फोन पर हैलो के बजाय वंदे मातरम बोलना होगा: मुनगंटीवार 

09:31 am Aug 15, 2022 | सोमदत्त शर्मा

महाराष्ट्र के नए नवेले सांस्कृतिक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालते ही विवादों में आ गए हैं। मुनगंटीवार ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, अब समय आ गया है कि हम हैलो शब्द का त्याग कर दें। आजादी के अमृत महोत्सव के एक कार्यक्रम में मुनगंटीवार ने एलान किया कि अब महाराष्ट्र के सभी सरकारी कार्यालयों में अधिकारी और कर्मचारी फोन पर अपनी बात की शुरुआत वंदे मातरम से करें। इसके लिए सरकारी आदेश जल्द ही जारी किया जाएगा।

मुनगंटीवार के मुताबिक, सरकारी दफ्तर में एक कर्मचारी के द्वारा दूसरे कर्मचारी से फोन पर बात करते वक्त वंदे मातरम कहना अनिवार्य होगा। 

मुनगंटीवार ने कहा कि इसकी शुरुआत हम एक जिले से करेंगे उसके बाद पूरा महाराष्ट्र वंदे मातरम बोलेगा और एक दिन पूरा देश फोन पर हैलो की बजाय वंदे मातरम बोलेगा। मुनगंटीवार ने कहा कि हैलो शब्द अंग्रेजी भाषा का शब्द है जो विदेशों से पैदा हुआ है। लिहाजा इस शब्द का त्याग करना बहुत जरूरी है। 

सांस्कृतिक मंत्री ने कहा कि वंदे मातरम सिर्फ एक शब्द ही नहीं है बल्कि हर भारतीय की एक भावना है। हमें गर्व होना चाहिए कि जब हम किसी से आपस में बात करें तो बातचीत की शुरुआत वंदे मातरम से की जाए।

कांग्रेस ने मंत्री को घेरा

सुधीर मुनगंटीवार के इस बयान के बाद से राजनीति भी शुरू हो गई है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने मुनगंटीवार पर हमला करते हुए कहा है कि बीजेपी शहरों और जगहों के नाम बदलने में विश्वास करती है। हमें देश भक्ति दिखाने के लिए किसी खास शब्द का नाम लेने की जरूरत नहीं है। पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं और मंत्रियों को मौके पर पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों और किसानों की मदद करनी चाहिए लेकिन सरकार के मंत्री सिर्फ हैलो शब्द की बजाय वंदे मातरम कहने के लिए ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं। 

उद्धव ठाकरे गुट के नेता कृष्णा हेगड़े ने सुधीर मुनगंटीवार के बयान पर कहा है कि महाराष्ट्र में हम पहले से ही जय महाराष्ट्र और वंदेमातरम बोलते आए हैं। ऐसे में मुनगंटीवार का यह बयान ज्यादा मायने नहीं रखता है। हमें आज भी गर्व होता है जब हम जय हिंद या फिर वंदे मातरम शब्द का इस्तेमाल करते हैं।

एनसीपी नेता और प्रवक्ता महेश तपासे ने भी मुनगंटीवार के बयान को लेकर हमला बोला है। तपासे का कहना है कि वंदे मातरम बोलने पर किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए लेकिन बीजेपी को अपने काम के माध्यम से भी वंदे मातरम दिखाना होगा। ऐसे में लग रहा है कि सुधीर मुनगंटीवार द्वारा दिए गए इस बयान पर आगे राजनीति और गरमा सकती है।