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एमसीडी चुनाव: बढ़ रही हैं आम आदमी पार्टी की मुश्किलें?

एमसीडी चुनाव: बढ़ रही हैं आम आदमी पार्टी की मुश्किलें?

विधायक गुलाब सिंह यादव को दौड़ा लिए जाने का वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी ने एक कार्टून जारी कर कहा है कि ईमानदारी की आड़ में आम आदमी पार्टी में अवैध वसूली चल रही है। आम आदमी पार्टी एमसीडी के चुनाव में पूरा जोर लगा रही है। लेकिन बीजेपी के लगातार हमलों और स्टिंग ने उसे कुछ हद तक परेशान जरूर कर दिया है। 

दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायक गुलाब सिंह यादव के साथ पार्टी के ही कार्यकर्ताओं द्वारा धक्का-मुक्की और उन्हें दौड़ा लिए जाने के वीडियो के बाद दिल्ली की सियासत गर्म है। वीडियो में लगाए गए आरोपों के बाद बीजेपी और कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को जबरदस्त ढंग से घेर लिया है। 

बीते कुछ दिनों से बीजेपी के द्वारा जारी किए जा रहे ताबड़तोड़ स्टिंग के कारण आम आदमी पार्टी की मुश्किलें वैसे ही बढ़ी हुई हैं लेकिन विधायक गुलाब सिंह यादव पर आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रत्याशी सुमित शौकीन द्वारा 1 करोड़ रुपए नकद दिए जाने के आरोप के बाद ईमानदार राजनीति का दावा करने वाली यह पार्टी निश्चित रूप से घिर गई है। 

कार्टून से बोला हमला 

सुमित शौकीन के आरोप और विधायक को दौड़ा लिए जाने का वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी ने एक कार्टून जारी कर कहा है कि ईमानदारी की आड़ में आम आदमी पार्टी में अवैध वसूली चल रही है। इस कार्टून में अरविंद केजरीवाल को हम कट्टर ईमानदार हैं जी, कहते हुए दिखाया गया है। बताना होगा कि एमसीडी चुनाव के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को 10 गारंटियां दी हैं। 

इसी को आधार बनाते हुए इस कार्टून में 80 से 90 लाख में टिकट बिक्री, तिहाड़ वसूली के सूटकेस केजरीवाल के पास जाते हुए दिखाए गए हैं और कैश दो टिकट लो कहा गया है। 

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एक अन्य कार्टून में ई-कॉमर्स वेबसाइट पर होने वाले सामानों की बिक्री की तरह ही एक पोस्टर बनाया गया है और उसमें लिखा गया है कि एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी का टिकट 90 लाख रुपए में मिल रहा है। नीचे लिखा गया है कि अगर आप का बैकग्राउंड आपराधिक है तो आपको पार्टी की ओर से 10 फीसद तक की छूट दी जाएगी और अगर आप तिहाड़ जेल में हैं तो आपको टिकट में 50 फीसद की छूट दी जाएगी। 

अवैध वसूली का आरोप

बीजेपी ने सोमवार को आम आदमी पार्टी की एक नेता के द्वारा किया गया स्टिंग जारी किया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि एमसीडी के चुनाव में टिकट देने के बदले आम आदमी पार्टी अवैध वसूली कर रही है। बीजेपी ने दावा किया है कि आम आदमी पार्टी की एक नेता बिंदू श्रीराम ने यह स्टिंग किया है। बीजेपी का कहना है कि आम आदमी पार्टी की नेता बिंदू श्रीराम एमसीडी चुनाव में 54 रोहिणी वार्ड से टिकट चाहती थीं। इसके लिए वह दिनेश श्रॉफ और पुनीत गोयल से मिलीं। इसके लिए उनसे 80 लाख रुपये की मांग की गई। 

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पिछले दिनों उसने आम आदमी पार्टी के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के रिश्तेदारों को एमसीडी चुनाव में टिकट के बदले पैसे लेने के आरोप में घेरा था। शुक्रवार को बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकेश गोयल का कथित स्टिंग वीडियो जारी किया था और इसके जरिए आरोप लगाया था कि मुकेश गोयल एक जूनियर इंजीनियर से रिश्वत मांग रहे हैं। 

पिछले दिनों उसने आम आदमी पार्टी के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के रिश्तेदारों को एमसीडी चुनाव में टिकट के बदले पैसे लेने के आरोप में घेरा था। शुक्रवार को बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकेश गोयल का कथित स्टिंग वीडियो जारी किया था और इसके जरिए आरोप लगाया था कि मुकेश गोयल एक जूनियर इंजीनियर से रिश्वत मांग रहे हैं। 

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आबकारी नीति पर बवाल

दिल्ली में पिछले कई महीनों से केजरीवाल सरकार द्वारा लाई गई और फिर वापस ली गई आबकारी नीति को लेकर जबरदस्त बवाल चल रहा है। बीजेपी का कहना है कि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आबकारी नीति के जरिए करोड़ों रुपए का घोटाला किया है जबकि आम आदमी पार्टी का कहना है कि आबकारी नीति में एक भी पैसे का घोटाला नहीं हुआ है। 

इसके अलावा आम आदमी पार्टी सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन की तिहाड़ जेल में मसाज करने वाला शख्स बलात्कार के मामले में अभियुक्त है, बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया है। 

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ऐसे में सवाल यह है कि क्या बीजेपी की ओर से किए जा रहे एक के बाद एक स्टिंग और आम आदमी पार्टी के नेताओं के द्वारा एमसीडी चुनाव में टिकट देने के बदले पैसे मांगने के खुले आरोपों के बाद क्या इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। 

2017 में मिली थी हार

2017 में जब एमसीडी के 272 वार्डों में चुनाव हुआ था तो बीजेपी को 181 वार्डों में जीत मिली थी जबकि आम आदमी पार्टी को 48, कांग्रेस को 30 और अन्य को 11 वार्डों पर जीत मिली थी। 2017 के एमसीडी चुनाव के नतीजों को आम आदमी पार्टी की सरकार के लिए बड़ा झटका माना गया था क्योंकि दिल्ली की सत्ता में होते हुए भी उसे बीजेपी के हाथों करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि वह बीजेपी को इस चुनाव में धूल चटा देगी। लेकिन जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ रहा है, ऐसा होना मुश्किल दिखाई देता है। 

आम आदमी पार्टी एमसीडी का चुनाव हर हाल में जीतना चाहती है। पार्टी के सबसे बड़े चेहरे और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एमसीडी के साथ ही गुजरात के विधानसभा चुनाव में भी पूरा जोर लगा रहे हैं लेकिन बीजेपी के लगातार हमलों और स्टिंग ने उन्हें कुछ हद तक परेशान जरूर कर दिया है। 

दिल्ली में आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में 2013, 2015 और 2020 में सरकार बना चुकी है। 2013 के विधानसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी और यह सिर्फ 49 दिन तक चली थी।

जबकि 2015 और 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को करारी शिकस्त दी थी। 2015 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 3 सीटें मिली थी जबकि 2020 के चुनाव में वह सिर्फ 8 सीटों पर जीत दर्ज कर सकी थी। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने दिल्ली के विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी थी। कांग्रेस का दोनों चुनाव में सूपड़ा साफ हो गया था। 

लेकिन अपने ही नेताओं के द्वारा टिकट के लिए 1 करोड़ नगद दिए जाने के आरोपों और तमाम स्टिंग के कारण निश्चित रूप से आम आदमी पार्टी बैकफुट पर है। हालांकि वह इसे बीजेपी की नौटंकी बता रही है लेकिन ये हालिया घटनाक्रम एमसीडी पर काबिज होने के उसके सपने को जरूर चकनाचूर कर सकते हैं। 

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