मालेगाँव बम धमाकों की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को बीजेपी ने मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से टिकट दिया है। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर आज ही बीजेपी में शामिल हुई थीं। ‘भगवा गढ़’ कहे जाने वाली भोपाल लोकसभा सीट पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की टक्कर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह से होगी। इस सीट पर बीजेपी की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी नाम चल रहा था। बताया जा रहा है कि भोपाल लोकसभा सीट पर साध्वी प्रज्ञा का नाम आरएसएस की ओर से ही आगे बढ़ाया गया है।
दिग्विजय सिंह ने मालेगाँव ब्लास्ट के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और प्रज्ञा ठाकुर को जमकर निशाने पर लिया था। लंबे समय तक साध्वी प्रज्ञा जेल में बंद भी रहीं।
भोपाल लोकसभा सीट पर बीजेपी 1989 से काबिज़ है। बेहद मुश्किल इस सीट पर कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है। भोपाल सीट को कांग्रेस ने आख़िरी बार 1984 में जीता था। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की नृशंस हत्या के बाद हुए चुनाव में के.एन. प्रधान ने इस सीट को कांग्रेस के टिकट पर जीता था। इस आम चुनाव में मध्य प्रदेश (तब छत्तीसगढ़ राज्य का गठन नहीं हुआ था) की सभी 40 सीटें कांग्रेस ने जीतीं थीं।
कांग्रेस 1984 के बाद हुए हर लोकसभा चुनाव में भोपाल में बुरी तरह परास्त हुई है। अनेक प्रयोग कांग्रेस ने किये, लेकिन उसे 84 के बाद इस सीट पर कभी सफलता नहीं मिल सकी।
मोदी लहर में हुए 2014 के चुनाव में भोपाल में कांग्रेस को लगभग पौने चार लाख मतों के बड़े अंतर से हार का मुँह देखना पड़ा था। पार्षद से सीधे लोकसभा का टिकट पाने वाले आलोक संजर ने विधायक रहे कांग्रेस के प्रत्याशी पीसी शर्मा को हराया था।