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मेवात में तनाव, इंटरनेट 3 दिन बंद, 600 पर FIR

मेवात में तनाव, इंटरनेट 3 दिन बंद, 600 पर FIR

हरियाणा के मेवात इलाके में पिछले तीन दिनों से प्रदर्शन हो रहे हैं। हाइवे जाम किया जा रहा है। दो मुस्लिम युवकों की हत्या के मामले में पहले मोनू मानेसर का नाम आने और फिर उसे बचाने के खिलाफ मेवात में लोगों का गुस्सा बढ़ गया है। वहां पर हरियाणा सरकार ने आज रविवार दोपहर बाद से इंटरनेट सेवाओं को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया है। 

मेवात के नूंह जिले में सांप्रदायिक तनाव और शांति भंग की आशंका के चलते हरियाणा सरकार ने मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को तीन दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया। आदेश आज रविवार को दोपहर बाद आया है। एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, प्रतिबंध 26 फरवरी से 28 फरवरी, 2023 (रात 12 बजे) तक प्रभावी रहेंगे।

हाल ही में राजस्थान के भरतपुर से दो मुस्लिम युवकों का अपहरण कर उन्हें हरियाणा के भिवानी जिले में जिन्दा जला दिया गया था। राजस्थान पुलिस ने इस मामले में हरियाणा के गोरक्षा दल के चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। शुरू में राजस्थान पुलिस ने कहा कि इस घटना में बजरंग दल का मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव भी शामिल है। लेकिन पुलिस ने कोर्ट में जो एफआईआर भेजी, उसमें आश्चर्यजनक ढंग से मोनू का नाम नहीं था। मोनू की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हरियाणा के मेवात इलाके में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। कई स्थानों पर सड़कें जाम की जा रही हैं। लोग काफी गुस्से में हैं।

पीटीआई के मुताबिक सूत्रों ने कहा कि नूंह में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, जहां सैकड़ों लोगों ने शुक्रवार को फिरोजपुर झिरका में नूंह-अलवर राजमार्ग को जाम कर दिया।

हरियाणा सूचना जनसंपर्क विभाग ने आज रविवार को दोपहर बाद बताया कि हरियाणा सरकार ने मोबाइल इंटरनेट सेवाओं (2जी/3जी/4जी/सीडीएमए/जीपीआरएस), बल्क एसएमएस सहित सभी एसएमएस सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। जिला नूंह के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में वॉयस कॉल तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। हरियाणा सरकार ने मेवात में "सांप्रदायिक तनाव और सार्वजनिक शांति की गड़बड़ी के संभावित कारण" का हवाला दिया। 

आदेश में कहा गया है कि मोबाइल फोन और एसएमएस पर व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर आदि जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से दुष्प्रचार और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए अस्थायी निलंबन लगाया गया है।

शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के कारण लगभग एक घंटे तक राजमार्ग पर भारी जाम लगा रहा, लेकिन आखिरकार पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने में कामयाबी हासिल की और सड़क को खाली कराया। नूंह-अलवर हाईवे पर विरोध प्रदर्शन के बाद नूंह जिले में सिलसिलेवार विरोध प्रदर्शनों का आह्वान किया गया। पुलिस ने शनिवार को हाईवे को अवरुद्ध करने के लिए 500 से अधिक लोगों पर आरोप लगाया था।

राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के नासिर और जुनैद का 15 फरवरी को गौ रक्षकों ने कथित तौर पर अपहरण कर लिया था और उनके शव अगले दिन हरियाणा के भिवानी के लोहारू में एक जली हुई कार में मिले थे।

राजस्थान पुलिस ने कहा है कि उसे आठ नामजद आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं। अधिकारियों ने कहा कि आरोपियों में नूंह के अनिल और श्रीकांत, कैथल के कालू, करनाल के किशोर और शशिकांत, भिवानी के मोनू और गोगी और जींद के विकास हैं। हालांकि अधिकारियों ने कहा कि मामले में बजरंग दल के सदस्य मोनू मानेसर की भूमिका की अभी भी जांच की जा रही है। 

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