया था। इस केस को लेकर बीजेपी और एनसीपी आमने सामने आ गई थीं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था और समीर वानखेड़े पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा था कि दरअसल आर्यन खान को हफ्ता उगाही के मक़सद से गिरफ्तार किया गया था। नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों और बीजेपी के नेता मोहित कंबोज की सांठगांठ थी और शाहरुख खान से करोड़ों की उगाही करनी थी इसलिए आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था।
मलिक ने उस समय आरोप लगाया था कि मोहित कंबोज और समीर वानखेड़े के बहुत ही अच्छे संबंध हैं और मोहित कंबोज ने अवैध उगाही के लिए आर्यन खान को किडनैप कराया था। नवाब मलिक ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा था कि मोहित कंबोज आर्यन केस का मास्टरमइंड है। मलिक ने आरोप लगाते हुए कहा था कि आर्यन ख़ान को ऋषभ सचदेव, प्रतीक गाबा और आमिर फ़र्नीचरवाला के जरिये क्रूज़ पर बुलाया गया था और ट्रैप कराया गया। उनका यह भी आरोप था कि आर्यन को छोड़ने के 25 करोड़ मांगे गए थे और 18 करोड़ में डील हुई, जबकि 50 लाख लिए भी गए थे।
नवाब मलिक ने उस समय सैम डिसूजा और एनसीबी के एक अधिकारी वीवी सिंह की बातचीत का एक ऑडियो भी जारी किया था जिसमें दावा किया गया था कि एनसीबी के अधिकारी वीवी सिंह सैम डिसूजा को ड्रग्स के किसी मामले में पूछताछ करना चाहते थे और उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया था। एक दूसरे ऑडियो में सैम डिसूजा हवाला की भी बात कर रहा था।
एनसीबी द्वारा आर्यन ख़ान को क्लीनचिट दिए जाने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अब एनसीबी और बीजेपी पर हमलावर हो गई। एनसीपी के महाराष्ट्र के मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने एनसीबी के तत्कालीन मुंबई ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को लेकर कहा कि उस समय नवाब मलिक ने जो फर्जीवाड़े का मुद्दा उठाया था वह बिल्कुल सही साबित हुआ है। तपासे ने कहा कि एनसीपी के फर्जीवाड़े पर खुद उनके ही अधिकारियों ने मुहर लगा दी है, ऐसे में अब समीर वानखेड़े पर मुक़दमा दायर कर उन्हें जेल भेजना चाहिए।
उधर महाराष्ट्र सरकार में शामिल शिवसेना ने भी आर्यन खान को फँसाने वाले अधिकारियों को आड़े हाथों लिया है। शिवसेना नेता और कामगार सेना के सचिव कृष्णा हेगड़े का कहना है कि जिस समय आर्यन खान को ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया गया था यह बात उस समय ही साबित हो गई थी कि उन्हें बीजेपी के नेताओं के इशारे पर फर्जीवाड़ा करके फँसाया गया। इतना ही नहीं, हेगड़े ने यह भी कहा कि दरअसल एनसीबी के अधिकारी बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान से वसूली करना चाहते थे जिसके चलते उन्होंने शाहरुख के बेटे आर्यन खान के फर्जीवाड़े के केस में गिरफ्तार किया।
बीजेपी नेता और महाराष्ट्र में पार्टी के प्रवक्ता अजीत चव्हाण का कहना है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने आर्यन खान को उस समय ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया था और अब एनसीबी ने ही उन्हें क्लीनचिट दी है, ऐसे में बीजेपी पर जो आरोप एनसीपी और शिवसेना के नेता लगा रहे हैं वह पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।