महाराष्ट्र: रायगढ़ में हथियारों से भरी संदिग्ध नाव मिली, हाई अलर्ट

04:23 pm Aug 18, 2022 | सत्य ब्यूरो

महाराष्ट्र के रायगढ़ में एक संदिग्ध नाव मिली है। इस नाव से तीन एके-47 और 250 से ज्यादा कारतूस मिले हैं। नाव के मिलने के बाद पुलिस ने पूरे रायगढ़ जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। मौके पर पुलिस और प्रशासन के तमाम अफसर मौजूद हैं। 

इंडिया टुडे के मुताबिक, यह नाव ऑस्ट्रेलिया में बनी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए की टीम रायगढ़ के लिए रवाना हो चुकी है।

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि श्रीवर्धन तट पर एक नाव मिली है। नाव के साथ तीन एके-47 के अलावा कुछ बारूद और कागजात मिले हैं। उन्होंने कहा कि नाव मिलने का पता चलते ही इसकी तफ्तीश शुरू कर दी गई है। जांच में पता चला है कि नाव की मालिक एक ऑस्ट्रेलियन महिला है और उस महिला के पति इस नाव के कप्तान हैं। 

मस्कट से यूरोप जा रही थी नाव

फडणवीस ने बताया कि यह नाव मस्कट से यूरोप की ओर जा रही थी और 26 जून 2022 को इस नाव का इंजन खराब हो गया था। नाव के खराब होने और इसमें कुछ लोगों के होने का पता पास में मौजूद कोरियन नेवी को चला। कोरियन नेवी ने इन्हें बचाया। उन्होंने कहा कि उस वक्त हाई टाइड के कारण नाव को खींचा नहीं जा सका और यह वहां से श्रीवर्धन तट पर आ गई। 

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय कोस्ट गार्ड ने इन सारी बातों की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच में टेरर एंगल की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन पुलिस की तफ्तीश जारी है। उन्होंने कहा कि त्यौहार का सीजन चल रहा है, ऐसे समय में कोई भी रिस्क नहीं लिया जा सकता इसलिए पुलिस और बाकी एजेंसियां अलर्ट पर हैं। महाराष्ट्र एटीएस के मुखिया विनीत अग्रवाल ने कहा है कि नाव की जांच की जा रही है। 

31 अगस्त को गणेश चतुर्थी है और रायगढ़ के इस इलाके में गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। ऐसे में तमाम पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

मुंबई हमला 

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने इस दौरान 160 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इसके अलावा करोड़ों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा था। पाकिस्तान से आए आतंकियों ने मुंबई में कई जगहों पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं। ये आतंकी समुद्री मार्ग से मुंबई पहुंचे थे।