तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जो 1 अप्रैल से लागू होंगे। इसके तहत राज्यों से टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा गया है। यह अजीब संयोग और विडंबना है कि कोरोना रोकने के लिए पहली बार लॉकडाउन लगाने का एक साल पूरा हो रहा है और संक्रमण एक बार फिर बढ़ रहा है, जबकि केंद्र सरकार ने उस समय इस पर बहुत ही जल्दी काबू पा लेने का दावा किया था।
दिशा निर्देश में कहा गया है कि हर राज्य और केंद्र-शासित क्षेत्र अपने आकलन और अपनी ज़रूरत के हिसाब से स्थानीय, शहर-कस्बा, डिवीजन-सब डिवीज़न के स्तर पर प्रतिबंध लगा सकते हैं।
फिर लगेगा प्रतिबंध?
एसओपी यानी स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोटोकॉल यानी क्या करना है और क्या नहीं करना है, इसका एक मानक तैयार किया गया है जो कई तरह की गतिविधियों से जुड़ा हुआ है। मुसाफ़िर गाड़ी, मेट्रो ट्रेन, बस, स्कूल-कॉलेज, होटल-रेस्तरां, शॉपिंग मॉल्स व मल्टीप्लेक्सेज़ से जुड़े एसओपी तैयार हैं, इनका पालन अपनी ज़रूरत के हिसाब से सबको करना है।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों व केंद्र-शासित क्षेत्रों से कहा है कि वे जाँच पर ध्यान दें, कम से कम 70 प्रतिशत आरटी-पीसीआर जाँच होनी चाहिए, जहाँ इससे कम हों वहाँ आरटी-पीसीआर जाँच बढ़ाई जानी चाहिए।
यह भी कहा है कि ज़िला प्रशासन को यह अधिकार होगा कि वे अपने आकलन के आधार पर कंटेनमेंट ज़ोन तय करें और उसे सही तरीके से लागू करें।
दिल्ली में रैंडम जाँच
इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने भी कोरोना से बचने के लिए सख़्ती बरतने का फ़ैसला किया है। अरविंद केजरीवाल सरकार ने कहा है कि दिल्ली के हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और आईएसबीटी बस अड्डों पर अब कोरोना की रैंडम जाँच यानी अलग-अलग जगहों पर यकायक जाँच की जाएगी। सरकार ने सभी ज़िलों को निर्देश दिया जारी किया है।
निर्देश के तहत जिन राज्यों में कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है वहाँ से आने वाले लोगों की रैंडम जाँच की जाएगी। इसके अलावा सभी ज़िला मजिस्ट्रेटों और डीसीपी को इन निर्देशों का सख्ती से पालन कराने को कहा गया है।
केजरीवाल सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक स्थानों पर होली, शब-ए-बारात और नवरात्रि के मनाने पर रोक लगा दी है।
यह कहा गया है कि त्योहारों के दौरान दिल्ली में किसी भी सार्वजनिक स्थान, पब्लिक ग्राउंड, पब्लिक पार्क मार्केट या धार्मिक स्थान में त्योहारों के दौरान सार्वजनिक उत्सव, लोगों के इकट्ठा होने और जलसा मनाने पर रोक लगा दी जाएगी।
भारत नंबर तीन
केंद्र सरकार का दिशा निर्देश ऐसे समय आया है जब भारत हर रोज़ सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले में अब तीसरे स्थान पर आ गया। भारत में सोमवार को एक दिन में संक्रमण के क़रीब 40 हज़ार मामले आए हैं वहीं दुनिया में सबसे ज़्यादा केस ब्राज़ील में क़रीब 53 हज़ार और फिर अमेरिका में क़रीब 45 हज़ार आए हैं।अमेरिका, ब्राज़ील और भारत ही दुनिया में सबसे ज़्यादा कोरोना से प्रभावित देश भी हैं और इन्हीं देशों में अब तक सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं। अमेरिका में 3 करोड़ से ज़्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और साढ़े पाँच लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है। ब्राज़ील में 1 करोड़ 20 लाख संक्रमण के मामले आए हैं और 2 लाख 93 हज़ार मौतें हुई हैं। भारत में 1 करोड़ 16 लाख संक्रमण के मामले आए हैं और 1 लाख 60 हज़ार मौतें हुई हैं।
दिल्ली की स्थिति इससे बेहतर नहीं है। एक समय दिल्ली में रोज़ाना कोरोना मामले 100 या इससे कम तक पहुँच गए थे, लेकिन अब यहाँ रोजाना 800 या इससे अधिक केस सामने आ रहे हैं।