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चन्नी के भतीजे की गिरफ़्तारी के बाद सीएम पद के लिए सिद्धू की दावेदारी?

चन्नी के भतीजे की गिरफ़्तारी के बाद सीएम पद के लिए सिद्धू की दावेदारी?

पंजाब में चुनाव से पहले कांग्रेस को उम्मीदवार घोषित करना आसान क्यों नहीं है, यह नवजोत सिंह सिद्धू के हर रोज़ के बयानों से साफ़ पता चलता है। जानिए अब उन्होंने क्या कहा है। 

जैसे-जैसे पंजाब में कांग्रेस के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के नाम की घोषणा करने का समय नज़दीक आ रहा है वैसे-वैसे सिद्धू भी आक्रामक नज़र आ रहे हैं। चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे की गिरफ़्तारी के बाद सिद्धू ने अब मुख्यमंत्री उम्मीदवार की योग्यता को लेकर ऐसी-ऐसी बातें कही हैं जिसका संदेश साफ़ नज़र आता है। और इससे सवाल फिर से उठता है कि क्या पंजाब में मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा कांग्रेस के लिए मुसीबत लेकर तो नहीं आएगा?

पंजाब में कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर राहुल गांधी के बड़े खुलासे से दो दिन पहले ही नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने प्रतिद्वंद्वी चरणजीत सिंह चन्नी पर सीधा हमला किया और कहा कि पार्टी को किसी को ईमानदार और साफ ट्रैक रिकॉर्ड के साथ चुनना चाहिए। नवजोत सिद्धू ने इस बात पर भी जोर दिया है कि किसी भी मुख्यमंत्री की पसंद को कम से कम 60 विधायकों का समर्थन होना चाहिए।

पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने एक विशेष साक्षात्कार में एनडीटीवी को बताया, 'यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति को चुनते हैं जो अनैतिक है, नैतिकता विहीन या बेईमान और कुछ भ्रष्टाचार और माफिया का हिस्सा है, तो लोग बदलाव के लिए वोट देंगे और आपको एक मूली की तरह दफन कर देंगे।' 

उन्होंने कहा, "हमें एक ईमानदार उम्मीदवार की आवश्यकता है। आपका भाग्य इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या चुनते हैं। यह पसंद है, मौका नहीं जो आपके भाग्य को निर्धारित करता है। एक 'माफिया-प्रकार का व्यक्ति' आपके कार्यक्रमों को लागू नहीं कर सकता है। एक व्यक्ति जो स्वयं माफिया रक्षक है, वह माफिया पर कैसे नकेल कस सकता है?"

सिद्धू का यह बयान इसलिए अहम है कि आज सुबह ही ख़बर सामने आई कि चन्नी के भतीजे भूपेंद्र सिंह हनी को प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध रेत खनन मामले में गिरफ्तार किया है।

इसके साथ ही सिद्धू ने कहा, 

मैं खुद को सीएम उम्मीदवार नहीं कह सकता। लेकिन आप कितने लोगों को देखते हैं जो सेलिब्रिटी हैं और छह चुनाव जीते हैं?


नवजोत सिंह सिद्धू

सिद्धू का यह बयान तब आ रहा है जब दो दिन पहले ही उन्होंने राहुल गांधी के सामने कहा था कि वह पंजाब में मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी पर उनके फ़ैसले को स्वीकार करेंगे। तब राहुल चुनावी वर्चुअल रैली करने पंजाब में पहुँचे थे। सिद्धू ने कहा था, 'लोगों के मन में यह सवाल है कि उन्हें (पंजाब में) इस संकट से कौन बचाएगा। और रोडमैप क्या है। और तीसरा सवाल जो लोग पूछ रहे हैं कि इन सुधारों को लागू करने वाला चेहरा कौन है।' उन्होंने आगे कहा था, 'एक अनुशासित सैनिक की तरह मैं राहुल गांधी को विश्वास दिलाता हूं कि मैं उनके फ़ैसले का पालन करूंगा।'

मुख्यमंत्री चेहरे के सवाल पर राहुल गांधी ने तब कहा था कि आज जब मैं आ रहा था तब गाड़ी में नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि सबसे बड़ा सवाल है कि पंजाब में कांग्रेस का नेतृत्व कौन करेगा? 

राहुल ने कहा कि दोनों ने कहा कि जो भी नेतृत्व करेगा उसे दूसरा व्यक्ति अपनी पूरी ताक़त से मदद करेगा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता चाहता है और पंजाब चाहता है तो हम मुख्यमंत्री का फ़ैसला उसी के अनुसार लेंगे, हम अपने कार्यकर्ताओं से पूछ कर इसपर फ़ैसला लेंगे।

बहरहाल, आज सिद्धू से यह पूछे जाने पर कि उनकी पार्टी ने जो फ़ैसला किया है, क्या वह स्वीकार करेंगे? सिद्धू ने कहा, 'मेरे स्वीकार करने या न करने का कोई सवाल ही नहीं है। सवाल यह है कि क्या लोग इसे स्वीकार करेंगे। आपका नेता जो भी होगा उसे 60 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता होगी। हर कोई मुख्यमंत्री नहीं बन सकता है। आप विधायकों के बिना मुख्यमंत्री कैसे बन सकते हैं?'

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