राष्ट्रपति चुनाव पर विपक्ष की बैठक से पहले पवार से मिलीं ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाक़ात की। उनकी यह मुलाक़ात तब हुई है जब एक दिन बाद ही यानी बुधवार को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर आम सहमति बनाने के लिए ममता बनर्जी द्वारा विपक्षी दलों की एक अहम बैठक बुलाई गई है। राष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होने वाला है।
ममता बनर्जी और शरद पवार, दोनों नेताओं ने इस मुलाक़ात की तसवीरों को साझा किया है। पवार ने ट्वीट किया है कि दिल्ली में उनके आवास पर आज ममता बनर्जी ने उनसे मुलाक़ात की और देश के कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
Ms. Mamata Banerjee called upon me at my residence in Delhi today.
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) June 14, 2022
We had a detailed discussion on various issues related to our country.@MamataOfficial pic.twitter.com/ACv62oZtqq
ममता बनर्जी ग़ैर-बीजेपी दलों की एक बैठक के लिए मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में आईं। उन्होंने आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक संयुक्त रणनीति तैयार करने के लिए बैठक बुलाई है।
ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने भी ट्वीट में लिखा, 'दो दिग्गज नेताओं ने सभी प्रगतिशील विपक्षी ताकतों की बैठक के लिए मंच तैयार किया जो कल नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में होने वाली है। विभाजनकारी ताकतों से लड़ने का हमारा संकल्प और मजबूत होता है!'
Our honorable chairperson @MamataOfficial met Shri @PawarSpeaks today.
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) June 14, 2022
Two stalwart leaders set the stage for the meeting of all progressive opposition forces; set to happen tomorrow at the Constitution Club, New Delhi.
Our resolve to fight divisive forces grows stronger! pic.twitter.com/9Pm3abPMEN
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि मुलाक़ात के दौरान ममता बनर्जी ने शरद पवार से राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का उम्मीदवार बनने को कहा, लेकिन एनसीपी प्रमुख ने यह कहते हुए प्रस्ताव को ठुकरा दिया कि वह सक्रिय राजनीति में बने रहना चाहते हैं।
पिछले हफ्ते टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने 22 विपक्षी नेताओं और मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर 15 जून को नई दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में बैठक में भाग लेने का आग्रह किया था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी सहित ग़ैर-बीजेपी दलों से बैठक में शामिल होने का अनुरोध किया गया है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी बैठक में शामिल होंगे। कुछ मीडिया रिपोर्टों में पवार को राष्ट्रपति पद की दौड़ में बताया गया है।
पत्र में ममता बनर्जी ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव सभी प्रगतिशील विपक्षी दलों को भारतीय राजनीति के भविष्य पर फिर से विचार करने का सही अवसर प्रदान करता है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में विपक्ष की बैठक में शामिल होंगे।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन कल संयुक्त विपक्ष की बैठक में शामिल होंगे।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) कल बैठक में भाग लेने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा डीएमके के टीआर बालू, शिवसेना के सुभाष देसाई, रालोद के जयंत चौधरी और महबूबा मुफ्ती ने बैठक में शामिल होने की पुष्टि की है।
बता दें कि विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति के चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने की तमाम अटकलों के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि वह राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार की दौड़ में नहीं हैं। पवार ने यह बात सोमवार को एनसीपी के नेताओं की बैठक में कही। इस बैठक में एनसीपी के तमाम बड़े नेता शामिल रहे।
इससे पहले खबर थी कि कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी, टीएमसी की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शरद पवार को राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का उम्मीदवार बनाने पर सहमत हैं। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शरद पवार को सोनिया गांधी की इस राय के बारे में बताया था। खड़गे को कांग्रेस की ओर से राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष के उम्मीदवार के बारे में बातचीत की जिम्मेदारी दी गई है।
राष्ट्रपति के चुनाव में 776 सांसद और 4033 विधायक मतदान करेंगे। इस तरह इस चुनाव में कुल 4809 मतदाता हैं। सांसदों के वोट की कुल वैल्यू 5,43,200 है जबकि विधायकों के वोट की वैल्यू 5,43,231 है और यह कुल मिलाकर 10,86,431 होती है। इसमें से जिस उम्मीदवार को 50 फ़ीसदी से ज्यादा वोट मिलेंगे, उसे जीत हासिल होगी। बीजेपी और उसके सहयोगी दल 50 फीसदी वोटों के आंकड़े से 13000 वोट पीछे हैं।