शाहरूख ने वाट्सऐप किए थे, 'प्लीज मेरे बेटे को छोड़ दीजिए': समीर वानखेड़े

07:11 pm May 19, 2023 | सत्य ब्यूरो

आर्यन ख़ान मामले में सीबीआई की जबरन वसूली की एफ़आईआर के ख़िलाफ़ समीर वानखेड़े ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका लगाई है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी के पूर्व जोनल निदेशक वानखेड़े ने उस याचिका में दावा किया है कि उनके पास शाहरुख खान द्वारा उन्हें भेजे गए संदेश और उनके जवाब हैं। उन्होंने उसके आधार पर दावा किया है कि शाहरूख के संदेशों से 'कहीं नहीं पता चलता है कि अभिनेता के बेटे आर्यन खान के पक्ष में कोई मांग की गई थी।'

वानखेड़े ने आर्यन खान की रिहाई के बदले में पैसे मांगने के आरोपों को पूरी तरह झूठा बताया है। उन्होंने आर्यन ख़ान के हिरासत में रहने के दौरान कथित तौर पर शाहरुख खान द्वारा 3 अक्टूबर से 15 अक्टूबर, 2021 के बीच भेजे गए संदेशों का हवाला दिया है।

कॉर्डेलिया क्रूज का यह मामला सबसे पहले तब आया था जब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी मुंबई के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े की टीम ने अक्टूबर 2021 में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान को 15 अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया था। एनसीबी ने दावा किया था कि उसने कॉर्डेलिया क्रूज पर एक रेव पार्टी पर छापा मार कर 13 ग्राम कोकीन, 21 ग्राम चरस, 22 ग्राम एमडीएमए पाँच ग्राम एमडी बरामद किए थे। इसी ड्रग्स मामले में एनसीबी ने आर्यन और दूसरे लोगों को गिरफ़्तार किया था। 

आर्यन ख़ान पर प्रतिबंधित नशीले पदार्थ खरीदने, रखने और उनका इस्तेमाल करने के आरोप लगाए गए थे। आर्यन ख़ान 3 हफ़्ते से ज़्यादा समय तक जेल में रहे थे। बॉम्बे हाई कोर्ट ने 2021 में 28 अक्टूबर को उनको जमानत दी थी। मई 2022 में एंटी-ड्रग्स एजेंसी द्वारा पर्याप्त सबूतों की कमी के कारण सभी आरोपों से मुक्त कर दिया गया था। बाद में अदालत ने भी उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया था।

लेकिन यह मामला फिर से तब सुर्खियों में आ गया जब कुछ दिनों पहले सीबीआई ने समीर वानखेड़े के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार की एफ़आईआर दर्ज की। फिर ख़बर आई कि इस मामले में स्वतंत्र गवाह बनाए गए केपी गोसावी ने कथित तौर पर समीर वानखेड़े की ओर से शाहरुख ख़ान से 25 करोड़ रुपये वसूलने की कोशिश की। 

अब जो रिपोर्ट आ रही है उसमें कहा गया है कि अभिनेता शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी का बयान अहम है। उनका बयान पिछले साल 16 जून को सौंपी गई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की सतर्कता रिपोर्ट का हिस्सा था। इसके आधार पर सीबीआई ने 2021 के कॉर्डेलिया मामले में आईआरएस अधिकारी समीर वानखेड़े और चार अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। इस वजह से ददलानी का बयान महत्वपूर्ण है, क्योंकि कथित जबरन वसूली के मामले में कथित रूप से 50 लाख रुपये का एक बैग उन्होंने टोकन मनी के रूप में सौंपा था। 

पहले यह ख़बर आई थी कि एनसीबी की जांच के अनुसार, शुरुआती जबरन वसूली की मांग 25 करोड़ रुपये थी, जबकि सौदा 18 करोड़ रुपये में तय हुआ था और टोकन राशि के रूप में 50 लाख रुपये सौंपे गए थे।

इस बीच शुक्रवार को समीर वानखेड़े ने बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने जो याचिका लगाई है उसमें वानखेड़े ने संदेशों की एक श्रृंखला भी संलग्न की है। इसमें उन्होंने दावा किया है कि वे संदेश शाहरुख खान के साथ वाट्सऐप चैट के हैं। 

शाहरुख खान द्वारा वानखेड़े को भेजे गए कथित संदेशों में से एक में कहा गया है, 'मैं आपसे विनती करता हूँ, कृपया उसे उस जेल में न जाने दें। ये छुट्टियां आएंगी और वह एक इंसान के तौर पर टूट जाएगा। कुछ लोगों के कारण उसकी स्प्रिट ख़त्म हो जाएगी। आपने वादा किया था कि आप मेरे बच्चे को सुधारेंगे और उसे ऐसी जगह नहीं रखेंगे जहां वह पूरी तरह से पस्त और टूटा हुआ निकले। और यह उसकी कोई गलती नहीं है। …लेकिन कृपया मेरे बेटे को घर भेज दें। आप यह भी जानते हैं कि आपका दिल अब तक उसके लिए कुछ ज्यादा ही कठोर हो चुका है। कृपया कृपया मैं आपसे एक पिता के रूप में विनती करता हूँ।'

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार याचिका के हवाले से एक अन्य कथित संदेश में कहा गया है, 'अगर किसी भी तरह से क़ानून के एक अधिकारी के रूप में अपनी ईमानदारी खोए बिना, आप जिस भी तरीके से संभव हो मदद कर सकते हैं तो मैं हमेशा ऋणी रहूंगा…।'

इसी संदर्भ में वानखेड़े की याचिका में कहा गया है कि आर्यन खान की गिरफ्तारी से संबंधित यह आरोप कि उसकी रिहाई के बदले में पैसे मांगे गए, पूरी तरह से झूठ है। याचिका में कहा गया है कि उस दौरान शाहरुख खान द्वारा भेजे गए संदेशों में स्पष्ट रूप से यह देखा जा सकता है। वानखेड़े ने दावा किया कि खान ने उनकी ईमानदारी की प्रशंसा की थी। 

याचिका में कहा गया है कि आर्यन खान ने भी पुष्टि की है कि उनका प्रभाकर सेल से कोई संबंध नहीं है, जिन्होंने याचिकाकर्ता के खिलाफ झूठे और निराधार आरोप लगाए थे। सेल कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग भंडाफोड़ मामले में गवाह थे। उनकी कथित तौर पर पिछले साल दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।