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अस्पताल परिसर में हुड़दंगी वामपंथी और भाजपा के झंडे लिए हुए थे: ममता

अस्पताल परिसर में हुड़दंगी वामपंथी और भाजपा के झंडे लिए हुए थे: ममता

अज्ञात लोगों के एक बड़े समूह ने बुधवार देर रात 12.40 बजे कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में तोड़फोड़ की और विरोध-प्रदर्शन में व्यवधान डालने की कोशिश की। जानिए, इस पर मुख्यमंत्री ने क्या कहा।

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में विरोध-प्रदर्शन के दौरान आधी रात को हुड़दंग करने के मामले में ममता बनर्जी ने वामपंथी दल और बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने गुरुवार को अस्पताल परिसर में हुई तोड़फोड़ में माकपा और भाजपा के कार्यकर्ताओं का हाथ होने का आरोप लगाया। 

अज्ञात लोगों के एक बड़े समूह ने बुधवार देर रात 12.40 बजे कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में धावा बोल दिया था। इन हुड़दंगियों ने प्रशिक्षु डॉक्टर की 9 अगस्त के बलात्कार और हत्या के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के बीच अस्पताल की संपत्ति में तोड़फोड़ की थी। इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगे। विरोधियों ने आरोप लगाया कि यह सब सत्ता पक्ष के इशारे पर कराया जा रहा है। टीएमसी सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया।

बहरहाल, अब मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर ही आरोप लगाया है। राज्यपाल से मुलाकात के बाद प्रेस से बात करते हुए ममता बनर्जी ने दावा किया कि प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ करने वाले लोग बाहरी थे और वामपंथी और भाजपा के झंडे लेकर चल रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा, "मुझे जानकारी मिली है कि बाहरी लोगों, 'बाम और राम' के कुछ राजनीतिक पार्टी कार्यकर्ताओं ने यह किया है। इसमें छात्रों की कोई भूमिका नहीं है। मैं इस घटना की निंदा करती हूं और कल (बलात्कार के आरोपियों के लिए) फांसी की सजा की मांग को लेकर एक रैली निकालूंगी।"

ममता बनर्जी ने पहले भी अपनी सरकार के खिलाफ साजिश रचने के लिए 'बाम' (वामपंथी) और 'राम' (भाजपा) को दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा, 'मैंने वामपंथियों और भाजपा के झंडे देखे... जिस तरह से उन्होंने पुलिस पर हमला किया। मेरे एक प्रभारी अधिकारी एक घंटे तक लापता रहे। बाद में उन्हें घायल अवस्था में पाया गया।'

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल में तैनात पुलिस की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं उन्हें बधाई देना चाहूंगी क्योंकि उन्होंने धैर्य नहीं खोया, उन्होंने किसी को चोट नहीं पहुंचाई। उन्होंने बल प्रयोग नहीं किया। हमने बहुत सारे आंदोलन किए हैं और अस्पताल के अंदर कभी इस तरह की चीजें नहीं कीं।'

ममता बनर्जी ने कहा कि अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के कारण मरीजों को बाहर जाना पड़ा। रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'कई मरीज बिना इलाज कराए अपने गांव लौट रहे हैं। मुझे पता चला है कि कुछ की मौत हो गई है। लेकिन कुछ वरिष्ठ (डॉक्टर) सेवा कर रहे हैं। हमने हर मांग को पूरा किया है।'

मुख्यमंत्री ने कहा, 'वामपंथी और भाजपा बंगाल की छवि को नष्ट करने की योजना बना रहे हैं। सोशल मीडिया पर जो कुछ भी चल रहा है, वह सच नहीं है। कुछ लोग यूट्यूब पर अपने दर्शकों की संख्या बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने पुलिस को इस पर नजर रखने को कहा है।' 

बता दें कि अज्ञात लोगों के एक बड़े समूह ने बुधवार देर रात 12.40 बजे कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में धावा बोल दिया था और 9 अगस्त के बलात्कार और हत्या के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों के चल रहे आंदोलन के बीच अस्पताल की संपत्ति को नुक़सान पहुँचाया। यह घटना तब हुई जब अस्पताल में डॉक्टर के भयावह बलात्कार-हत्या के खिलाफ महिलाएं आधी रात को 'रिक्लेम द नाइट' नाम से विरोध प्रदर्शन कर रही थीं। कोलकाता पुलिस ने कहा कि कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों के भेष में 40 लोग अस्पताल परिसर में घुस गए, संपत्ति और कारों में तोड़फोड़ की और पुलिस पर पथराव किया। इस घटना के खिलाफ गुरुवार को शहर में प्रदर्शन हुए।

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