मध्य प्रदेशः रायसेन में आदिवासियों पर हमला, आगजनी, एक की मौत, 38 जख्मी
भोपाल। प्रदेश के रायसेन जिले के एक गांव में होली पर हुए खूनी संघर्ष में एक युवक की मौत हो गई, जबकि 38 लोग जख्म़ी हो गए। घायलों में कई की हालत बेहद गंभीर है। कुल जख्मी लोगों में से 32 को भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया है।जानकारी के अनुसार सिलवानी थाना क्षेत्र के प्रतापगढ़ जैथारी के पास खमरिया पौड़ी गांव में आदिवासी समाज के दो युवक जब गांव की गली से गुजर रहे थे तो आरोप है कि समुदाय विशेष वाली गली के युवकों ने उन्हें लौटने को कहा। युवकों ने विरोध किया तो बात बढ़ गई। रोकने वालों ने आदिवासी युवक को तमाचे जड़ दिए। इसके बाद आदिवासी लड़कों ने अपने 5-6 दोस्तों को बुला लिया। फिर दोनों पक्षों में मारपीट हुई। बड़े-बुजुर्गों ने हस्तक्षेप कर मामला संभालते हुए राजीनामा करवा दिया।
घटना की भनक के बाद भीड़ जमा हो गई। आदिवासी समाज के लोगों ने आरोपी और उसके 3 बेटों की दुकान और 5 बाइकों को आग लगा दी। इस दरमियान झगड़ा पुनः उत्पात में बदल गया। दोनों ओर से डंडे-लाठी, चाकू-छुरी और तलवारें चलीं। दुकान और वाहन में आग लगाये जाने से कुपित परिवार एवं उनके साथियों ने जमकर गोलियां चलाईं। बारह बोर बंदूकों की गोलीबारी में आदिवासी समुदाय के 38 लोग छर्रे लगने से जख्मी हो गए।इसके बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। घटना में बुरी तरह घायल राजू नामक युवक की इस दौरान मौत हो गई।आईजी रेंज दीपिका सूरी और रायसेन कलेक्टर अरविंद दुबे एवं एसपी मौके पर पहुंचे। कई थानों का पुलिस बल बुलवाया गया। पूरे क्षेत्र को छावनी में बदलकर आरोपियों की धरपकड़ शुरू की गई।
आईजी दीपिका सूरी ने मीडिया को बताया कि, उत्पात मचाने और गोलीबारी करने वाले ज्यादातर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना को अंजाम देने वाले कुछ फरार आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। उत्पात करने वाले किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जायेगा। सूत्रों ने बताया है कि पुलिस ने 16 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इनमें 13 की गिरफ्तारी कर ली गई है, जबकि 3 की तलाश चल रही है।
रंगदारी है घटना की वजह
बताया गया है गली से निकलने वाले पर रौब गांठना और उसके सामने रंगदारी करना नई बात नहीं है। पहले भी यहां रहने वाले समुदाय विशेष के लोग निकलने वाले अन्य समुदाय के लोगों से मारपीट, गाली-गलौज करते रहे हैं। अनेक बार शिकायतें भी हुईं, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने गंभीरता नहीं दिखाई। फलस्वरूप होली की रात को बड़ा घटनाक्रम हो गया।हालांकि एक अपुष्ट सूचना यह भी है कि आदिवासी समुदाय के युवक दूसरे समुदाय की युवतियों का वीडियो बनाने का प्रयास कर रहे थे, इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। वीडियो बनाने को लेकर विवाद वाली सूचना को पुलिस ने न तो गलत बताया है, और ना ही इसके सही होने की पुष्टि की है।इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार दोपहर बाद भोपाल के हमीदिया अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में भर्ती जख्मी लोगों और उनके परिजनों से सीएम ने बातचीत की। सीएम ने मृतक राजू के परिजनों को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता, और गंभीर रूप से जख्मी लोगों को 2-2 लाख रुपये की मदद का एलान किया है। अन्य घायलों के लिए 50 हजार रुपये की सहायता की घोषणा की गई।घटना वाले गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। आसपास के संवेदनशील क्षेत्रों में भी पुलिस का पहरा बढ़ाया गया है। प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए पूरे क्षेत्र और आसपास के कुछ गांवों में इंटरनेट सेवा बंद करवा दी है। गांव के बाहर के लोगों के आने-जाने पर पाबंदी भी पुलिस ने लगाई हुई है।शुक्रवार रात घटना को बेवजह तूल देने वाले अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के अतिक्रमणों को प्रशासन ने शनिवार को तोड़ दिया। काफी संख्या में गांव के अतिक्रमण पर बुल्डोजर चलाया गया है।