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पीएम मोदी ने किया काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण

पीएम मोदी ने किया काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण

विधानसभा चुनाव से ठीक पहले काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन को योगी सरकार और बीजेपी का बड़ा दांव माना जा रहा है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया। इस मौके़ पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सरकार के तमाम मंत्री, बड़ी संख्या में साधु-संत और आम लोग मौजूद रहे। इससे पहले मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक किया और काल भैरव मंदिर में पूजा भी की। 

मोदी ने ट्वीट कर कहा कि वे काशी पहुंचकर अभिभूत हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले योगी सरकार लगातार कई उद्घाटन कर रही है और इसे लेकर उसकी सपा के साथ तकरार भी हो रही है।  

मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का भारत सिर्फ अयोध्या में श्रीराम का मंदिर ही नहीं बना रहा है, बल्कि हर जिले में मेडिकल कॉलेज भी बना रहा है।

औरंगजेब का जिक्र

उन्होंने कहा कि आतताइयों ने काशी को ध्वस्त करने के प्रयास किए, औरंगजेब ने सभ्यता को तलवार के दम पर बदलने की कोशिश की लेकिन इस देश की मिट्टी बाक़ी दुनिया से कुछ अलग है। यहां अगर औरंगज़ेब आता है तो शिवाज़ी भी उठ खड़े होते हैं, अगर कोई सालार मसूद इधर को बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताक़त का अहसास करा देते हैं। 

इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार के तमाम महकमों ने बीते कई दिनों से पूरी ताक़त झोंकी हुई है। प्रधानमंत्री 13 व 14 दिसंबर को काशी में ही रहेंगे, इससे समझा जा सकता है कि उनका यह दौरा कितना अहम है। 

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परियोजना एक नज़र में-

  • इस परियोजना का शिलान्यास 8 मार्च, 2019 को किया गया था। 
  • काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना के पहले चरण में 339 करोड़ की लागत आई है। 
  • इस चरण में 23 इमारतों का उद्घाटन किया जाएगा। इन इमारतों में श्रद्धालुओं के रुकने सहित उनके लिए बहुत सारी सुविधाएं होंगी। 
  • यह पूरी परियोजना 5 लाख स्क्वायर फ़ीट में फैली हुई है जबकि पहले यह सिर्फ़ 3 हज़ार स्क्वायर फ़ीट में थी। 
  • इस परियोजना के लिए मंदिर के आसपास की 300 से ज़्यादा संपत्तियों को ख़रीदा गया
  • 1,400 दुकानदारों, किरायेदारों और मकान मालिकों को दूसरी जगह बसाया गया।
  • परियोजना के दौरान पुरानी संपत्तियों को तोड़ा गया। इस दौरान 40 प्राचीन मंदिरों को फिर से बनाया गया। 

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योगी सरकार और बीजेपी का संगठन प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटा हुआ है। इस कार्यक्रम के सीधे प्रसारण के लिए बीजेपी देश भर में 51,000 स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं, जिनमें 'दिव्य काशी-भव्य काशी' कार्यक्रम को दिखाया जाएगा। इसके अलावा सभी प्रमुख मंदिरों, आश्रमों में भी बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही हैं। 

हुआ विवाद 

मोदी के दौरे से पहले तमाम इमारतों पर गुलाबी रंग कर दिए जाने के कारण विवाद भी हुआ है। कुछ दिन पहले एक मसजिद पर गुलाबी रंग चढ़ा दिया गया था। मसजिद कमेटी के एतराज के बाद हालांकि उसे सफेद कर दिया गया लेकिन फिर कांग्रेस के स्थानीय दफ़्तर पर गुलाबी रंग कर दिया गया था। 

महीने भर चलेंगे कार्यक्रम 

बीजेपी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन का जश्न एक महीने तक मनाएगी। इस दौरान होने वाले कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री से लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित संगठन के आला ओहदों पर काबिज नेता शामिल होंगे। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसके लिए पार्टी के महासचिव तरुण चुघ की अध्यक्षता में एक समन्वय समिति का गठन कर दिया है। यह समिति 13 दिसंबर से 14 जनवरी तक कई कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। देश भर के सभी जिलों में 'दिव्य काशी-भव्य काशी' पर 'प्रभात फेरी' भी निकाली जाएंगी।  

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी अयोध्या, काशी, मथुरा की बात जोर-शोर से करने लगी है। बीते कुछ दिनों में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित कई नेताओं  के मथुरा को लेकर बयान आए हैं। 

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