मध्य प्रदेश उपचुनाव: बीजेपी को बहुमत, नहीं चला ‘गद्दार कार्ड’

04:08 pm Nov 10, 2020 | संजीव श्रीवास्तव । भोपाल - सत्य हिन्दी

मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव ने शिव ‘राज’ और भारतीय जनता पार्टी की सत्ता पर पक्की मुहर लगा दी है। अब तक घोषित सभी 9 सीटें बीजेपी ने जीत ली हैं और विधानसभा में उसके सीटों की संख्या 116 हो गई। इस तरह उसे बहुमत मिल गया। साफ है कि वोटरों ने कांग्रेस और कमलनाथ के ‘गद्दार कार्ड’ को मुक्क़मल तौर पर खारिज कर दिया है। उपचुनाव  के नतीजों ने सत्ता में वापसी के कांग्रेस के सपने को भी चूर-चूर कर दिया है।

राज्य की कुल 28 सीटों में से डेढ़ दर्जन से ज़्यादा सीटों पर बीजेपी ने निर्णायक बढ़त बनाकर कांग्रेस को चारों खाने चित्त कर दिया।

कांग्रेस केवल पूर्व केन्द्रीय मंत्री और बीजेपी का दामन थामकर कमलनाथ की सरकार गिराने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाले क्षेत्र ग्वालियर-चंबल भर में कुछ बेहतर प्रदर्शन कर पायी।

ग्वालियर-चंबल संभाग की कुल 16 सीटों में छह पर कांग्रेस जीत के क़रीब पहुँच कर अपने घावों पर थोड़ा सा मलहम लगाती हुई नज़र आयी। हालांकि समाचार लिखे जाने के समय तक वोटों की गिनती का काम जारी था। फाइनल नतीजों का सभी को इंतजार था। 

मुरैना में बीजेपी की फ़जीहत!

केन्द्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश बीजेपी के बेहद कद्दावर नेता नरेंद्र सिंह तोमर के लोकसभा क्षेत्र मुरैना में बीजेपी की ख़ासी फ़जीहत हुई। बीजेपी इस क्षेत्र की कुल पांच में से चार सीटों पर पिछड़ गई। चूंकि अंतिम परिणाम नहीं आये थे, लिहाजा तोमर और उनके समर्थकों ने उम्मीद नहीं छोड़ी थी। हालांकि बीजेपी को पीछे छोड़ने वाले कांग्रेस और बसपा के उम्मीदवार निर्णायक बढ़त बनाकर जीत के पास पहुंचे हुए थे।

मोदी का गुणगान

स्पष्ट बहुमत के करीब पहुँचते ही मध्य प्रदेश बीजेपी के मुख्यालय पर आला नेताओं का जमावड़ा लग गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी यहां पहुंचे हुए थे। उन्होंने अपने सहयोगी वरिष्ठ काबीना साथी गोपाल भार्गव समेत संगठन के अनेक नेताओं का मुंह मीठा कराया।

प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वी. डी. शर्मा मिली सफलता से सबसे ज्यादा आल्हादित रहे। प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी संभालने के बाद उनकी अगुवाई में संगठन पहली बार किसी बड़े चुनाव में उतरी थी।

उम्मीद से बढ़कर सफलता का ज्यादा श्रेय शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। उन्होंने मोदी की रीति-नीतियों को बीजेपी की सफलता की बड़ी वजह बताया।

कमलनाथ मत्था टेकने पहुंचे थे

उधर पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमल नाथ वोटों की गिनती का काम शुरू होने के कुछ ही देर बाद वीआईपी रोड स्थित हनुमान मंदिर में मत्था टेकने पहुंचे। छिंदवाड़ा के सांसद और उनके बेटे नकुल नाथ भी कमल नाथ के साथ रहे। यहां मीडिया के घेरने पर कमल नाथ ने उम्मीद जताई, ‘मध्य प्रदेश का वोटर कांग्रेस के साथ गया होगा।’

मंदिर में मत्था टेकने के बाद वे पीसीसी पहुंचे। कांग्रेस कंट्रोल रूम में बैठकर नतीजों का आकलन करते रहे। मगर जैसे ही कांग्रेस ज़्यादातर सीटों पर पिछड़ती दिखी तो कमल नाथ पीसीसी से उठकर 6, श्यामला हिल्स स्थित अपने सरकारी निवास पर पहुंच गये।

हार के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने कहा, ‘अंतिम नतीजे आने दीजिये, इसके बाद वे मध्य प्रदेश की जनता का आभार जतायेंगे। मीडिया से भी बात करेंगे।’