खड़गे का मोदी पर हमला, बोले- क्या आपके रावण की तरह 100 मुंह हैं
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रावण की तरह 100 सिर हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान एक चुनावी जनसभा में यह बयान दिया। खड़गे ने कहा, “तुम्हारी सूरत कितनी बार देखें, कॉरपोरेशन के चुनाव में भी तुम्हारी सूरत देखें, विधानसभा चुनाव में भी तुम्हारी सूरत देखें, सांसद के चुनाव में भी तुम्हारी सूरत देखें…हर जगह कितने हैं भाई, क्या आपके रावण की तरह 100 मुंह हैं।”
पिछले महीने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए मल्लिकार्जुन खड़गे की गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बड़ी परीक्षा होनी है। गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे और मतों की गिनती हिमाचल प्रदेश के साथ ही 8 दिसंबर को होगी। पहले दौर के प्रचार का आज आखिरी दिन है। इसलिए कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है।
जनता देगी जवाब: बीजेपी
खड़गे के बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि यह बयान मल्लिकार्जुन खड़गे का नहीं है बल्कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी का है और गुजरात के विधानसभा चुनाव में जनता इसका जवाब देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के तमाम नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गालियां देते हैं। संबित पात्रा ने कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री के द्वारा दिेए गए औकात वाले बयान और कांग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय के द्वारा हिटलर की मौत मरेगा मोदी वाले बयान का भी जिक्र किया। पात्रा ने कहा कि अलका लांबा, रणदीप सुरजेवाला और तमाम कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गालियां दी हैं।
संबित पात्रा ने कहा कि वह गुजरात की जनता से अपील करते हैं कि जिस पार्टी के मुखिया ने इस तरह के शब्दों का प्रयोग गुजरात के बेटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए किया है, प्रत्येक गुजराती कांग्रेस पार्टी को सबक सिखाए और शत-प्रतिशत गुजराती ऐसी मानसिकता के खिलाफ वोट करे।
अछूत वाला बयान
खड़गे ने रविवार को गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए अछूत वाला बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा खुद को गरीब बताते रहते हैं। खड़गे ने कहा था कि वह भी गरीब हैं और अछूतों में आते हैं। कम से कम आपकी चाय तो कोई पीता है मेरी चाय भी कोई नहीं पीता।
खड़गे ने कहा था, “आप एक बार झूठ बोलेंगे तो लोग सुन लेंगे, आप दूसरी बार भी झूठ बोलेंगे तो भी लोग सुन लेंगे लेकिन कितनी बार झूठ बोलेंगे, झूठ पर झूठ।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झूठों के सरदार हैं।
औकात वाला बयान
याद दिला दें कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी जनसभा में कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री के औकात वाले बयान को मुद्दा बना लिया था। कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया था कि अगर वह गुजरात की सत्ता में आई तो गांधीनगर में नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदलकर सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम कर देगी। मिस्त्री ने कहा था, 'हां, हम नाम बदल देंगे। हम मोदी को उसकी औकात दिखा देंगे।”
इसके जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरेंद्र नगर में आयोजित जनसभा में कहा कि वह तो एक सेवादार हैं और सेवादार की कोई औकात नहीं होती।
मोदी ने कुछ दिन पहले तेलंगाना में एक सभा में कहा था कि उन्हें हर रोज 2 से 3 किलो गालियां मिलती हैं और उनका शरीर इसे न्यूट्रिशन में बदल देता है। तेलंगाना में जल्द ही विधानसभा के चुनाव होने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले भी कई बार चुनावी मौकों पर कह चुके हैं कि उन्हें मौत का सौदागर, नीच कहकर अपमानित किया गया।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री ने कुरुक्षेत्र की एक चुनावी रैली में कहा था कि कांग्रेस के लोगों की डिक्शनरी में उनके लिए गालियां भरी हुई हैं, उनकी मां को गालियां दी, उन्हें गंदी नाली का कीड़ा कहा, तेली, पागल कुत्ता और भस्मासुर कहा, एक नेता जो पूर्व विदेश मंत्री हैं, ने बंदर कहा तो किसी ने वायरस कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पिछले कुछ वर्षों में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और तमाम नेताओं के लिए ऐसी बातें कही हैं जिन्हें लेकर उनकी जमकर आलोचना हुई है।
मोदी के पुराने बयान
मोदी अपने भाषणों में बिना नाम लिए सोनिया गांधी को जर्सी गाय, उनके बेटे राहुल गांधी को हाइब्रिड बछड़ा कह चुके हैं। कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर के लिए मोदी ने 2013 की एक रैली में उनका नाम लिए बिना 50 करोड़ की गर्ल फ्रेंड कहा था। 2018 में जयपुर की रैली में उन्होंने सोनिया गांधी का नाम नहीं लिया लेकिन कहा था- ये कांग्रेस की कौन सी विधवा थी, जिसके खाते में रुपया जाता था।
2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मौत का सौदागर कहा था, उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी ने इसे मुद्दा बना लिया था और उन्होंने 2007 के चुनाव में गुजरात में बीजेपी को जीत दिलाई थी। इसके बाद साल 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने मोदी को नीच कहा था, तब भी बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे जाति से जोड़ दिया था और कहा गया था कि उनके नेता का अपमान किया गया। साल 2014 के चुनाव में बीजेपी को जीत मिली थी।
2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 99 सीटें जीती थीं और कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं। बीजेपी को तब 49% वोट मिले थे जबकि कांग्रेस ने 44% वोट हासिल किए थे। आम आदमी पार्टी ने तब सिर्फ 30 सीटों पर ही उम्मीदवार उतारे थे और अधिकतर सीटों पर उसकी जमानत जब्त हो गई थी।