महाराष्ट्र में उठे सियासी तूफ़ान को शांत कराने में पूरी शिवसेना जुट गई है। एक रिपोर्ट के अनुसार राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पार्टी से बाग़ी हुए एकनाथ शिंदे से फ़ोन पर बातचीत की है। इससे पहले ख़बर आई थी कि शिवसेना के दो नेताओं ने गुजरात के एक होटल में ठहरे बाग़ी नेताओं से मुलाक़ात की थी।
शिंदे अब गुजरात के सूरत में एक रिसॉर्ट में शरण लिए हुए हैं। शिवसेना के दो नेताओं ने नाराज शिंदे से मंगलवार शाम को होटल में दो घंटे तक मुलाक़ात की। एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों से मिलने और उन्हें शांत करने के लिए सूरत पहुँचे शिवसेना नेता मिलिंद नार्वेकर और रवींद्र फाटक पार्टी विधायकों से मिलने के बाद वापस चले गए।
शिंदे जिस जी-22 का नेतृत्व कर रहे हैं, वे बीजेपी द्वारा शासित राज्य में ठहरे हैं। इससे तो यह साफ़ है ही कि बागियों के परदे के पीछे कौन है, महाराष्ट्र में बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने भी कह दिया है कि पार्टी शिंदे के साथ सरकार बनाने के लिए तैयार है। सूत्रों के अनुसार शिंदे ने भी साफ़ कर दिया है कि शिवसेना को बीजेपी के साथ सरकार बनानी चाहिए।
सूत्रों के अनुसार एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को तीन सूत्रीय प्रस्ताव भेजा है। इस प्रस्ताव में एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मांग की है और पहली शर्त रखी है कि बीजेपी के साथ सरकार बनाई जाए। दूसरी शर्त में कहा है कि देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया जाए और तीसरी शर्त में खुद एकनाथ शिंदे ने अपने आप को उपमुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को भेजा है।
बता दें कि आज दिन में शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि शिवसेना की तरफ़ से सूरत में मौजूद विधायकों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा संजय राउत ने यह भी कहा था कि एकनाथ शिंदे से उनकी बात हुई है। इसी बीच एकनाथ शिंदे ने अपने भरोसेमंद साथी और विधायक संजय राठौड़ के ज़रिये 3 सूत्रीय फ़ॉर्मूला ठाकरे के पास भेजा है।
तीन सूत्रीय फ़ॉर्मूले के साथ ही इस प्रस्ताव में एक और बात का ज़िक्र किया गया है कि जितने भी शिवसेना के विधायकों ने शिवसेना से बगावत की है उन सभी पर भविष्य में कोई कार्रवाई ना की जाए।
एकनाथ शिंदे द्वारा भेजे गए तीन सूत्रीय फार्मूले के बाद अभी तक शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कोई फैसला नहीं लिया है। शिवसेना के नज़दीकी सूत्रों के अनुसार शिंदे द्वारा दिए गए 3 सूत्रीय प्रस्ताव पर पहले शिवसेना के बड़े नेताओं के साथ बैठकर बातचीत की जाएगी उसके बाद ही कोई फ़ैसला होगा।