एमपीः सीएम शिवराज ने जिसके पैर धोए फिर वो कौन था
मध्य प्रदेश में उस आदिवासी पीड़ित की पहचान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है जिस पर एक व्यक्ति ने पेशाब कर दिया था। जिसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने सरकारी आवास पर बुलाकर उससे माफी मांगी और उसके पैर धोए।
सवाल उठ रहे हैं कि क्या प्रवेश शुक्ला ने जिस व्यक्ति पर पेशाब किया था और जिस दशमत रावत के पैर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धोए थे, क्या वे एक ही हैं?
इस विवाद पर एमपी पुलिस ने बयान दिया है, लेकिन पहले ये जानते हैं कि सारा विवाद क्या है। कांग्रेस के इस ट्वीट को देखिए-
"जब हमने ये वीडियो देखा, तभी कहा कि ये मेरा वीडियो नहीं है।"
— UP Congress (@INCUttarPradesh) July 9, 2023
उक्त बातें वह व्यक्ति कह रहा है, जिसके पांव मामा शिवराज ने पखारकर एक फ़र्ज़ी पब्लिसिटी स्टंट खेला।
आज भी वह असल पीड़ित गायब है, जिसके साथ यह शर्मनाक दुर्घटना घटित हुई।
इतना बड़ा झूठा षड्यंत्र किसलिए? क्या एक भाजपाई… pic.twitter.com/1AFjkwSBgv
यूपी काडर के पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह का ट्वीट देखिए-
लोकतंत्र पर झूठतंत्र भारी।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 9, 2023
ग़रीब-दलित,आदिवासियों को पोपट बनाने का शर्मनाक षड्यंत्र। pic.twitter.com/ixgW7ePmt2
आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी के कट्टर समर्थक और आरएलडी नेता बीरपाल मलिक का ट्वीट देखिए-
मेरे हिसाब से जिस पर पेशाब किया गया और जिसके पैर धुलवाए गए वो दोनों अलग अलग हैं .....
— Birpal Malik (@MalikBirpal) July 8, 2023
पीड़ित की उम्र 16 - 17 से अधिक नहीं लग रही .... बाल काले और घुंघराले हैं ... खूब घने बाल हैं .... पीड़ित मानसिक विक्षिप्त है .... जबकि जिसके पैर धोने का ड्रामा किया गया उसके बाल सफेद हैं ... वो… pic.twitter.com/IIacDbfEHs
क्या कहती है एमपी पुलिस
पुलिस अधीक्षक (एसपी) रवींद्र वर्मा और कलेक्टर साकेत मालवीय ने अपने आधिकारिक हैंडल पर वीडियो संदेश जारी कर कहा है कि पीड़िता की पहचान के संबंध में गलत सूचना सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है। पुलिस और जिला प्रशासन ने बयान जारी कर दावा किया है कि घटना में दशमत रावत पीड़ित था।सीधी एसपी रवींद्र वर्मा ने कहा कि “वायरल वीडियो मामले में कुछ समाचार चैनल भ्रामक खबर चला रहे हैं कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति दशमत रावत नहीं है, जबकि पुलिस जांच में पुष्टि हुई है कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति दशमत रावत है। इसलिए, पुलिस ऐसी सभी भ्रामक खबरों का खंडन करती है।”
यह वीडियो मैं आपके साथ इसलिए साझा कर रहा हूँ कि सब समझ लें कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान है, तो जनता भगवान है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 6, 2023
किसी के साथ भी अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्य के हर नागरिक का सम्मान मेरा सम्मान है। pic.twitter.com/vCuniVJyP0
जिला कलेक्टर साकेत मालवीय ने भी एक वीडियो संदेश साझा किया है, जिसमें कहा गया है, “जिले के वायरल वीडियो मामले में, कुछ समाचार चैनलों/मीडिया समूहों में एक भ्रामक खबर चलाई जा रही है कि वीडियो में दिखाई देने वाला पीड़ित दशमत रावत नहीं है, जबकि यह है। पुलिस जांच में पुष्टि हो गई है कि वीडियो में दिख रहा शख्स दशमत ही है।”
एसपी रवींद्र वर्मा ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया कि प्रवेश शुक्ला समेत चार गवाह थे और सभी ने दशमत रावत को पहचान लिया है। मैंने सभी चार व्यक्तियों से पूछताछ की है और उन सभी ने पीड़िता को पहचान लिया है। दशमत रावत की पत्नी ने भी वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स को अपने पति के रूप में पहचाना है। दूसरे व्यक्ति के बारे में कोई सवाल ही नहीं है।
पुलिस का कहना है कि कुछ मीडिया रिपोर्टों में दशमत के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है, जिसके बाद से गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं।' वर्मा ने यह भी बताया कि पुलिस को सौंपे गए हलफनामे में भी वही तस्वीर (दशमत की) है।एसपी ने कहा कि “वीडियो को तकनीकी टीम से सत्यापित किया गया जिसके बाद प्रवेश शुक्ला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। दशमत एक बहुत छोटे से गाँव में रहता है और लोग एक दूसरे को जानते हैं। अगर किसी दूसरे व्यक्ति पर संदेह होता तो गांव के लोग जवाब देते। यह सब गलत सूचना फैलाई जा रही है।''