केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को घोषणा की कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच वाली कमेटी का नेतृत्व मशहूर मुक्केबाज मैरी कॉम करेंगी। कमेटी में पांच लोग हैं। सरकार की कमेटी अगले एक महीने तक भारतीय कुश्ती महासंघ का संचालन भी करेगी। बीजेपी सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह के लिए यह बड़ा झटका है, क्योंकि अध्यक्ष होने की वजह से उनका दखल जारी था, जबकि उन्हें एक महीने के लिए काम से बेदखल कर दिया गया है।
जांच पैनल के अन्य सदस्यों में ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और मिशन ओलंपिक सेल की सदस्य तृप्ति मुरगुंडे, पूर्व-टॉप्स सीईओ राजगोपालन और पूर्व SAI कार्यकारी निदेशक राधिका श्रीमान हैं।
डब्ल्यूएफआई और ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विनेश फोगट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और रवि दहिया सहित देश के कुछ शीर्ष पहलवानों के तीन दिवसीय धरने के बाद शनिवार को ठाकुर ने समिति बनाने का फैसला किया था।
दीपेंद्र हुड्डा करेंगे मानहानि का केस
पहलवानों के विवाद के पीछे बीजेपी सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह ने हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम लिया था। इस पर सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोमवार को कहा कि वो अपना और पिता का घसीटने के लिए डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पर मानहानि का मामला दायर करेंगे। कांग्रेस सांसद ने देश के प्रमुख पहलवानों द्वारा डब्ल्यूएफआई प्रमुख पर लगाए गए आरोपों की स्वतंत्र जांच की मांग की।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक हुड्डा ने कहा - मुझे नहीं पता कि उन्होंने हमारा नाम क्यों घसीटा है। हम उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर रहे हैं। हमारे पहलवान इंसाफ के लिए लड़ रहे हैं और पूरा देश उनका साथ दे रहा है। स्वतंत्र जांच की जानी चाहिए।
रविवार को भूपेंद्र हुड्डा ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी। भूपेंद्र हुड्डा ने कहा - कुश्ती संघ के अध्यक्ष ने अनावश्यक रूप से दीपेंद्र और मेरे नाम को घसीटने की कोशिश की है। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करने के लिए मैं वकीलों से परामर्श कर रहा हूं।
डब्ल्यूएफआई प्रमुख और भाजपा सांसद सिंह ने आरोप लगाया था कि उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद के इशारे पर लगाया गया है।
इस बीच, सरकार ने डब्ल्यूएफआई के अधिकारी विनोद तोमर को हटा दिया है और जांच पूरी होने तक महासंघ की सभी गतिविधियों को निलंबित कर दिया है। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को कहा कि सरकार ने पहलवानों के आरोपों को स्वीकार कर लिया है और एक निगरानी समिति मामले की निष्पक्ष जांच शुरू करेगी।