एनसीबी, समीर वानखेड़े ने मेरे बेटे पर ड्रग्स का झूठा केस बनाया था: सेवानिवृत्त एसीपी

05:40 pm Nov 23, 2021 | सत्य ब्यूरो

ड्रग्स का झूठा मामला बनाने का एनसीबी और समीर वानखेड़े पर एक और गंभीर आरोप लगा है। मुंबई में एक सेवानिवृत्त सहायक पुलिस आयुक्त यानी एसीपी ने दावा किया है कि एनसीबी ने इसी साल उनके बेटे को एक झूठे मामले में गिरफ़्तार किया था। उन्होंने इस मामले में एक हलफ़नामा भी दिया है। एनसीबी और इसके मुंबई ज़ोन के डायरेक्टर समीर वानखेड़े क्रूज ड्रग्स केस मामले को लेकर चर्चा में रहे हैं। 

शाहरूख ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान को इस मामले में गिरफ़्तार किए जाने के बाद वह काफ़ी ज़्यादा सुर्खियों में रहे। लेकिन उस कार्रवाई पर लगातार सवाल उठने के बाद समीर वानखेड़े संदेह के घेरे में आ गए हैं। इस मामले में महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने उनपर कई आरोप लगाए हैं जिसमें से एक यह भी है कि वह झूठे मामले बनाकर लोगों से अवैध उगाही का धंधा करते हैं। हालाँकि, वानखेड़े इन आरोपों को खारिज करते रहे हैं।

नवाब मलिक द्वारा कई आरोप लगाए जाने के बाद अब इस मामले में सेवानिवृत्त एसीपी अनंत केंजले सामने आए हैं और अपने 26 वर्षीय बेटे श्रेयस के मामले को लेकर हलफनामा दाखिल किया है। श्रेयस को एनसीबी ने इस साल 22 जून को एक ड्रग्स केस में गिरफ़्तार किया था। आरोपी श्रेयस केंजले ने यह कहते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया है कि गिरफ्तारी के समय समीर वानखेड़े मौजूद थे, लेकिन पंचनामा में इसे दर्ज नहीं किया गया है।

श्रेयस ने अपने दावे की पुष्टि के लिए तर्क दिया है कि यह सीसीटीवी फुटेज को रिकॉर्ड में लेने पर सिद्ध हो जाएगा। उन्होंने याचिका में कहा है कि उनके अपार्टमेंट की इमारत में सीसीटीवी लगे हुए हैं और इसकी फुटेज से उनके दावे को सत्यापित किया जा सकता है। 

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, श्रेयस ने अपने दावे की पुष्टि के लिए कहा है कि समीर वानखेड़े गिरफ्तारी की रात 9 बजकर 47 मिनट पर मेन गेट से बिल्डिंग में दाखिल हुए थे, कुछ मिनट बाद वह लिफ्ट में चढ़ गये और फिर उन्हें वीवी सिंह के साथ देखा जा सकता है। बता दें कि वीवी सिंह वही अफ़सर हैं जो आर्यन ख़ान मामले में जांच अधिकारी थे। 

एनसीबी ने कथित तौर पर श्रेयस केंजले के पास से 300 ग्राम हरी पत्तेदार गांजा और 436 एलएसडी ब्लाट बरामद किया था। पंचनामा में कहा गया है कि बरामद गांजा को पैक कर सील कर दिया गया था।

एसीपी अनंत केंजले ने हलफनामे में कहा है कि उन्होंने अपने आवास पर एनसीबी से पंचनामा मांगा लेकिन नहीं मिला। उन्होंने दावा किया है कि बाद में उन्होंने एनसीबी कार्यालय में फिर से पूछा, लेकिन कई घंटे तक नहीं उपलब्ध कराया गया तो उन्होंने एनसीबी को मेल किया।

उन्होंने दावा किया कि इसके तुरंत बाद अनंत केंजले को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया जिसमें उनके बेटे ने उनसे बात की और कहा कि उन्हें मेल नहीं भेजना चाहिए था क्योंकि एनसीबी के अधिकारी अब उनके ख़िलाफ़ एक बड़ा मामला थोपेंगे।

आर्यन ख़ान केस

क्रूज ड्रग्स केस में एनसीबी आर्यन ख़ान को साज़िश रचने का जो आरोप लगाती रही थी और जिसकी बुनियाद पर वह दलीलें देती रही थी उन सभी को बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक तरह से ध्वस्त कर दिया है। अदालत ने अपने जमानत वाले आदेश में कहा है कि आरोपियों- आर्यन ख़ान, अरबाज मर्चेंट, मुनमुन धमेचा के बीच साज़िश दिखाने वाले क़रीब-क़रीब कोई भी सकारात्मक सबूत नहीं हैं। 

हाई कोर्ट के विस्तृत आदेश आने के बाद महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा है, 'हाई कोर्ट के आदेश से साबित होता है कि आर्यन ख़ान मामला किडनैपिंग और फिरौती का केस था। यह पूर्व नियोजित था लेकिन सार्वजनिक डोमेन में जारी एक सेल्फी ने योजना को विफल कर दिया। फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया।'

बता दें कि नवाब मलिक जिस सेल्फी की बात कर रहे हैं वह किरन गोसावी की है और जिसे उसने एनसीबी हिरासत में आर्यन ख़ान के साथ लिया था। इसके बाद से यह मामला उजागर हुआ। इस मामले में नवाब मलिक एनसीबी मुंबई के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर सवाल उठते रहे हैं।