मुंबई: फडणवीस के करीबी नेता प्रवीण दरेकर पर एफआईआर दर्ज
मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि प्रवीण दरेकर ने मुंबई बैंक का चुनाव मजदूर नहीं होते हुए भी लड़ा और 20 साल तक वह मुंबई बैंक के अध्यक्ष पद पर बने रहे। कल ही देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में यह बयान दिया था कि महाराष्ट्र सरकार प्रवीण दरेकर के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की तैयारी में है। दरेकर के ख़िलाफ़ मामला दर्ज होने के बाद एक बार फिर से महाराष्ट्र में विपक्ष बनाम सरकार की लड़ाई तेज़ हो गई है।
प्रवीण दरेकर के ख़िलाफ़ आम आदमी पार्टी के नेता धनंजय शिंदे ने शिकायत की थी। दरेकर के ख़िलाफ़ मुंबई के एमआरए मार्ग पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 199, 200, 406, 417, 420, 465, 468, और 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता धनंजय शिंदे ने अपनी शिकायत में कहा है कि प्रवीण दरेकर ने फर्जी मजदूर बनकर न केवल मजदूरों के हक को छीना बल्कि उनपर बैंक में अनियमितता के भी आरोप लगे।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि जिस समय मुंबई जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के लेबर फेडरेशन का चुनाव हुआ था उस वक्त प्रवीण दरेकर ने खुद को मजदूर बताया था। अपनी उम्मीदवारी के दौरान प्रवीण दरेकर ने अपने प्रतिज्ञा पत्र में कहा था कि वह इस संस्था से जुड़े हुए हैं और उन्होंने इस चुनाव में जीत भी हासिल की थी। आम आदमी पार्टी के नेता और शिकायतकर्ता धनंजय शिंदे का आरोप है कि प्रवीण दरेकर ने बैंक में निर्वाचित होने के बाद बैंक के कई निवेशकों के साथ ठगी की है।
मुंबई पुलिस का कहना है कि पिछले कई दिनों से उसको प्रवीण दरेकर के ख़िलाफ़ फर्जी तरीके से चुनाव लड़ने की शिकायत मिल रही थी जिसकी जाँच पुलिस ने की थी।
पुलिस ने शुरुआती जांच के आधार पर फर्जी तरीके से चुनाव लड़ने की धाराओं को लगाया है। पुलिस का कहना है कि अब इस मामले की जांच की जा रही है कि दरेकर ने कितने चुनाव मज़दूरों के आरक्षण पर लड़े थे।
मुंबई पुलिस की इस कार्रवाई के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में बयान देते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार बीजेपी के नेताओं को इसलिए निशाना बना रही है क्योंकि पिछले काफी समय से बीजेपी के नेता सरकार पर हमला कर रहे हैं और महा विकास आघाडी सरकार के कामकाज पर सवाल उठा रहे हैं। फडणवीस ने कहा कि मुंबई बैंक के घोटाले से जुड़ी रिपोर्ट जब आई तो पता चला कि घोटाले में लिप्त सत्ता पक्ष के लोग ही शामिल हैं। फडणवीस ने कहा कि महा विकास आघाडी सरकार द्वारा बीजेपी के बड़े नेताओं को फँसाने की साज़िश है। फडणवीस ने कल ही विधानसभा में कहा था कि प्रवीण दरेकर को सरकार जल्द गिरफ्तार कर सकती है।
फडणवीस ने दावा किया कि सच्चाई यह है कि प्रवीण दरेकर मुंबई बैंक में लेबर फेडरेशन से चुनकर नहीं आए हैं बल्कि वे अर्बन बैंक फेडरेशन से चुन कर आए हैं। बीजेपी के दूसरे नेता आरोप लगा रहे हैं कि मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद पर संजय पांडे को विपक्ष के नेताओं को झूठे केस में फँसाने के लिए ही लाया गया है। फडणवीस ने कहा कि वो इस बारे में जल्द खुलासा करेंगे।
इस मामले में प्रवीण दरेकर ने कहा कि महा विकास आघाडी सरकार के मंत्रियों और नेताओं पर जिस तरह से भ्रष्टाचार के आरोप एक के बाद एक लगते जा रहे हैं उसी के बाद बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है। प्रवीण दरेकर ने कहा कि पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामले के बाद वो अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।
शिवसेना नेता सुनील प्रभु ने दरेकर के ख़िलाफ़ मामला दर्ज होने पर कहा है कि जिस पार्टी का विपक्ष का नेता ही जालसाजी में फंसा हो उसे दूसरों के ऊपर बोलने का कोई हक नहीं है। प्रभु ने कहा कि पुलिस ने गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है और पुलिस अपना काम क़ानून के हिसाब से करेगी। वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का कहना है कि बीजेपी को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए उसके बाद दूसरों पर आरोप लगाना चाहिए। पटोले ने कहा जिनके घर शीशे के होते हैं वो दूसरों के घरों का पत्थर नहीं फेंका करते।