महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को महत्वपूर्ण गृह और वित्त मंत्रालय दे दिए, जबकि शहरी विकास और सार्वजनिक निर्माण विभागों को अपने पास रखा। कहा जा रहा है कि बीजेपी की मदद से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के सात हफ्ते बाद एकनाथ शिंदे ने उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गृह और वित्त के बड़े मंत्रालय सौंपकर एहसान वापस कर दिया है।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की मंजूरी के बाद इस आवंटन की घोषणा की गई। यह घटनाक्रम शिंदे द्वारा 9 अगस्त को 18 मंत्रियों को शामिल करके अपने दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का विस्तार करने के एक सप्ताह बाद आया है। इस बीच, फडणवीस कानून और न्याय, जल संसाधन, आवास और ऊर्जा विभागों को भी संभालेंगे।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि फडणवीस योजना मंत्रालय भी संभालेंगे और बीजेपी के कोटे से मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल नए राजस्व मंत्री होंगे। बीजेपी मंत्री सुधीर मुनगंटीवार को वन मंत्री बनाया गया है। यह मंत्रालय पहले भी उन्होंने ही संभाला था।
पूर्व प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल उच्च और तकनीकी शिक्षा के नए मंत्री हैं। वह संसदीय मामलों को भी देखेंगे। शिवसेना के बागियों के एकनाथ शिंदे खेमे से दीपक केसरकर स्कूली शिक्षा के नए मंत्री हैं, जबकि अब्दुल सत्तार को कृषि विभाग दिया गया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने के 40 दिनों के बाद कैबिनेट विस्तार किया। भाजपा और शिवसेना के कुल 18 विधायकों ने शपथ ली थी। शपथ लेने वालों में से शिंदे के शिवसेना खेमे और बीजेपी के 9-9 विधायक थे। 30 जून को एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री जबकि देवेंद्र फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तब मजबूर होना पड़ा था, जब उनकी पार्टी शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ साझेदारी में एक बड़ा विद्रोह किया। एकनाथ शिंदे को बीजेपी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से नवाजा था।
देवेंद्र फडणवीस ने सरकार का हिस्सा नहीं होने की घोषणा की थी लेकिन कुछ घंटे बाद उप मुख्यमंत्री का पद संभाल लिया था।