बीते साल फिल्म अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की क्रूज़ ड्रग्स मामले में गिरफ्तारी को लेकर देशभर में काफी शोर हुआ था। इस मामले की जांच कर रही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की एसआईटी ने कहा है कि आर्यन खान किसी भी साजिश का हिस्सा नहीं हैं। एसआईटी ने कहा है कि इस बात के कोई सुबूत नहीं मिले हैं कि आर्यन ड्रग्स की किसी साजिश या इंटरनेशनल ड्रग्स ट्रैफ़िकिंग सिंडिकेट का हिस्सा हैं।
एसआईटी ने यह भी कहा है कि कार्डेलिया क्रूज पर छापेमारी को लेकर काफी अनियमितताएं मिली हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, एनसीबी की मुंबई इकाई ने जिस तरह के आरोप लगाए थे उसके उलट जांच में पता चला है कि आर्यन खान के पास कभी भी ड्रग्स नहीं रही और इसलिए उनके फोन और प्राइवेट चैट्स को चेक करने की कोई जरूरत नहीं थी। इन चैट्स से पता नहीं चलता कि आर्यन किसी इंटरनेशनल सिंडिकेट का हिस्सा हैं।
बता दें कि इस मामले की सुनवाई के दौरान एनसीबी के वकील यह दलील देते रहे थे कि आर्यन खान किसी बड़े ड्रग रैकेट का हिस्सा हैं। एनसीबी के नियमों के मुताबिक, किसी छापेमारी की वीडियो रिकॉर्डिंग होनी जरूरी है लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं हुआ।
एसआईटी की जांच में पता चला है कि आर्यन खान ने कभी भी अपने दोस्त अरबाज मर्चेंट से क्रूज़ पर ड्रग्स लाने के लिए नहीं कहा।
अदालत ने भी नकारा था
बीते साल मुंबई हाई कोर्ट ने भी आर्यन खान को जमानत देने वाले आदेश में कहा था कि इस मामले के अभियुक्तों आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा के बीच किसी तरह की साजिश दिखाने वाले कोई भी सबूत नहीं मिले हैं।
अदालत ने यह भी कहा था कि आर्यन के फोन से मिले जिन वॉट्सएप चैट का जिक्र किया जा रहा है, उनमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है और चूंकि ये तीनों लोग एक ही क्रूज में जा रहे थे, यह उनके खिलाफ किसी साजिश में शामिल होने के आरोप का आधार नहीं हो सकता।
आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा को 3 अक्टूबर को कॉर्डेलिया क्रूज से गिरफ्तार किया गया था और इस मामले में कुल 17 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इस मामले में आर्यन खान को कुछ दिन तक जेल में भी रहना पड़ा था और मुंबई हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दी थी।
एनसीबी मुंबई के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और उनकी टीम का दावा था कि ये सभी अभियुक्त किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हैं और आर्यन खान विदेश में बैठे ड्रग सप्लायर्स के संपर्क में था।
एनसीबी की छापेमारी के दौरान भी आर्यन खान से किसी तरह की कोई ड्रग्स नहीं मिली थी और यह भी साबित नहीं हुआ था कि उन्होंने कभी ड्रग्स ली है।
मलिक ने वानखेड़े को घेरा था
इस मामले में महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगाए थे। मलिक ने क्रूज़ ड्रग्स मामले को पूरी तरह फर्जी बताया था।
मलिक ने कहा था कि बीजेपी नेता मोहित कंबोज और समीर वानखेड़े के बहुत अच्छे संबंध हैं और मोहित कंबोज ने अवैध उगाही के लिए आर्यन खान को किडनैप कराया था। मलिक ने कहा था कि मोहित कंबोज इस पूरे मामले का मास्टर माइंड है और आर्यन को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये मांगे गए थे और 18 करोड़ में डील फाइनल हुई थी। मलिक ने कहा था कि आर्यन खान को क्रूज से किडनैप करके मनीष भानुशाली और किरण गोसावी एनसीबी के दफ्तर ले गए थे।
मलिक के धुआंधार आरोपों के बाद समीर वानखेड़े बुरी तरह फंस गए थे और एनसीबी को उनका तबादला करना पड़ा था।
इस मामले में स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सेल ने दावा किया था कि समीर वानखेड़े को इस डील में करोड़ों रुपए दिए जाने थे हालांकि उसके आरोपों को समीर वानखेड़े ने खारिज किया था।
इस मामले ने उस दौरान जबरदस्त तूल पकड़ा था और ऐसा कहा गया था कि यह फिल्म अभिनेता शाहरुख खान को बदनाम करने की एक कोशिश है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा था कि शाहरुख खान को इस मामले के जरिए निशाना बनाया गया।
हालांकि अभी एसआईटी की जांच पूरी नहीं हुई है और इसे पूरा होने वक्त में कुछ और वक्त लगेगा। लेकिन अब तक की जांच से एनसीबी के अफसर समीर वानखेड़े को लेकर एक बार फिर से सवाल जरूर खड़े होते हैं।