महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक अस्थिरता के बीच राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र के सबसे बड़े राजनीतिक दल बीजेपी को सरकार बनाने का न्यौता दिया है। राज्यपाल ने उनसे 11 नवम्बर तक बहुमत साबित करने के लिये कहा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को राज्यपाल को इस्तीफ़ा सौंप दिया था।
महाराष्ट्र में चुनाव नतीजे आने के बाद से ही बीजेपी और शिवसेना में सियासी कुश्ती चल रही है और दोनों ही दल एक-दूसरे के सामने झुकने के लिये तैयार नहीं हैं। शिवसेना 50:50 के फ़ॉर्मूले पर अड़ी है जिसके तहत वह राज्य में ढाई साल के लिये मुख्यमंत्री पद चाहती है लेकिन बीजेपी मुख्यमंत्री पद के बंटवारे के लिये तैयार नहीं है।
बृहस्पतिवार को मुंबई में शिवसेना विधायकों की बैठक में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था कि बीजेपी अब उन्हें तभी फ़ोन करे जब वह ढाई साल के लिये मुख्यमंत्री की कुर्सी देने के लिये तैयार हो, वरना न करे। उद्धव ने कहा था कि वह गठबंधन नहीं तोड़ना चाहते लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान जो तय हुआ था बीजेपी को उसे लागू करना चाहिए।
महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान में उस समय हंगामा मच गया था जब बृहस्पतिवार को शिवसेना ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाये थे। शिवसेना ने कहा था कि बीजेपी उसके विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है। अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखे संपादकीय में शिवसेना ने कहा था कि महाराष्ट्र के लोग चाहते हैं कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही बनना चाहिए। संपादकीय में सहयोगी पार्टी बीजेपी पर आरोप लगाया गया था कि बीजेपी सरकार बनाने के लिये धनबल का इस्तेमाल कर रही है।
संजय राउत ने शुक्रवार को बीजेपी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा था कि बीजेपी अब कार्यकारी सरकार के नाम पर नया कुछ खेल रचने की सोच रही है और वह इसलिए समय बिता रही है कि दूसरी पार्टियों के विधायकों की ख़रीद-फरोख्त कर सके। उन्होंने कहा था कि चुनाव से पहले विधायकों को तोड़ना और चुनाव के बाद भी सरकार बनाने के लिए नव निर्वाचित विधायकों को तोड़ना यह बीजेपी की राजनीति बन गया है।
महाराष्ट्र में जारी विषम राजनीतिक हालात के बीच कोई रास्ता निकालने के लिये मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से लेकर संघ मुख्यालय में संघ प्रमुख मोहन भागवत के दरबार में तक हाजिरी लगा चुके हैं। लेकिन बीजेपी-शिवसेना के बीच विवाद अब तक नहीं सुलझ सका है। ख़बरों के मुताबिक़, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी महाराष्ट्र में जारी विवाद में संकटमोचक बन सकते हैं।
राजनीतिक गलियारों में इस बात की जोरदार चर्चा है कि शिवसेना एक ही स्थिति में बीजेपी के साथ सरकार बनाने के लिए राजी हो सकती है और वह यह है कि जब वह फडणवीस को बदल दे। यानी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कोई दूसरा शख़्स आये और इस दौड़ में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। हालाँकि गडकरी ने इस तरह की ख़बरों को अफ़वाह क़रार दिया है और कहा है कि वह केंद्र में ही ख़ुश हैं।