कोरोना से बुरी तरह प्रभावित महाराष्ट्र के लिए पिछले दो महीने में एक अच्छी ख़बर आई है। ख़बर यह है कि पहली बार महाराष्ट्र में संक्रमण के मामलों की दर देश के मुक़ाबले कम रही है। महाराष्ट्र के सात दिन की संयुक्त दैनिक विकास दर (सीडीजीआर) लगातार तीन दिन तक राष्ट्रीय औसत से नीचे रही है।
महाराष्ट्र में पिछले दो हफ़्तों से संक्रमण की दर कम रही है और स्वाभाविक रूप से इसका असर देश में संक्रमण की जो राष्ट्रीय दर है, उस पर भी पड़ा है। एक जून को महाराष्ट्र के सात दिन की सीडीजीआर 4.15 फ़ीसदी थी जबकि पूरे देश में यह 4.74 फ़ीसदी थी। इस वजह से महाराष्ट्र में संक्रमण के मामलों के दुगना होने का समय 17.35 हो गया जबकि भारत में यह 15.18 था।
अगर ऐसा होना जारी रहता है तो ग्रोथ रेट आगे भी कम हो सकती है। हालांकि यह दिखाता है कि संक्रमण के मामले बढ़ते रहेंगे लेकिन धीमी गति से।
इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहे कोरोना के मामलों में भी महाराष्ट्र के मामलों की संख्या कम हो रही है। 15 से 25 मई के बीच लगभग हर दिन देश भर में आने वाले कुल मामलों में से 40 फ़ीसदी महाराष्ट्र से आते थे। जबकि मार्च पूरे महीने और अप्रैल के पहले 15 दिनों में यह आंकड़ा 25 से 35 फ़ीसदी था। पिछले एक हफ्ते में महाराष्ट्र ने फिर से यह आंकड़ा हासिल कर लिया है।
महाराष्ट्र में अब तक कोरोना संक्रमण के 72,300 मामले सामने आए हैं और 2465 लोगों की मौत हुई है। संक्रमण के कुल मामलों से 42,216 मामले अकेले मुंबई के हैं और 1368 लोगों की मौत हो चुकी है।