उज्जैन के महाकाल मंदिर के गर्भगृह में सोमवार 25 मार्च की सुबह आग लग गई, जिससे 13 पुजारी घायल हो गए। यह घटना भस्म आरती के दौरान घटी। उज्जैन के डीएम नीरज कुमार सिंह ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिये गये हैं।
उन्होंने बताया कि “13 पुजारी झुलस गए और उनका इलाज यहां जिला अस्पताल में किया जा रहा है। मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं।'' प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, होली उत्सव के तहत गर्भगृह के अंदर 'गुलाल' फेंका जा रहा था। किसी ने मिट्टी के दीये पर रंग गुलाल फेंक दिया। उनका मानना है कि गुलाल के अंदर मौजूद केमिकल्स के कारण आग लगी होगी।
घायलों में भस्म आरती के मुख्य पुजारी संजय गुरु भी शामिल हैं। नौ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें इंदौर रेफर किया गया है। उज्जैन के एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया, "घायलों में से एक ने कहा कि पुजारी संजीव जब आरती कर रहे थे तो किसी ने पीछे से उन पर गुलाल डाला। वो गुलाल दिये पर गिरा। ऐसा माना जा रहा है कि गुलाल में कुछ केमिकल था। जिससे आग लग गई।”
इस घटना पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने दुख जताया। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन घायलों का इलाज करा रहा है। उन्होंने ट्वीट किया- "उज्जैन के महाकाल मंदिर में आग लगने की घटना के संबंध में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से जानकारी ली। स्थानीय प्रशासन घायलों की मदद और इलाज करा रहा है। मैं बाबा महाकाल से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।"
मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने एक्स पर लिखा- "भस्म आरती के दौरान महाकाल मंदिर के 'गर्भ गृह' में आग लगने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं सुबह से प्रशासन के संपर्क में हूं। सब कुछ नियंत्रण में है। मैं बाबा महाकाल से प्रार्थना करता हूं। सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"