महाराष्ट्र: छात्राओं को शपथ दिलाई - प्यार में नहीं पड़ेंगी, लव मैरिज नहीं करेंगी

10:40 am Feb 15, 2020 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

महाराष्ट्र में वेलेंटाइन डे से एक दिन पहले यानी 13 फ़रवरी को एक अज़ीब वाक़या हुआ है। अमरावती जिले के एक महिला कॉलेज में 40 छात्राओं को इस बात की शपथ दिलाई गई है कि वे प्रेम विवाह नहीं करेंगी। छात्राओं को शपथ दिलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। 

यह शपथ चंदूर रेलवे कस्बे में स्थित महिला कला वाणिज्य महाविद्यालय में चल रहे एनएसएस कैंप में हिस्सा ले रही छात्राओं को दिलाई गई। शपथ के वीडियो में देखा जा सकता है कि एक पुरूष और कुछ महिला टीचर छात्राओं को लव मैरिज न करने की शपथ दिला रहे हैं। इस कॉलेज को विदर्भ यूथ वेलफ़ेयर सोसाइटी नाम की संस्था द्वारा चलाया जाता है। इस संस्था की स्थापना कांग्रेस के नेता रहे और राज्य सरकार के पूर्व मंत्री दिवंगत राम मेघे ने की थी। कॉलेज में आर्ट और कॉमर्स में अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स कराये जाते हैं। 

छात्राओं को वहां मौजूद शिक्षक शपथ दिलाते हुए कहते हैं, ‘मैं शपथ लेती हूं कि मुझे अपने माता-पिता पर पूरा भरोसा है। इसलिये, हमारे समाज में जो भी घटनाएं हो रही हैं, मैं प्यार के चक्कर में नहीं पड़ूंगी और लव मैरिज नहीं करूंगी। इसके अलावा मैं दहेज मांगने वालों से भी शादी नहीं करूंगी।’ शपथ में आगे कहा गया, ‘अगर मेरे माता-पिता सामाजिक दबाव में आकर मेरी शादी दहेज मांगने वालों से कर देते हैं तो जब मैं मां बनूंगी तो मैं अपनी बहू के घरवालों से दहेज नहीं लूंगी और अपनी बेटी को दहेज नहीं दूंगी। मैं यह शपथ मजबूत और स्वस्थ भारत के लिये ले रही हूं।’ 

‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक, स्कूल में पॉलीटिकल साइंस के प्रोफेसर प्रदीप डांडे ने कहा, ‘मेरे मन में इस तरह की शपथ दिलाने का विचार एक कैंप में महिलाओं से बातचीत के दौरान आया। हम लोग युवाओं के सामने क्या चुनौतियां हैं, इसे लेकर बात कर रहे थे। बातचीत के दौरान मैंने कैंप में एक छात्रा से पूछा कि लड़कियां लव मैरिज की ओर क्यों आकर्षित होती हैं। लड़कियां घर से क्यों भाग जाती हैं। क्या उन्हें अपने माता-पिता पर भरोसा नहीं होता। उसी दौरान मुझे यह शपथ दिलाने का विचार आया।’ 

यह पूछे जाने पर कि क्या यह शपथ लेनी ज़रूरी है, डांडे ने कहा कि यह ज़रूरी नहीं है। कॉलेज के प्रिंसिपल राजेंद्र हावड़े ने कहा कि कैंप में हिस्सा ले रहीं 100 में से 40 छात्राओं ने शपथ ली है। हावड़े से जब यह पूछा गया कि क्या वह डांडे से सहमत हैं तो उन्होंने कहा, ‘यहां सवाल सहमत होने का नहीं है। लड़कियां ऑटो रिक्शा ड्राइवर और पान ठेला चलाने वालों के साथ भाग जाती हैं। क्या उनके माता-पिता उन्हें इसके लिये ही कॉलेज भेजते हैं। इसलिये हमारी कोशिश यह है कि उन्हें पहले अपनी पढ़ाई पर फ़ोकस करना चाहिए और उसके बाद वे शादी के बारे में सोचें।’ 

इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद महाराष्ट्र सरकार की पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे ने भी इस पर सवाल उठाये हैं। मुंडे ने कहा, ‘यह बेहद हास्यास्पद है। बेहद अजीब। लड़कियों को इस बात की शपथ दिलाई जा रही है कि वे प्यार में ना पड़ें और लव मैरिज न करें।’ पंकजा ने सवाल पूछा कि सिर्फ़ लड़कियों को ही शपथ क्यों दिलाई जा रही है। 

पंकजा ने कहा, ‘लड़कों को इस बात की शपथ दिलाने के बजाय कि वे किसी लड़की पर तेज़ाब नहीं फेंकेंगे या एकतरफा प्यार में उसे जिंदा नहीं जलायेंगे, लड़कों को इस बात का संकल्प दिलाया जाना चाहिए कि वे लड़कियों को गलत नीयत से नहीं देखेंगे और किसी दूसरे को भी ऐसा नहीं करने देंगे, लड़कियों को लव मैरिज न करने की शपथ दिलाई जा रही है।’