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MP Election: प्रियंका की 5 चुनावी गारंटियों में से 3 पर शिवराज का ‘कब्जा’

MP Election: प्रियंका की 5 चुनावी गारंटियों में से 3 पर शिवराज का ‘कब्जा’

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और प्रतिपक्ष कांग्रेस के बीच वोटरों को मुफ्त की रेवड़ियां बांटने एवं वायदे करने की होड़ चरम पर है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा मध्य प्रदेश के वोटरों को दी गई ‘5 चुनावी गारंटियों’ में से 3 पर शिवराज सिंह चौहान ने कब्जा कर लिया है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘लाड़ली बहना योजना’ के अंतर्गत वितरित की जा रही 1 हजार रुपये मासिक राशि को रविवार को भोपाल में आयोजित लाड़ली बहना सम्मेलन में बढ़ाकर न केवल 1 हजार 250 कर दिया, बल्कि नवीन घोषणा की राशि भी सवा करोड़ हितग्राही बहनों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी।

मुख्यमंत्री ने रविवार को कांग्रेस की दो और ‘गारंटियों’ को भी ‘छीन’ लिया। सावन के महीने में महिलाओं को गैस सिलेंडर 450 रुपये में देने का एलान उन्होंने किया। साथ में गरीब महिलाओं के बिजली के बिल 100 रुपये महीना कर दिये। तत्काल प्रभाव से दोनों नई योजनाओं के लाभ का एलान शिवराज ने किया।

मध्य प्रदेश कांग्रेस के चुनावी अभियान का आगाज़ करते हुए प्रियंका गांधी ने बीते 12 जून को जबलपुर में चुनावी सभा में मध्य प्रदेश के वोटरों को 5 गारंटियां दी थीं। प्रियंका ने घोषणा की थी कांग्रेस की सरकार बन गई तो मध्य प्रदेश वासियों को 5 योजनाओं का लाभ सरकार बनते ही दिया जायेगा।

प्रियंका गांधी की गारंटियांः हर महिला को 1500 रुपया महीना देंगे, गैस सिलेंडर 500 में देंगे, 100 यूनिट बिजली मुफ्त होगी, 200 यूनिट हॉफ होगी, ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करेंगे, किसानों के कर्ज माफ करेंगे।

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ‘लाड़ली बहना योजना’ लागू करते ही 1 हजार रुपये देने की घोषणा के जवाब में कांग्रेस की सरकार बनने पर महिलाओं को 1500 रुपये देने का एलान किया था। कांग्रेस अपनी इस घोषण के लिए फॉर्म भी भरवा रही है।

कांग्रेस के जवाब के बाद शिवराज सरकार दो कदम आगे बढ़ गई थी, उसने कहा था, ‘लाड़ली बहना योजना राशि को चरणबद्ध तरीके से 3 हजार किया जायेगा।’ बीजेपी अपने चुनावी अभियान में अब बार-बार कह रही है, ‘कांग्रेस की तो घोषणा है, हम तो बहनों को 1 हजार 250 महीना देने के साथ-साथ अपनी अन्य घोषणाओं को मूर्त रूप देकर हितग्राहियों को ‘लाभ’ देना आरंभ कर चुके हैं।

गेमचैंजर योजना बन सकती हैः मध्य प्रदेश की जनसंख्या 8 करोड़ है। कुल आबादी में 5.40 करोड़ वोटर हैं। इन वोटरों में महिला वोटरों की संख्या 2.60 करोड़ है। लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत शिवराज सरकार 1.25 करोड़ महिला वोटरों को 1 हजार 250 रुपये महीने का सीधा लाभ दे रही है। योजना में आयु सीमा 23 से घटाकर 21 करने के बाद 25 लाख और नये फॉर्म महिलाओं ने योजना का लाभ लेने हेतु भरे हैं। अगले माह से लाड़ली बहना योजना की पात्र हितग्राही बहनों की संख्या 1.50 करोड़ हो जाना तय है। ऐसे में महिलाओं का वोट यदि बीजेपी की तरफ करवट लेगा तो कांग्रेस के लिए मुश्किल होगी।

बीजेपी भर रही है गड्ढे 

विधानसभा चुनाव के रण में जुलाई के आखिर और अगस्त के पहले सप्ताह तक भाजपा की हालत बेहद खस्ता नज़र आ रही थी। भाजपा की चुनावी कमान जब से अमित शाह ने अपने हाथों में ली है, उसके बाद से हालात कुछ सुधरते नज़र आ रहे हैं। भाजपा में तीन खेमे थे। शिवराज भाजपा, महाराज भाजपा और नाराज भाजपा।

नाराज भाजपा को मनाने का काम अब बीजेपी कर रही है। अमित शाह भी पार्टी के लिए बेहद अहम ‘नाराज भाजपाइयों’ से बावस्ता हुए हैं। अब ऐसे कई ‘नाराज भाजपाई’ मैदान में दिखलाई पड़ रहे हैं, जिनकी अपने-अपने क्षेत्रों में पकड़ है। उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पूरा मध्य प्रदेश नापते हुए हर दिन कोई न कोई बड़ी ‘मुफ्त योजना’ का एलान कर रहे हैं। नाराज कर्मचारियों को मनाने के लिए भी खज़ाने का मुंह खोल दिया गया है।

मतदाता भ्रमित हो रहा है

मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार, महंगाई, रोजगार और बीजेपी नेताओं की दादागिरी की बात करने वाले वोटरों में सरकार की धड़ाधड़ मुफ्त घोषणाओं के बाद वोटरों का तबका कन्फ्यूज भी नज़र आ रहा है। मंहगाई के चलते रसोई चलाने में कठिनाइयां महसूस करने का उल्हाना देने वाली महिलाएं आज शिव ‘राज’ का धन्यवाद करती भी दिखलाई पड़ रही हैं। 

बीजेपी मुफ्त के साथ सभी समीकरणों को साध रही है। जातिगत समीकरणों को साधने के अंतर्गत मंत्रिमंडल का विस्तार शिवराज ने किया है। बीजेपी ने राज्य की कुल 230 विधानसभा सीटों में से उन 39 सीटों के उम्मीदवारों का एलान भी कर दिया है, जो सीटें कांग्रेस जीत नहीं पाती है। टिकटों के एलान में भी भाजपा ने अपना सख्त रवैया दिखलाया है। कमल नाथ की सरकार गिरवाकर भाजपा की सरकार बनवाने वाले केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायकों के टिकट काट दिये गये हैं। टिकटों की पहली खेप के बाद उभरे असंतोष से भाजपा तनिक भी चिंतित या घबराहट में नहीं दिखी है। विरोध करने वालों को अब तक किसी भी प्रकार से बीजेपी ने इंटरटेन नहीं किया है।  टिकट नहीं मिलने के बाद भाजपा और सिंधिया समर्थक कई भाजपाइयों ने कांग्रेस का रूख किया है। कई पुराने कांग्रेसी, बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस मेें वापस हुए हैं। जबकि कुछ भाजपाइयों ने भी टिकट की आस में कांग्रेस का दामन थामा है। बीजेपी में टिकट से वंचित कई दावेदार टिकटार्थी अन्य पार्टियों से सौदेबाजी में भी जुटे हैं।

कमल नाथ की 11 गारंटियां

प्रियंका गांधी द्वारा दी गई 5 गारंटियों में कमल नाथ ने 6 और नई गारंटियां जोड़ी हैं। उन्होंने कांग्रेस की सरकार बनने पर प्रियंका गांधी की 5 गारंटियों में 5 हॉर्स पॉवर सिंचाई की बिजली फ्री देने, सिंचाई के लिए 12 घंटे बिजली देने, किसानों के बिजली के बिल माफ करने, किसानों पर दर्ज सभी मुकदमे वापस लेने, जातिगत जनगनणा कराने और ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने संबंधी 6 नई गारंटियों को जोड़ा है।  

कांग्रेस का दावा- भाजपा का खेल खत्म

मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के प्रमुख के.के.मिश्रा ने ‘सत्य हिन्दी’ से कहा, ‘बीजेपी, राज्य की सरकार और उसके मुखिया शिवराज सिंह, सरकारी खज़ाने का लुटाने का लाख ढोंग करें, अब भाजपा की दाल गलने वाली नहीं हैं। मध्य प्रदेश का आम जन झूठी घोषणाओं और शिवराज सरकार की लफ्फबाज़ी से आज़िज आ चुका है। वह सरकार बदलने का मन बनाये बैठा है। चुनाव नतीजें हमारे दावे पर मोहर लगायेंगे।’ मिश्रा यहीं नहीं रूकते, वे आगे जोड़ते हैं, ‘2024 के लोकसभा में भी मध्य प्रदेश में बीजेपी-मोदी को भारी निराशा का सामना करना पड़ेगा।’ 

हालांकि बीजेपी के प्रवक्ता डॉ.दीपक विजयवर्गीय दावा करते हुए तंज कस रहे हैं, ‘करप्शन नाथ की सरकार को मध्य प्रदेश देख चुका है। उनके 15 महीनों के राज में त्राहिमाम् के हालात बन गए थे। उन्हीं के लोगों ने सरकार गिराई। अब सत्ता में वापसी के उनके सपने मुंगेरीलाल के हसीन सपने साबित होंगे।’ विजयवर्गीय दावा कर रहे हैं, ‘बीजेपी प्रचंड बहुमत से जीतकर न केवल पांचवीं बार मध्य प्रदेश में सरकार बनायेगी, बल्कि लोकसभा में भी राज्य की सभी 29 सीटें जीतने का रिकार्ड दर्ज करेगी।’

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