पंडितों के मौजूदा पलायन पर क्या कश्मीर फाइल्स-2 बनेगी: राउत  

02:02 pm Jun 05, 2022 | सत्य ब्यूरो

कश्मीरी पंडितों की हत्याओं और इससे उनके कथित तौर पर घाटी छोड़ने को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर हमला किया है। राउत ने रविवार को कश्मीर फाइल्स फ़िल्म के बहाने बीजेपी पर सवाल उठाए और पूछा कि क्या अब मौजूदा पलायन पर फिल्म बनेगी और लोग उसी तरह से उसको प्रमोट करेंगे जैसे उन्होंने पहले बनी कश्मीर फाइल्स फिल्म को किया था?

राउत ने ट्वीट किया, 'कश्मीरी पंडित मारे जाते हैं और घाटी छोड़ने को मजबूर होते हैं। कश्मीर फाइल्स को प्रमोट करने वाले चुप हैं! क्या वे अब मौजूदा हालात पर कश्मीर फाइल्स-2 बनाएंगे? क्या पीएम इस सीक्वल को भी प्रमोट करेंगे? अगर इतिहास को छुपाना नहीं चाहिए तो क्या वर्तमान को भी स्वीकार नहीं करना चाहिए।'

1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के पलायन पर विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म बनाई थी जो काफी विवादों में रही थी। उस फिल्म को लेकर कहा गया कि उसमें सिर्फ़ एक पक्ष को ही दिखाया गया था और आरोप लगाया गया कि एक समुदाय विशेष के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने के उद्देश्य से ऐसा किया गया। 

इस फिल्म को लेकर बीजेपी सरकार पर भी विपक्ष ने इसलिए सवाल उठाए कि आख़िर प्रधानमंत्री तक इस फिल्म को क्यों प्रमोट कर रहे थे? कई राज्यों में फ़िल्म को टैक्स फ्री किया गया था और बीजेपी की ओर से दावा किया जाता रहा था कि वह कश्मीरी पंडितों की पीड़ा को समझती है। 

बहरहाल, मौजूदा टार्गेट किलिंग और पलायन को लेकर सबसे ज़्यादा बीजेपी पर ही सवाल उठ रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि तीन महीनों में कम से कम 13 लोगों को निशाना बनाकर किए गए हमलों में आतंकवादियों ने मार डाला है। इसके बाद कई कश्मीरी पंडित कथित तौर पर अपने परिवारों के साथ घाटी छोड़ रहे हैं। 

जम्मू में स्थानांतरण की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों के साथ कश्मीरी पंडित कश्मीर में बेहतर सुरक्षा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र कश्मीरी पंडितों का समर्थन करेगा और उनके पीछे दृढ़ता से खड़ा है। उन्होंने कश्मीरी पंडितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया। इसके साथ ही उन्होंने अपने पूर्व सहयोगी बीजेपी पर यह कहते हुए निशाना साधा कि कश्मीरी पंडितों को बेहतर हालात का सपना दिखाया गया था, लेकिन वास्तव में उनके हालात और बदतर होते जा रहे हैं।

ठाकरे ने कहा है,

कश्मीरी पंडितों को ‘घर वापसी’ (घाटी में पुनर्वास) का सपना दिखाया गया था, लेकिन उन्हें निशाना बनाया जा रहा है और मार दिया जा रहा है। पंडितों का पलायन चौंकाने वाला है।


उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र सीएम

1990 का दौर लौटा: केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप नेता अरविंद केजरीवाल ने रविवार को इसी मुद्दे पर एक विरोध-प्रदर्शन के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'इस (कश्मीरी पंडितों के मुद्दों) पर भाजपा सरकार विफल रही है। लगता है कि 1990 का दौर फिर आ गया है। उनकी कोई योजना नहीं है। जब भी घाटी में कोई हत्या होती है, तो ख़बर आती है कि गृह मंत्री ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। बहुत हुई ऐसी बैठकें। अब हमें कार्रवाई की ज़रूरत है, कश्मीर कार्रवाई चाहता है।'

मुख्यमंत्री ने कहा, '1990 के बाद एक बार फिर कश्मीरी पंडित पलायन करने को मज़बूर हैं। कश्मीरी पंडितों का नरसंहार हो रहा है तो उन्हें आवाज़ उठाने की अनुमति ना देकर उनकी कॉलोनियों के बाहर ताला लगा दिया जाता है। आज कश्मीरी पंडित केवल अपनी सुरक्षा मांग रहा है।'