महाराष्ट्र में जो विधायक चुन कर आए हैं और जो विधानसभा में बैठकर राज्य के लिए नियम-क़ायदे तय करेंगे, उनके बारे में चौंकाने वाली जानकारी आई है। महाराष्ट्र में नए-नए चुने गए क़रीब 40 फ़ीसदी विधायकों पर गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं। इसमें उनके ख़िलाफ़ हत्या, हत्या के प्रयास, किडनैपिंग जैसे संगीन आरोप हैं। इसके साथ ही चुने गए विधायकों में से 93 फ़ीसदी करोड़पति हैं। इस बात का ज़िक्र ख़ुद विधायकों ने ही चुनाव से पहले भर गए अपने-अपने नामांकन पत्र के साथ दिए हलफनामे में किया है।
एसोसिएशन फ़ोर डेमोक्रेटिक रिफ़ॉर्म्स यानी एडीआर ने महाराष्ट्र में 288 विधायकों द्वारा दिए गए हलफनामे में से 285 का विश्लेषण किया है। बाक़ी के तीन विधायकों का विश्लेषण इसलिए नहीं किया जा सका है क्योंकि उनके पूरे हलफनामे उपलब्ध नहीं थे। बता दें कि एडीआर चुनाव सुधार के मुद्दे पर काम करने वाली ग़ैर सरकारी संस्था है। यह समय-समय पर सुझाव भी देती रही है। यह संस्था चुनाव से जुड़े आँकड़ों का विश्लेषण करती है और उसी के आधार पर रिपोर्ट तैयार करती है।
एडीआर ने पाया है कि इस बार आपराधिक पृष्ठभूमि वाले विधायकों की संख्या पिछली बार की तुलना में क़रीब 5 फ़ीसदी ज़्यादा है। जिन विधायकों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामले दर्ज हैं वे किसी एक-दो पार्टी से नहीं हैं। इनमें सभी दलों के विधायक शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज़्यादा 105 में से 40 विधायक बीजेपी के हैं जिनके ख़िलाफ़ गंभीर आरोप हैं। यानी बीजेपी के क़रीब 38 फ़ीसदी विधायक 'दागी' हैं। इसी तरह शिवसेना के चुने गए 55 में से 26 यानी 47 फ़ीसदी विधायक, एनसीपी के 53 में से 17 यानी 32 फ़ीसदी, कांग्रेस के 44 में से 15 यानी 34 फ़ीसदी और निर्दलीय के 12 में से 6 यानी 50 फ़ीसदी विधायकों के ख़िलाफ़ आपराधिक केस दर्ज हैं।
यही नहीं, करोड़पति विधायकों की संख्या भी पिछली बार से काफ़ी ज़्यादा बढ़ी है। विश्लेषण किए गए 285 में से से 264 विधायक यानी 93 फ़ीसदी विधायक करोड़पति हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव में 88 फ़ीसदी विधायक करोड़पति थे। नए चुने गए विधायकों की औसत संपत्ति जहाँ 2014 में 11 करोड़ रुपये थे वहीं इस बार 22 करोड़ से भी ज़्यादा हो गई है।
इस बार बीजेपी के 100, शिवसेना के 51, एनसीपी के 47, कांग्रेस के 42 विधायक करोड़पति हैं। बीजेपी विधायकों की औसत संपत्ति 27.46 करोड़, शिवसेना के विधायकों की 13.74, एनसीपी के विधायकों की 15.01 और कांग्रेस के विधायकों की औसत संपत्ति 24.46 करोड़ रुपये है।
सबसे धनी विधायक बीजेपी के पराग शाह हैं जिनकी संपत्ति 500 करोड़ से ज़्यादा है। इसके बाद सबसे ज़्यादा संपत्ति मंगलप्रभात के पास 441 करोड़ रुपये है।