सोमवार को जब महाराष्ट्र की विधानसभा में फ्लोर टेस्ट हो रहा था तो कांग्रेस के 11 विधायक इससे गैर हाजिर रहे। इन विधायकों में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण भी शामिल हैं। इतनी बड़ी संख्या में विधायकों के गैर हाजिर होने के बाद तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं। इसे घोर लापरवाही भी बताया जा रहा है।
रविवार के दिन स्पीकर के चुनाव में महा विकास आघाडी को 107 वोट मिले थे जबकि सोमवार को यह आंकड़ा गिरकर 99 रह गया। ऐसा क्यों हुआ, यह सवाल पूछा जा रहा है।
अशोक चव्हाण के अलावा जिन विधायकों ने वोट नहीं डाला उनमें प्रणीति शिंदे, जितेश अंतापुरकर, विजय वड्डेटीवार, जीशान सिद्दीकी, धीरज देशमुख, कुणाल पाटिल, राजू आवाले, मोहन हम्बर्दे, शिरीष चौधरी और माधवराव जावलगांवकर शामिल हैं।
ऐसी चर्चा है कि इनमें से कुछ विधायक दूसरे राजनीतिक दलों के संपर्क में हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि विधायकों का इस तरह का व्यवहार बेहद चौंकाने वाला है और यह उनकी लापरवाही को दिखाता है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और महाराष्ट्र के प्रभारी एचके पाटिल ने कहा कि आठ विधायक देरी से पहुंचे और लॉबी में इंतजार करते रहे। उन्होंने कहा कि वे लोग बारिश के कारण जाम में फंस गए होंगे और कभी-कभी ऐसे कुछ कारण हो जाते हैं।
जाम में फंसने का हवाला
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि वे लोग 2 से 3 मिनट देरी से पहुंचे थे और तब तक विधानसभा के दरवाजे बंद हो चुके थे। उन्होंने कहा कि वे लोग जाम में फंस गए थे। लेकिन कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने फ्लोर टेस्ट को बेहद हल्के में लिए जाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि न कोई व्हिप जारी किया गया और ना ही कोई बैठक हुई और इस वजह से विधायक इसके लिए गंभीर नहीं थे। उन्होंने कहा कि कोई रणनीति भी नहीं बनाई गई और विधायकों से सामंजस्य बैठाने के लिए भी किसी नेता को नियुक्त नहीं किया गया था।बांद्रा के विधायक जीशान सिद्दीकी ने कहा कि उन्हें ऐसा लगा कि पहले डिबेट होगी और फिर वोटिंग होगी लेकिन पहले वोटिंग शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि विधायक दल की कोई बैठक भी नहीं हुई थी और हम लोगों से 11 बजे पहुंचने के लिए कहा गया था।
विधायक ने बताया कि ट्रैफिक की वजह से वे 5 मिनट देरी से पहुंचे और लॉबी में रुके थे। उन्होंने स्पीकर को एक नोट भी भेजा था जिसमें उन्हें वोटिंग में शामिल करने की इजाजत मांगी गई थी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
जबकि महाराष्ट्र कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी और विधायक प्रणीति शिंदे ने कहा कि उन्हें कुछ काम था और उन्होंने इस बारे में पार्टी को बता दिया था।
फडणवीस ने दिया धन्यवाद
दूसरी ओर, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गैर हाजिर रहने वाले सभी विधायकों का धन्यवाद अदा किया और कहा कि गैर हाजिर रहकर उन्होंने उनके पक्ष का समर्थन किया है और इससे उनकी जीत का अंतर बढ़ गया है। फ्लोर टेस्ट में बीजेपी-एकनाथ शिंदे सरकार के पक्ष में 164 वोट पड़े थे जबकि विपक्ष के पक्ष में 99।
शिवसेना में चूंकि जबरदस्त बगावत हो चुकी है इसलिए कांग्रेस विधायकों के गैर हाजिर रहने के बाद तमाम तरह की आशंकाए सिर उठा रही हैं।