एन बीरेन सिंह दूसरी बार होंगे मणिपुर के मुख्यमंत्री
बीजेपी ने एन बीरेन सिंह को दूसरी बार मणिपुर का मुख्यमंत्री बनाया है। इंफाल में मणिपुर बीजेपी विधायक दल की बैठक में उन्हें सर्वसम्मति से सीएम पद के लिए चुना गया। मुख्यमंत्री पद के दो और दावेदार के तौर पर बिस्वजीत सिंह और युमनाम खेमचंद का नाम चल रहा था।
तीनों ने शनिवार को दिल्ली में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाक़ात की थी। राज्य में चुनाव नतीजे आए हुए 10 दिन हो गए थे तो अब मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा जोरों पर थी कि मणिपुर का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। मणिपुर के बीजेपी के केंद्रीय पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और किरेन रिजिजू मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करने के लिए आज ही राज्य की राजधानी इंफाल पहुंचे थे।
मणिपुर में बीजेपी ने लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की है। राज्य में हाल के विधानसभा चुनावों में 60 सदस्यीय सदन में बीजेपी ने 32 सीटें जीती हैं। एन बीरेन सिंह ने हिंगांग विधानसभा सीट से जीत हासिल की है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री के रूप में एन बीरेन सिंह के दूसरे कार्यकाल का स्वागत करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'यह सभी द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया एक अच्छा निर्णय है। यह सुनिश्चित करेगा कि मणिपुर में एक स्थिर और ज़िम्मेदार सरकार हो।'
बता दें कि चुनाव में बीजेपी के अलावा, एनपीपी को 7, एनपीएफ को 5, कांग्रेस को 5, जेडीयू को 6, कुकी पीपल्स अलायंस को 2 और निर्दलीय उम्मीदवारों को 3 सीटों पर कामयाबी हासिल हुई है। 60 सीटों वाले मणिपुर में अकेले दम पर सरकार बनाने के लिए 31 विधायक चाहिए।
एन बिरेन सिंह ने मणिपुर में बीजेपी के अभियान का नेतृत्व किया था, हालाँकि पार्टी ने तब औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा नहीं की थी।
मुख्यमंत्री पद के लिए जो एक और नेता प्रमुख दावेदार माने जा रहे थे वह थे बिस्वजीत सिंह। वह बीरेन सिंह की तुलना में लंबे समय तक बीजेपी में रहे हैं। लेकिन बिरेन सिंह को 2017 के चुनावों के बाद शीर्ष पद के लिए चुना गया था।
मुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी के वैचारिक संरक्षक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा समर्थित एक तीसरे दावेदार भी थे। आरएसएस समर्थित नेता पिछली विधानसभा के अध्यक्ष युमनाम खेमचंद सिंह को शनिवार को बीजेपी नेतृत्व ने दिल्ली बुलाया था।