जिस महाराष्ट्र में हर रोज़ 40 हज़ार से भी ज़्यादा कोरोना पॉजिटिव मामले आ रहे हैं वहाँ अब स्कूल को खोलने की घोषणा की गई है। हालाँकि, इसके साथ ही स्कूलों में सख्ती से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। कहा जा रहा है कि राज्य में अब कोरोना संक्रमण की लहर स्थिर हो गई है।
महाराष्ट्र के स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा है कि अगले सप्ताह से सभी कक्षाओं के लिए स्कूल फिर से खुलेंगे। सभी स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोविड प्रोटोकॉल लागू हों। उन्होंने कहा, '24 जनवरी से हम कोरोना प्रोटोकॉल के साथ कक्षा 1-12 वीं के लिए स्कूलों को फिर से खोलेंगे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हमारे प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की है।'
पिछले हफ्ते राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा था कि राज्य में स्कूलों को फिर से खोलने की मांग की जा रही है। उन्होंने कहा था कि स्कूलों को फिर से खोलने की मांग कुछ तिमाहियों से बढ़ रही है क्योंकि बच्चों को शिक्षा का नुक़सान हो रहा है।
ऐसा तब है जब राज्य में बुधवार को 43,697 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए, जो पिछले दिन की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। राज्य में 24 घंटे में 49 लोगों की मौत भी हुई है। 214 ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले आए हैं और राज्य में अब तक नये वैरिएंट के कुल मिलाकर 1860 केस आ चुके हैं।
इसके साथ ही राज्य में कुल मिलाकर 73,25,825 संक्रमण के मामले आ चुके हैं, जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 1,41,934 हो गई है।
पूरे देश में भी केस बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 3,17,532 नए मामले सामने आए हैं और 491 लोगों की मौत हुई है। यह आंकड़ा बीते 8 महीने में सबसे ज्यादा है। कल कोरोना के 2,82,970 मामले सामने आए थे।
हालाँकि, इस लहर को लेकर आम तौर पर यह देखा जा रहा है कि अधिकतर मामलों में लक्षण हल्के हैं। कोरोना से गंभीर स्थिति वाले मरीज़ों का अनुपात भी पहले से काफ़ी कम है और मौत के मामले भी पहले से काफ़ी कम आ रहे हैं।
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र सरकार ने 15 फ़रवरी तक राज्य में स्कूलों को बंद करने की घोषणा की थी क्योंकि नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के उभरने के बीच दिसंबर से कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में तेजी आने लगी थी।
बहरहाल, वर्षा गायकवाड़ ने आज कहा है, 'कोविड मामलों के बढ़ने के बाद सरकार ने स्कूल (ऑफ़लाइन) सत्र जारी नहीं रखने का फ़ैसला किया था। लेकिन विशेषज्ञों के साथ चर्चा के बाद उन सत्रों को शुरू करने का निर्णय लिया गया है जहाँ स्थानीय कोविड स्थिति के आधार पर मामलों की संख्या कम है।'