मैं देश के लिए चिंतित हूँ तो गद्दार कैसे हो गया: नसीरुद्दीन
बुलंदशहर हिंसा पर एक इंटरव्यू को लेकर विवाद होने पर नसीरुद्दीन शाह ने अपनी बात और पुख़्ता रूप से रखी है। ऐक्टर ने कहा कि मैंने जो भी कहा था, वह एक चिंतित भारतीय के तौर पर कहा था। उन्होंने पूछा कि इस बार मैंने ऐसा क्या कह दिया, जिस पर मुझे गद्दार कहा जा रहा है? उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि मैंने उस देश के बारे में अपनी चिंता जाहिर की, जिसे मैं प्यार करता हूं। नसीरुद्दीन शाह ने आगे कहा कि वह देश जो मेरा घर है, यह आख़िर अपराध कैसे हो गया?
Naseeruddin Shah: What I said earlier was as a worried Indian. What did I say this time that I am being termed as a traitor? I am expressing concerns about the country I love, the country that is my home. How is that a crime? pic.twitter.com/XcQOwmzJSh
— ANI (@ANI) December 21, 2018
पिछले दिनों नसीरुद्दीन शाह ने एक विडियो संदेश में कहा था कि देश में ज़हर फैल चुका है, एक गाय की मौत को ज़्यादा अहमियत दी जाती है एक पुलिस ऑफ़िसर की मौत के बनिस्पत। उन्होंने आगे कहा था कि इससे उन्हें डर नहीं लगता, बल्कि ग़ुस्सा आता है।
2 मिनट 10 सेकंड की इस क्लिप में धर्म के नाम पर हिंसा के संदर्भ में उन्होंने कहा था कि यह ज़हर फैल चुका है। उनका कहना है कि इस जिन्न को दोबारा बोतल में बंद करना बड़ा मुश्किल है, कुछ लोगों को क़ानून हाथ में लेने की खुली छूट मिल गई है।
नसीरुद्दीन ने मज़हब की तालीम नहीं दी?
बॉलिवुड ऐक्टर नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि “ऐसे माहौल में मुझे अपने औलादों के बारे में सोचकर फ़िक्र होती है, क्योंकि उनका कोई मज़हब ही नहीं है। हमने अपने बच्चों को मज़हबी तालीम बिल्कुल ही नहीं दी। मेरा मानना है कि अच्छाई और बुराई का मज़हब से कोई लेना-देना नहीं है। हाँ इतना ज़रूर है कि कुरान की कुछ आयतें ज़रूर सिखाईं जिससे कि तलफ़्फुज़ सुधरता है। बिल्कुल वैसे ही जैसे रामायण पढ़ने से तलफ़्फुज़ सुधरता है।” उन्होंने आगे कहा था कि “मुझे डर लगता है कि कल को मेरे बच्चे बाहर निकलेंगे तो भीड़ उन्हें घेरकर पूछ सकती है कि तुम कौन हो? हिंदू या मुसलमान? ऐसे में वह क्या जवाब देंगे। मैंने अपने बच्चों को किसी धर्म की तालीम नहीं दी।”
- नीचे नसीरुद्दीन का ऑरिजिनल विडियो देखें ताकि आप ख़ुद जान सकें कि नसीरुद्दीन शाह ने क्या कहा था।