मध्य प्रदेश में पुलिस वालों पर हमले का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब सतना जिले के मैहर से आरपीएफ़ के एक सब इंस्पेक्टर को जिंदा जलाने की कोशिश का मामला सामने आया है। सब इंस्पेक्टर ने भागकर अपनी जान बचाई। बीते 24 घंटों में पुलिस पर हमले की यह तीसरी बड़ी वारदात है। एक घटना में तीन पुलिस वालों को गोली से उड़ा दिया गया है।
मैहर में पदस्थ आरपीएफ़ के सब इंस्पेक्टर अविनाश कुमार को रविवार सुबह घेर का ज़िंदा जलाने की कोशिश हुई। बताया गया है कि मैहर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ़ ने ऑटो चालकों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई हुई है। स्टेशन पर ड्यूटी करने वाले सब इंस्पेक्टर अविनाश इस आदेश का सख्ती से पालन कराते हैं। अविनाश की सख्ती का आटो चालकों ने कई बार विरोध भी किया है। हुज्जत और कहासुनी की घटनाएं भी हुई हैं।
ख़बर के अनुसार आज सुबह क़रीब पांच बजे सब इंस्पेक्टर अविनाश सत्कार लॉज से बाहर निकले तो कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया। कुछ समझ पाते इसके पहले हमलावरों ने उन पर पेट्रोल छिड़क दिया। हमलावर आग लगा पाते, इसके पहले अविनाश ने दौड़ लगा दी। हमलावर ने कुछ दूर तक उनका पीछा किया, लेकिन अविनाश हाथ नहीं आये। आधा दर्जन के करीब हमलावरों में शामिल एक आरोपी पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाता रहा। जबकि बाकी लोग अविनाश को घेर हुज्जत और बड़े घटनाक्रम को अंजाम देने में जुटे रहे।
हमले का शिकार हुए अविनाश ने पूरे घटनाक्रम से जुड़ी एफआईआर दर्ज कराई है।
आरपीएफ़ पोस्ट के प्रभारी आदित्य निगम ने मीडिया से बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि सब इंस्पेक्टर के साथ अभद्रता और हमले की वारदात हुई है। मामला दर्ज कर लिया गया है। पड़ताल की जा रही है।
रिश्तेदारों को दर्शन कराने पहुंचे थे
बताया गया है कि सब इंस्पेक्टर आदित्य अपने रिश्तेदारों को मैहर में माता के दर्शन कराने के लिए लेने लॉज में पहुंचे थे। लॉज से निकलते वक्त उन पर हमला बोला गया। घटना में राहुल चौधरी और आकाश पटेल सहित कुछ आरोपियों के नाम सामने आये हैं। इनके खिलाफ पूर्व से कुछ केस भी दर्ज हैं। ताजा घटना के बाद मैहर पुलिस ने राहुल चौधरी और आकाश पटेल सहित चार हमलावरों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 341, 506, 294 और 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
ऐसा माना जा रहा है कि अविनाश द्वारा सख्ती दिखाया जाना ऑटो चालकों को नागवार गुजर रहा था। खुन्नस रखते थे। आज मौका मिला तो उन्होंने अविनाश पर हमला बोल दिया।
24 घंटे में पुलिस पर हमले की तीसरी बड़ी वारदात
बता दें कि शनिवार तड़के मध्य प्रदेश के गुना जिले में तीन पुलिस वालों को मार डालने का मामला सामने आया था। निकाह में बारातियों को परोसने के लिए काले हिरण और मोर का शिकार करने वाले बदमाशों को पुलिस ने घेरा तो बदमाशों ने पुलिस दल पर हमला बोल दिया था। हमले में तीन पुलिस वालों की जान चली गई थी।
आधा दर्जन के करीब हमलावर घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए थे। पुलिस की जवाबी गोलीबारी में घायल एक हमलावर का दोपहर को शव मिला था। शनिवार को दोपहर बाद और शाम को दो अन्य आरोपी पुलिस एनकाउंटर में ढेर कर दिए गए थे। जबकि एक अन्य आरोपी को आज तड़के पुलिस द्वारा मार गिराए जाने की सूचना सामने आयी।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों को पेशी के लिये ले जाते वक्त आज दोपहर को भी घटनाक्रम हुआ। एक आरोपी ने पुलिस वाहन का स्टेयरिंग घुमा दिया, जिससे वाहन पलट गया। इसके बाद भागने का प्रयास करते दोनों बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस ने इनके पैरों में गोली मारी और घायलावस्था में दोनों को पकड़ लिया।
धार में पुलिस से छिनी गई बंदूकें बरामद
उधर शनिवार सुबह धार में भी पुलिस पर हमले की वारदात हुई थी। शादी-शुदा गुमशुदा महिला का सुराग मिलने पर उसे लेने पहुंची महिला के प्रेमी और आदतन अपराधी ने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस दल पर हमला बोल दिया था। हमले में घायल पुलिस वाले बामुश्किल अपनी जान बचा पाये थे। तीन पुलिस कर्मी इस घटना में घायल हुए थे। बदमाश और भीड़ ने पुलिस वालों से बंदूकें छिन ली थीं और भाग खड़े हुए थे। घटना के बाद पुलिस ने घेराबंद की थी। देर रात बदमाश और अन्य हमलावर साथियों को पकड़ लिया गया था। पुलिस से छिनी गई बंदूकें भी पुलिस ने बरामद कर ली थीं।
गुना में चला शिवराज मामा का बुलडोज़र
गुना के आरोन की घटना में शामिल आरोपी और आदतन अपराधियों के अवैध घर तथा अन्य ठिकानों को ढहा दिया गया है। पुलिस की कार्रवाई के अलावा प्रशासन भी पूरी सख्ती से एक्शन ले रहा है। आरोपियों के घर और अन्य ठिकानों को बुलडोज़र चलाकर जमींदोज कर दिया गया है।
गुना के आरोन की घटना निकाह में बारातियों को काले हिरण और मोर का मांस परोसने को लेकर हुई थी। घटना के बाद पुलिस की कार्रवाई के चलते निकाह नहीं हो पाया। गांव में दो निकाह होने थे और दोनों ही नहीं हुए। घटना के बाद से उन घरों में ताले लटके हुए हैं, जिन घरों के लोग पुलिस वालों की हत्या के आरोपी हैं। गांव में ज्यादातर वे घर भी बंद हैं और इन घरों के लोग गायब हैं, जिनके पुलिस पर हमला बोलने वाले आरोपियों से अच्छे संबंध हैं। पुलिस ने अब तक एक दर्जन से ज्यादा संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पहचाने जा चुके उन आरोपियों की भी सरगर्मी से पुलिस तलाश में जुटी है जो अभी भी फरार हैं।
सीएम ने कहा था एक्शन ‘नज़ीर’ बनेगा
गुना में तीन पुलिस वालों को मार डालने की घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से कहा था, ‘आरोपी कोई भी हो, बख्शा नहीं जायेगा। उन्हें ऐसी सजा दिलाने का प्रयास होगा जो मध्य प्रदेश के लिए नज़ीर बनेगा।’