बीजेपी, आप की जंग में 'महाराणा प्रताप', 'औरंगजेब' की एंट्री!
मनीष सिसोदिया के ख़िलाफ़ सीबीआई की कार्रवाई को लेकर बीजेपी और आप में बढ़ा अब ताजा विवाद महाराणा प्रताप और औरंगजेब तक पहुँच गया है। सिसोदिया ने सोमवार को जब यह दावा किया कि उनको बीजेपी में शामिल होने का ऑफर दिया गया तो इसके साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया कि वह 'महाराणा प्रताप के वंशज' हैं। इसके बाद बीजेपी नेताओं ने पलटवार किया और उन्हें 'औरंगजेब की औलाद' बताने की कोशिश की। इसको लेकर सोशल मीडिया पर आप और बीजेपी नेताओं के बीच तीखी बहस हुई।
इस बहस की शुरुआत दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के ट्वीट से हुई। उन्होंने कहा कि 'मैं महाराणा प्रताप का वंशज हूँ, राजपूत हूँ। सर कटा लूँगा लेकिन भ्रष्टाचारियों-षड्यंत्रकारियों के सामने झुकूँगा नहीं...।'
मेरे पास भाजपा का संदेश आया है- “आप” तोड़कर भाजपा में आ जाओ, सारे CBI ED के केस बंद करवा देंगे
— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2022
मेरा भाजपा को जवाब- मैं महाराणा प्रताप का वंशज हूँ, राजपूत हूँ। सर कटा लूँगा लेकिन भ्रष्टाचारियो-षड्यंत्रकारियोंके सामने झुकूँगा नहीं। मेरे ख़िलाफ़ सारे केस झूठे हैं।जो करना है कर लो
सीबीआई द्वारा मनीष सिसोदिया के घर नई आबकारी नीति में कथित गड़बड़ी को लेकर छापे मारे जाने के बाद यह सब शुरू हुआ। दिल्ली सरकार ने पिछले साल नवंबर में नई आबकारी नीति को लोगों के सामने रखा था लेकिन इस पर अच्छा खासा विवाद होने के बाद इसे इस साल 30 जुलाई को वापस ले लिया गया था। दिल्ली बीजेपी के नेताओं का कहना है कि नई आबकारी नीति के जरिए केजरीवाल सरकार ने शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाया और शराब लाइसेंसधारियों का 144 करोड़ रुपए माफ कर दिये।
मनीष सिसोदिया ने कहा था कि दिल्ली सरकार की जिस आबकारी नीति को लेकर विवाद हो रहा है, वह सबसे अच्छी आबकारी नीति थी और दिल्ली सरकार उस आबकारी नीति को पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता से लागू कर रही थी। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली के तत्कालीन उप राज्यपाल ने 48 घंटे पहले उस आबकारी नीति को फेल करने की साजिश के तहत अपना फैसला नहीं बदला होता तो दिल्ली सरकार को इस आबकारी नीति से कम से कम 10000 करोड़ रुपये हर साल मिलते।
बहरहाल, मनीष सिसोदिया के ताज़ा ट्वीट के बाद कपिल मिश्रा और तेजिंदर पाल सिंह बग्गा जैसे नेताओं ने उनपर निशाना साधा। कपिल मिश्रा ने एक वीडियो बयान में उनको औरंगजेब की औलाद कहकर हमला किया।
सिसोदिया और केजरीवाल कल तक औरंगज़ेब की औलाद बनकर घूम रहे थे , आज जब चोरी , रिश्वतख़ोरी पकड़ी गयी तो उन्हें महाराणा प्रताप याद आ रहे हैं
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) August 22, 2022
हर चोर और भ्रष्टाचारी ऐसे ही बिलबिलाता है जैसे आज केजरीवाल और सिसोदिया बिलबिला रहे हैं pic.twitter.com/BpLLwtScMi
बीजेपी के फायरब्रांड नेता के तौर पर माने जाने वाले कपिल मिश्रा ने सिसोदिया पर पलटवार करते हुए कहा कि जिंदगी भर औरंगजेब की इबादत की और जेल जाने के समय महाराणा प्रताप याद आ गए।
तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने भी कुछ इसी तरह हमला किया। उन्होंने टोपी पहने सिसोदिया की पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के साथ की तसवीर को ट्वीट करते हुए लिखा- 'औरंगजेब के वंशज'।
औरेंगजेब के वंशज pic.twitter.com/oCPeYqLLih
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) August 22, 2022
दिल्ली बीजेपी ने भी उसी तसवीर के पूरे हिस्से को ट्वीट करते हुए लिखा है कि 'यहाँ तो कोई भी भारत माँ के वीर सपूत महाराणा प्रताप जी का वंशज नहीं दिखाई पड़ता।'
यहाँ तो कोई भी भारत माँ के वीर सपूत महाराणा प्रताप जी का वंशज नहीं दिखाई पड़ता। pic.twitter.com/JlvRTzxmRI
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) August 22, 2022
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने भी इसे लेकर आप पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप ने राष्ट्रधर्म के लिए घास की रोटियां खाईं, लेकिन दिल्ली के उप मुख्यमंत्री पर शराब घोटाले में शामिल होने का आरोप है। उन्होंने पूछा कि क्या यह तुलना महाराणा प्रताप का अपमान नहीं है?
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में हाल ही में होने वाले चुनाव के मद्देनज़र इस मुद्दे को शिफ़्ट किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि पहले जहाँ आम आदमी पार्टी ने नयी आबकारी नीति से ध्यान हटाकर शिक्षा में अपने काम को मुद्दा बनाने की कोशिश की, वहीं अब इसने राजपूत का कार्ड खेल दिया है। वहीं बीजेपी भी औरंगजेब का नाम लेकर अपने कोर मुद्दे को हवा देने की कोशिश कर रही है। लेकिन फायदा किसे होगा, यह तो चुनाव में पता चलेगा।