मध्यप्रदेश में 15 साल का वनवास ख़त्म कर सत्ता पर काबिज़ हुए कमलनाथ एक के बाद एक ताबड़तोड़ फ़ैसले लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। किसानों की कर्ज़माफ़ी, कन्या विवाह राशि को दोगुना करने के बाद अब कमलनाथ ने राज्य में मौजूदा कुछ विभागों को मिलाकर आध्यात्मिक विभाग बनाने का फ़ैसला लिया है। इस बात की जानकारी नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के ज़रिए दी गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर मध्य प्रदेश सामान्य प्रशासन विभाग ने अध्यात्म विभाग के गठन का प्रस्ताव तैयार किया है।
निभाया वादा
ग़ौरतलब है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान अपने घोषणा पत्र में अध्यात्म विभाग बनाने का वादा किया था। राज्य में बीजेपी की सरकार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर पहली बार आनंद विभाग का गठन किया गया था। कांग्रेस ने अपना चुनावी वादा निभाते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर अध्यात्म विभाग में ही आनंद विभाग को भी शामिल करने का प्रस्ताव तैयार किया है।