मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की तैयारी में है केंद्र सरकार: संजय राउत

09:25 pm Apr 08, 2022 | सोमदत्त शर्मा

शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को मुंबई को लेकर बड़ा खुलासा किया है। संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी और गृहमंत्री पर आरोप लगाया है कि वह मुंबई को एक केंद्र शासित प्रदेश बनाने की साज़िश रच रहे हैं। मुंबई में पत्रकारों से बातचीत में संजय राउत ने कहा कि मुंबई को केंद्रशासित राज्य बनाने के लिए पिछले कई दिनों में गृह मंत्रालय में कई बैठकें भी हो चुकी हैं। राउत ने कहा कि उनके पास इस बात की भी जानकारी है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय में इसको लेकर एक प्रेजेंटेशन भी दिया जा चुका है। हालाँकि राउत ने इस बारे में कोई सुबूत नहीं दिया है।

राउत ने केंद्रीय गृह मंत्रालय पर बहुत गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्रालय में महाराष्ट्र बीजेपी नेता मिल चुके हैं। राउत ने कहा कि उनके गृह मंत्रालय में मौजूद सूत्रों ने उन्हें यह जानकारी दी है कि बहुत जल्द मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की तैयारी केंद्र ने कर ली है।

शिवसेना नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया और बीजेपी के नेता क़तई भी नहीं चाहते हैं कि मुंबई महाराष्ट्र का हिस्सा बनी रहे, क्योंकि जिस तरह से पिछले कुछ समय में मुंबई के बिल्डरों और व्यापारियों को केंद्रीय एजेंसियों का डर दिखाकर धमकाया जा रहा है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की साज़िश रची जा चुकी है। 

राउत ने कहा कि बीजेपी के नेताओं की साजिश में मुंबई के कई बड़े बिल्डर और बड़े व्यापारी भी शामिल हैं। उन्होंने आगे कहा कि पिछले 2 महीने से इस साज़िश को अंजाम दिया जा रहा है और इस बारे में मेरे पास पुख्ता सबूत हैं जिन्हें समय आने पर जारी भी करूँगा।

शिवसेना सांसद ने आगे कहा कि बीजेपी द्वारा रची जा रही इस साजिश से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार भी वाकिफ हैं। राउत ने बीजेपी नेता किरीट सोमैया पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनको केंद्रीय एजेंसियों और बड़े व्यापारियों से बातचीत करने की ज़िम्मेदारी दी गई है और वही केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी पल-पल की जानकारी दे रहे हैं।

राउत ने दावा किया कि अगले कुछ महीनों में किरीट सोमैया इस मसले को लेकर अदालत का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं।

राउत ने कहा कि सोमैया अदालत में इस मुद्दे को लेकर जा सकते हैं कि मुंबई में मराठी लोगों का प्रतिशत बहुत कम हो गया है इसलिए मुंबई को केंद्रशासित प्रदेश बना देना चाहिए। राउत ने कहा कि सोमैया ने इस पैटर्न पर काम करना काफी पहले से ही शुरू कर दिया है क्योंकि उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के उस फ़ैसले को भी हाईकोर्ट में चुनौती दी है जिसमें महाराष्ट्र में सभी दुकानों के नाम मराठी में लिखना अनिवार्य कर दिया था। 

संजय राउत द्वारा किए गए दावे पर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने संजय राउत को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। राणे का कहना है कि बीजेपी कभी इस बारे में सोच भी नहीं सकती है कि मुंबई को महाराष्ट्र से अलग कर दिया जाएगा। राणे ने कहा कि संजय राउत की मानसिक स्थिति ख़राब हो गई है क्योंकि ईडी ने उनके ऊपर कार्रवाई की है और उनकी संपत्ति को ज़ब्त कर लिया है।

पिछले दो दशक से भी ज़्यादा समय तक एक दूसरे के दोस्त रहे बीजेपी और शिवसेना में पिछले काफ़ी दिनों से ठनी हुई है। केंद्र की एजेंसियाँ ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई जहाँ महाराष्ट्र सरकार के मंत्रियों पर शिकंजा कस रही हैं वहीं मुंबई पुलिस के ज़रिए राज्य सरकार भी बीजेपी के नेताओं को घेरने की पूरी जुगत में लगी हुई है। अभी हाल ही में ईडी ने मुख्यमंत्री के साले और इसके अलावा संजय राउत की प्रॉपर्टी को जब्त कर लिया था। उसके बाद मुंबई पुलिस ने भी किरीट सोमैया के ख़िलाफ़ आईएनएस विक्रांत मामले में धोखाधड़ी की धाराओं में एफ़आईआर दर्ज की है।