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कोरोना टीका न होने से मुंबई में टीकाकरण रुका

कोरोना टीका न होने से मुंबई में टीकाकरण रुका

ऐेसे समय जब 18 वर्ष से अधिक की उम्र के सभी लोगों को कोरोना टीका देने का कार्यक्रम शुरू होने वाला है, मुंबई में  टीकाकरण रोक दिया गया है। नगरपालिका ने इसका एलान करते हुए कहा है कि टीका न होने की वजह से यह काम तीन दिनों के लिए रोका जा रहा है। 

ऐेसे समय जब 18 वर्ष से अधिक की उम्र के सभी लोगों को कोरोना टीका देने का कार्यक्रम शुरू होने वाला है, मुंबई में  टीकाकरण रोक दिया गया है। नगरपालिका ने इसका एलान करते हुए कहा है कि टीका न होने की वजह से यह काम तीन दिनों के लिए रोका जा रहा है। 

मुंबई नगर निगम ने गुरुवार को कहा, 'शुक्रवार 30 अप्रैल से 2 मई रविवार तक टीकाकरण पूरी तरह बंद रहेगा। ऐसा टीकों के ख़त्म होने की वजह से किया जा रहा है।' 

बंबई म्युनिसपल क़ॉरपोरेशन की एडिश्नल कमिश्नर अश्विनी भिड़े ने ट्वीट कर कहा कि 18 से 45 साल तक उम्र के लोगों का टीकाकरण तभी शुरू किया जाएगा, जब पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध होगी।  उन्होंने लोगों से कहा कि जब तक पर्याप्त मात्रा में टीके की व्यवस्था नहीं हो जाती, लोग इंतजार कर लें। 

कोरोना टीकों की कमी की वजह से गुरुवार को पहले की तुलना में डेढ़ लाख कम लोगों को टीका दिया गया है। बीएमसी ने यह भी कहा है कि करीब 500 सरकारी और प्राइवेट टीकाकरण केंद्रों शुरू किए जाएंगे। इससे यह साफ है कि वह 45 से अधिक की उम्र के लोगों को दिए जा रहे टीका कार्यक्रम को नहीं रोकेगी। 

18 से ऊपर के लोगों को 1 मई से टीका नहीं

बंबई म्युनिसपल कॉरपोरेशन ने इसके साथ ही यह साफ़ कर दिया है कि 18 से अधिक की उम्र के लोगों को कोरोना टीका देने का काम फ़िलहाल शुरू नहीं किया जाएगा, क्योंकि उसके पास पर्याप्त टीका नहीं है। अश्विनी भिड़े ने ट्वीट कर कहा है कि 1 मई से नए उम्र वर्ग के लोगों की टीकाकरण शुरू नहीं हो पाएगा। 

महाराष्ट्र के अलावा पंजाब, दिल्ली, तमिलनाडु ने भी कोरोना टीके की कमी की बात कही है। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा कि टीकाकरण का नया चरण तभी शुरू होगा, जब राज्य को 10 लाख तक खुराकें मिलेंगी।

टीके की कमी की बात पहली बार नहीं हुई है। इसके पहले भी कई राज्यों ने कई बार टीके की कमी की बात उठाई है, हालांकि स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने कहा था कि कोरोना टीके की कोई कमी नहीं है। 

टीका विवाद

इसके पहले महाराष्ट्र-केंद्र के बीच कोरोना वैक्सीन के मुद्दे पर काफी तनानती हो चुकी है। हाल यह था कि महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा था कि मुंबई जैसे शहरों ने ख़त्म हो रहे वैक्सीन के स्टॉक के बारे में आगाह किया है। 

टोपे ने यह भी कहा था कि अब महाराष्ट्र के पास 14 लाख वैक्सीन के डोज़ बचे हैं, जिसका मतलब है कि यह तीन दिन का स्टॉक है। उन्होंने यह भी कहा था कि राज्य को हर हफ़्ते 40 लाख डोज चाहिए ताकि हर रोज़ 5 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा सके।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, टोपे ने हर्षवर्धन से कहा था, 'हमारे अधिकांश टीकाकरण केंद्रों में खुराक नहीं है और वे बंद हो गए हैं। वे खुराक की कमी के कारण लोगों को वापस भेज रहे हैं। मैं आपसे टीका आपूर्ति के लिए कह रहा हूँ।'

क्या कहा था हर्षवर्द्धन ने?

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा था, 'महामारी को रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार को अभी बहुत कुछ करना है और केंद्र सरकार उसकी हर मुमकिन मदद करेगी। लेकिन राजनीति करने और अफरातफरी फैलाने के लिए झूठ बोलने पर पूरा ध्यान केंद्रित करने से महाराष्ट्र को कोई फ़ायदा नहीं होगा।'

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