यूक्रेन में फंसे 219 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया का प्लेन आज रात मुंबई पहुंच गया। इनमें काफी संख्या में छात्र हैं। विमान के लैंड करते ही केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल उसमें भारतीय छात्रों का स्वागत करने पहुंच गए। हालांकि तब तक उन लोगों की न तो इमीग्रेशन की कार्रवाई पूरी हुई थी और न विमान को सुरक्षा के नजरिए से क्लीयर किया गया था। उधर, यूपी सरकार भी यूक्रेन से लौट रहे छात्रों के स्वागत में जोरशोर से लग गई है। उसने जिलों में अफसरों की टीम बना दी है।आज रात जिन 219 स्टूडेंट्स को वापस लाया गया है, वे छात्र हैं जो वॉर जोन के बाहर पोलैंड, रोमानिया, हंगरी के बॉर्डर पर रह रहे थे। लेकिन कीव और खारकीव में अभी भी हजारों स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं। जिन्हें लाने की योजना का कोई ऐलान अभी तक भारत सरकार ने नहीं किया है। भारतीय मीडिया खबर को इस ढंग से बता रहा है कि जैसे यूक्रेन में वॉर जोन में फंसे स्टूडेंट्स को भी वापस लाया जा रहा है। सत्य हिन्दी की पड़ताल से पता चला है कि कीव और खारकीव के स्टूडेंट्स से खुद ही बॉर्डर तक आने को कहा जा रहा है।
पीयूष गोयल ने इन भारतीय छात्रों से कहा कि आप लोग अपना इमीग्रेशन करा लें। आपके नाश्ते का इंतजाम है। उसके बाद हम आपको आपके घर पहुंचा देंगे। यहां यह तथ्य उल्लेखनीय है कि विदेश से लौटे बहुत सारे छात्रों में यूपी और गुजरात के भी छात्र हैं।
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों का मुद्दा उस समय बड़ा हो गया जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस पर दो दिन तक लगातार ट्वीट किया और सत्य हिन्दी समेत भारतीय मीडिया ने भी भारतीय छात्रों की वापसी के मुद्दे को उठाया। अभी भी हजारों छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव और खारकीव में फंसे छात्रों की निकासी नामुमकिन बनी हुई है।
सत्य हिन्दी को अभी भी यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के संदेश मिल रहे हैं, जिनमें वो मदद की गुहार लगा रहे हैं। इसी तरह तमाम छात्रों ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द साझा किया है।
सत्य हिन्दी को यूक्रेन में फंसे कुछ छात्रों के बारे में जो सूचनाएं मिली हैं, वो इस तरह हैं- हमीरपुर की छात्रा प्रतिष्ठा गुप्ता, जालौन के छात्र विकास गुप्ता। यूक्रेन में हाथरस के आलोक चौधरी ने हाथरस के आधा दर्जन मेडिकल स्टूडेंट्स के बारे में जानकारी दी है। गोसाईंगंज के सक्षम मिश्रा ने पोलैंड बॉर्डर से वीडियो जारी कर सरकार से मदद की अपील की।
मुंबई एयरपोर्ट पर रात को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल यूक्रेन से लौटे स्टूडेंट्स के साथ
यूक्रेन में फंसे बरेली के 2 दर्जन छात्रों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। इन छात्रों में से आसिफ, अभय, जावेद, आयुष, दीपक ने वीडियो जारी किया है।
यूपी सरकार भी सक्रिय
नोएडा में सरकार के आदेश पर अफसरों की एक टीम बनाई गई है, जो यूक्रेन से आने वाले छात्रों का स्वागत करेगी। शासनादेश पर जिलाधिकारी ने तीन अधिकारियों की टीम बनाई है। ये अफसर छात्रों को दिल्ली एयरपोर्ट पर रिसीव कर घर पहुंचाएंगे। स्पेशल फ्लाइटों से छात्रों को दिल्ली लाया जा रहा है। ऐसे ही आदेश अन्य जिलों में जारी किए गए हैं। समझा जाता है कि यूपी चुनाव के बचे हुए चरणों में मतदान के दौरान मतदाताओं में सरकार की अच्छी छवि पहुंचाने के लिए यह सब किया जा रहा है।