महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या काफ़ी तेज़ी से बढ़ने के बीच राज्य सरकार ने निजी अस्पतालों के 80 फ़ीसदी बेड को अपने हाथों में ले लिया है। निजी अस्पतालों द्वारा इलाज के लिए ज़्यादा पैसे वसूले जाने की शिकायतों के बीच सरकार ने इलाज की फ़ीस भी तय कर दी है।
राज्य सरकार ने यह फ़ैसला तब लिया है जब अकेले महाराष्ट्र में ही 41 हज़ार 642 कोरोना पॉजिटिव मामले आ गए हैं। हाल के दिनों में हर रोज़ 2000 से ज़्यादा नये पॉजिटिव मामले आ रहे हैं और गुरुवार को भी राज्य में 2345 नये पॉजिटिव मामले आए। यह लगातार पाँचवाँ दिन है जब राज्य में दो हज़ार से ज़्यादा नये मामले आए हैं। राज्य में भी सबसे ज़्यादा मामले मुंबई में आ रहे हैं। मुंबई में गुरुवार को 1382 नये पॉजिटिव आने के साथ कुल मामले 25500 से ज़्यादा हो गए हैं। राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 1454 हो गई है जिसमें से 882 सिर्फ़ मुंबई शहर में है। हालाँकि राज्य में अब तक 11 हज़ार 726 मरीज़ पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
कोरोना महामारी से बिगड़ती स्थिति के बीच उद्धव ठाकरे सरकार ने गुरुवार देर रात को एक आदेश निकाला। 'एनडीटीवी' की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह आदेश निजी अस्पतालों के बेडों के इस्तेमाल और बाक़ी के बचे उनके बेडों पर मरीज़ों पर इलाज की फ़ीस वसूलने को लेकर है। निजी अस्पतालों में जो 20 फ़ीसदी बेड बचे होंगे उन पर प्रति बेड 4000 रुपये से ज़्यादा नहीं वसूले जा सकते हैं। बिना वेंटिलेटर के आईसीयू में प्रति दिन 7500 रुपये से ज़्यादा नहीं वसूले जा सकते हैं। इसके अलावा वेंटिलेटर के साथ आईसीयू बेड का इस्तेमाल करने पर प्रति दिन 9000 रुपये से ज़्यादा मरीजों से नहीं वसूले जाएँगे।
सरकार ने क़रीब 270 प्रकियाओं और सर्जरी के लिए दर तय कर दी है। अस्पताल सामान्य डेलिवरी के लिए 75 हज़ार और सिजेरियन डेलिवरी के लिए 86 हज़ार 250 रुपये से ज़्यादा नहीं वसूल सकते हैं। घुटने के प्रत्यारोपन के लिए 1 लाख 60 हज़ार रुपये से ज़्यादा नहीं वसूले जा सकते हैं।
मुंबई के लिए आज से नए दिशा-निर्देश
राज्य में तेज़ी से बढ़ते कोरोना वायरस के मामले को देखते हुए राज्य में रोड ज़ोन और नॉन रेड ज़ोन के लिए नए दिशा-निर्देश लागू होंगे। बता दें कि देश भर में लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बावजूद मुंबई में यह ढील नहीं दी गई है क्योंकि राज्य में मुंबई सबसे ज़्यादा प्रभावित है। हालाँकि महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को ही दिशा- निर्देश जारी किए थे, लेकिन अब इसमें कुछ बदलाव किए गए हैं। कहा गया है कि शुक्रवार से मुंबई में दुकानें, मॉल और निजी कार्यालय बंद रहेंगे, लेकिन सरकार ने इन्हें मानसून से पहले मरम्मत करने, अपनी मशीनरी और सामान की सुरक्षा के उपाय करने के लिए सुबह 9 बजे से शाम के पाँच बजे तक अपना शटर खोलने की अनुमति दे दी है। हालाँकि ये व्यापारिक गतिविधियाँ नहीं कर पाएँगे।