एमपी में गोरक्षा के नाम पर महिला सहित 3 को पीटा, वीडियो वायरल

06:57 pm May 25, 2019 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

गोरक्षा के नाम पर महिला समेत तीन लोगों की बेरहमी से पिटाई करने का एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में कथित गोरक्षक एक महिला समेत तीन लोगों को बंधक बनाकर बेरहमी से पीटते नज़र आ रहे हैं। यह मामला मध्य प्रदेश के सिवनी इलाक़े का है। घटना 22 मई की है। लेकिन कार्रवाई 24 मई को तब हुई जब वीडियो काफ़ी वायरल हो गया। पाँच आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है। गोमांस तस्करी को लेकर भी तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार मांस को जाँच के लिए फॉरेंसिक लैब हैदराबाद भेजा गया है, जाँच के बाद पता लगेगा कि मांस किस चीज का है।

कथित गोरक्षकों ने एक ऑटो में संदिग्ध मांस मिलने की सूचना पर तीनों को पकड़ा। उन्होंने इस बात की सूचना पुलिस को नहीं दी, बल्कि ख़ुद ही सजा दे दी। वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि कथित गोरक्षक गुंडागर्दी पर उतर आते हैं। वे ऑटो में बैठी एक महिला और दो युवकों को बंधक बना कर लाठियों और डंडों से पीटना शुरू कर देते हैं। महिला को उसी युवक से चप्पल से पिटवाया गया और तीनों से जय श्री राम के नारे लगाने को मजबूर किया गया। 

वेब पोर्टल 'न्यूज़ 18' के मुताबिक, हमला करने वाले आरोपियों में से एक शुभम बघेल हिस्ट्री-शीटर है और वह श्रीराम सेना का प्रमुख है। सभी पाँच आरोपियों बघेल, दीपेश नामदेव, रोहित यादव, संदीप उईके और श्याम देहरिया को गिरफ़्तार कर लिया गया है। अब सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी तसवीरें आ रही हैं जिसमें एक आरोपी को एक नेता का क़रीबी बताया जा रहा है। 

इसके अलावा कथित रूप से बीफ़ ले जाने के आरोप में पुलिस ने पीड़ितों- दिलीप मालवीय, तौफिक़ और अंजुम शमा को गिरफ़्तार किया है।

वीडियो वायरल होने के बाद दिलीप की बहन ने एफ़आईआर दर्ज कराई है। इस मामले ने जब तूल पकड़ लिया तो पुलिस के उच्चाधिकारियों ने मामले में हस्तक्षेप किया। एडिशनल एसपी गोपाल खंडेल ने कहा कि 22 मई को डूडा सिवनी थाना प्रभारी को सूचना मिली थी कि दिलीप मालवीय और अन्य लोग पशु मांस ले जा रहे हैं, इस पर थाना प्रभारी ने अपने स्टाफ़ के साथ उनको घेराबंदी कर पकड़ा था और उनके ख़िलाफ़ वैधानिक कार्रवाई की थी। उन्होंने कहा कि इसके बाद अगले दिन एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें जो आरोपी पकड़े गये थे उनके ख़िलाफ़ मारपीट दिख रही थी। खंडेल ने कहा कि यह घटना संज्ञान में आने पर फ़ौरन आरोपियों की पहचान करके उनके ख़िलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज किया गया और अब सभी 5 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके ख़िलाफ़ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। 

इस घटना के बाद कई लोगों ने ट्विटर पर प्रतिक्रियाएँ दीं। 

एआईएमआईएम अध्‍यक्ष ओवैसी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्‍होंने कहा, 'मोदी के वोटरों द्वारा पैदा किए गए निगरानी के समिति के सदस्‍य इस तरह का व्‍यवहार मुसलिमों के साथ करते हैं। न्‍यू इंडिया में स्‍वागत है जो समावेशी होगा और जैसा कि पीएम ने कहा है कि धर्मनिरपेक्षता का नकाब....।' 

उमर अब्‍दुल्‍ला ने ट्वीट कर कहा, 'इब्‍तेदा ए इश्‍क है रोता है क्‍या, आगे-आगे देखिए होता है क्‍या।'