एमपी: दंबगों ने दलित बेटी की बारात रोकी, टेंट उखाड़ा

01:25 pm May 19, 2022 | संजीव श्रीवास्तव

मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के पिपलिया कलां गांव में दंबगों ने दलित बेटी की बारात में जमकर बवाल किया। बाद में पुलिस के साये में बारात गांव पहुंची और पुलिस की मौजूदगी में फेरे पड़े एवं बारात विदा हुई। यह वही गांव है, जहां इसी साल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक आदिवासी महिला की बगिया के बेर खाये थे और महिलाओं की सुरक्षा का भरोसा दिलाया था।

राजगढ़ जिले की खिलचीपुर तहसील के पिपलिया कलां गांव निवासी बिरम मेघवाल की बेटी अनीता मेघवाल का रविवार को विवाह था। बारात राजगढ़ जिले के पाठन खुर्द गांव से आयी थी। 

पाठन खुर्द गांव में रहने वाले कंवर लाल मेघवाल जब अपने बेटे राहुल की बारात को लेकर पहुंचे तो दबंगों ने पिपलिया कलां गांव से पहले पड़ने वाले छापीहेड़ा गांव में बारात को रोक दिया और बताया कि पिपलिया कलां में हंगामा हो रहा है।

कंवर लाल और उनके समधी को शादी में दबंगों द्वारा व्यवधान डालने का शक था, लिहाजा पहले से पुलिस को सूचना दे दी गई थी। दो पुलिस वाले भी बारात के साथ थे। 

छापीहेड़ा गांव में बारात रोकने पर कंवर लाल ने कहा वे गांव में जाकर देखना चाहेंगे तो बारात को रोकने वाले तत्वों ने धौंस दिखानी शुरू कर दी। हंगामा बढ़ा तो कई बाराती उलटे पांव लौट गए। पिपलिया कलां गांव दांगी समाज बाहुल्य है।

पुलिस ने किया लाठीचार्ज

आनन-फानन में पुलिस थाने को सूचना दी गई। इसके बाद और बल पहुंचा। पुलिस के साये में बारात आगे बढ़ी। पिपलिया गांव पहुंची। पिपलिया कलां गांव में दबंगों की संख्या बढ़ गई। बवाल बढ़ गया। दबंगों ने बारात वापस ले जाने को कहा। शादी रोकने की जिद की। व्यवस्थाओं को छिन्न-भिन्न कर दिया। टेंट भी उखाड़ दिया गया।

बवाल बढ़ा तो पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठियां भांजी। आंसू गैस के गोले छोड़े। हंगामा बढ़ने की सूचना मिलने पर जिले के कलेक्टर और एसपी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस बल और बढ़ाया गया।

पुलिस के ही साये में शादी की सारी रस्में हुईं। बारात को विदा किया गया। अभी भी बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव में तैनात है।

बताया गया है कि दबंगों को दलितों की शादी का तामझाम रास नहीं आता है। दलित दूल्हे का घोड़े पर बैठना और बैंड-बाजा आदि को भी वे पचा नहीं पाते हैं। इन्हीं सब वजहों से जिले में इस तरह की घटनाएं पहले भी दबंगों द्वारा की गई हैं।

इस मामले में खिलचीपुर पुलिस ने डेढ़ दर्जन से ज्यादा आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

भगवती बाई बनी थीं शिवराज की ‘शबरी’

मुख्यमंत्री इसी साल जनवरी महीने में पिपलिया कलां गांव में आदिवासी विधवा महिला भगवती बाई के घर पहुंचे थे। प्रधानमंत्री आवास योजना में भगवती बाई को घर मिला था। मुख्यमंत्री के पहुंचने पर भगवती की खुशी का ठिकाना नहीं रहा था।

सीएम को भगवती ने अपनी बगिया के बेर खिलाये थे। बेरों को स्वादिष्ट बताते हुए सीएम ने भगवती के बाग के बेर अपनी पत्नी साधना सिंह के लिए भी मांगे थे। साथ लेकर भी गये थे। बाग में लगे गेंदे के फूलों की माला बनाकर भगवती ने सीएम को पहनाई थी। बैठने के लिए घर के कपड़ों की पोटली को तकिये के रूप में सीएम को दिया था।

सीएम ने भगवती बाई के परिवार के बारे में पूछताछ की थी। चार बेटों की मां भगवती के घर में पानी की सप्लाई की व्यवस्था के निर्देश सीएम ने दिए थे। सीएम शिवराज ने अफसरों को निर्देशित किया था, भगवती बाई और गांव की किसी भी बहन-बेटी को किसी भी तरह की तकलीफ नहीं हो, इस बात का पूरा ध्यान अधिकारीगण रखें।

पांच आरोपी गिरफ्तार: एसपी

राजगढ़ एसपी प्रदीप शर्मा ने ‘सत्य हिन्दी’ को बताया कि घटना को लेकर 22 लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है। पांच आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। पुलिस बाकी की तलाश कर रही है।

घटना का कारण पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘इस बारे में छानबीन पूरी होने पर ही कुछ बताया जा सकेगा।’

एसपी ने बताया, ‘दो दिन पहले अनीता (दुल्हन) की बड़ी बहन की शादी हुई, लेकिन किसी भी तरह का व्यवधान नहीं हुआ था। सबकुछ सामान्य ढंग से हो गया था। बारात भी निकली थी।’

एसपी शर्मा ने कहा, ‘अनीता के ससुराल पक्ष द्वारा पहले से पुलिस को सूचना देना और बवाल की आशंका जताना गांव के अन्य वर्ग को रास नहीं आया। संभवतया इस बात को उन्होंने प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाकर हंगामा किया। एसपी ने कहा कि दोनों पक्षों को बैठाकर समझाया गया है और सुलह कराई गई है। अब गांव में सबकुछ सामान्य है।